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हम आपको एक ऐसी यात्रा का भागीदार बनाना चाहते हैं जिसका रिश्ता ब्रज के इतिहास, संस्कृति, समाज, पुरातत्व, कला, धर्म-संप्रदाय, पर्यटन स्थल, प्रतिभाओं, आदि से है । | |||
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इसमें आपकी भी पूरी भागीदारी रहेगी । | |||
यदि आपके पास ब्रज से संबंधित कोई महत्वपूर्ण फ़ोटो, लेख, किताब, तथ्य, संस्मरण, सांस्कृतिक विडियो क्लिप आदि है, तो आप ब्रज डिस्कवरी में जुड़वा सकते हैं । | |||
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भूमंडलीकरण के दौर में हम-आप और हमारा ब्रज क्षेत्र, प्रगति के रास्ते पर अपना गौरव बनाये रखे यही प्रयास है... | |||
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आज का दिन - 21 अप्रैल 2025 (भारतीय समयानुसार)

- राष्ट्रीय शाके 1947, 09 गते , चैत्र, सोमवार
- विक्रम सम्वत् 2082, चैत्र, कृष्ण पक्ष, अष्टमी, सोमवार, उत्तराषाढ़ा
- इस्लामी हिजरी 1446, 22, शव्वाल , पीर, बल्दा
- कर्णी सिंह (जन्म), गबर सिंह नेगी (जन्म), एन. गोपालस्वामी (जन्म), सदाशिव त्रिपाठी (जन्म), जानकी बल्लभ पटनायक (मृत्यु), शकुन्तला देवी (मृत्यु), शंख घोष (मृत्यु), मोहम्मद इक़बाल (मृत्यु), मौलाना वहीदुद्दीन ख़ान (मृत्यु), भारतीय सिविल सेवा दिवस
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एक आलेख

संसद भवन नई दिल्ली में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं लोक सभा और राज्य सभा इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला 12 फ़रवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। ... और पढ़ें
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