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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {विटामिन 'D' किसमें पाया जाता हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-152 प्रश्न-31
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| -मक्खन
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| -यकृत
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| -अंडा
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| +उपर्युक्त सभी में
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| ||विटामिन 'D' का स्त्रोत सूर्य की किरणें हैं। वास्तव में सूर्य की किरणों के द्वारा विटामिन 'D' का निर्माण हमारी त्वचा (Skin) की कोशिकाओं द्वारा किया जाता है जो कि यहां से निर्मित होकर रुधिर में मुक्त होता है। इसके अलावा, मक्खन, यकृत, अंडों की जर्दी, वृक्क इत्यादि से भी विटामिन D प्रचुर मात्रा में प्राप्त होता है। विटामिन D की कमी से बच्चों में रिकेट्स तथा वयस्कों में ओस्टिओमैलेसिया नामक बीमारी हो जाती है।
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| {चुक्कर और मलेट शब्द का प्रयोग किस खेल में होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-162 प्रश्न-116
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| -हॉकी
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| -घुडदौड़
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| +पोलो
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| -गोल्फ
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| ||चुक्कर और मलेट शब्दों का प्रयोग पोलो (POLO) खेल में किया जाता है। 'चुक्कर' इस खेल की अवधि के खंड़ों को प्रदर्शित करता है जबकि मलेट (Mallet) पोलो स्टिक को कहते हैं।
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| {एक वयस्क में रक्त की औसत मात्रा क्या होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-121
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| +5 लीटर के लगभग
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| -8 लीटर के लगभग
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| -7 लीटर के लगभग
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| -3 लीटर के लगभग
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| ||एक वयस्क मानव में एक माइक्रोलीटर रक्त में लगभग 4 मिलियन से 6 मिलियन लाल रक्त कोशिकाएं, 5000 से 11,000 सफेद रक्त कोशिकाएं तथा 1,50,000 से 5,00,000 तक प्लेटलेट्स होती हैं। रक्त का कुल आयतन लगभग 5 लीटर होता हैं।
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| {बाएं आट्रीयम और बाएं वेंट्रिकल के बीच_वॉल्व है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-184 प्रश्न-182
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| -ट्राईकसपिड
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| -र्ओटिक
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| -पल्मोनरी
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| +मिट्रल
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| ||हृदय के दाएं आर्टियम तथा दाएं वेंट्किल के बीच तीन फ्लैप (पल्ला) होते हैं, जिन्हें ट्राईकसपिड वॉल्व कहते हैं जबकि हृदय के बाएं तरफ पाए जाने वाले अर्ट्रियो-वेंट्रिकल वॉल्व के दो फ्लैप होते हैं जिन्हें बाईकसपिड या मिट्रल वॉल्व कहते हैं।
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| {श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल स्थित है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-197 प्रश्न-91
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| -जागपुर
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| +अमरावती
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| -पटियाला
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| -मद्रास
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| ||श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल महाराष्ट्र के अमरावती शहर में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1914 में की गई थी। यह बॉम्बे पब्लिक ट्रस्ट एक्ट 1050 एवं सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत है। इसकी स्थापना वैद्य भाइयों, अनंत कृष्ण वैद्य एवं अंबादास कृष्ण वैद्य ने की थी।
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| {द्रोणाचार्य पुरस्कार (Award) कब स्थापित किया गया। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-11
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| -1986
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| -1984
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| +1985
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| -1983
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| ||द्रोणाचार्य पुरस्कार (Award) वर्ष 1985 में स्थापित किया गया। यह पुरस्कार विभिन्न खेलों से संबंधित कोच को उनके उत्कृष्ट कार्य के सम्मान स्वरूप प्रदान किया जाता है। 7 लाख रु. की धनराशि तथा द्रोणाचार्य की प्रतीक मूर्ति पुरस्कारस्वरूप प्रदान की जाती है।
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| {"योगाकार्माशु कौशलम" परिभाषा किसने दी है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-208 प्रश्न-59
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| +भगवद्गीता
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| -महाभारत
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| -रामायण
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| -योगसूत्र
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| ||बुद्धियुक्तो जहातीह उभे सुकृतदुष्कृते।
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| तस्माद्योगाय युज्यस्व योग: कर्मसु कौशलम॥
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| गीता में 'योग' कर्मसु कौशलम की परिभाषा 50 वें श्लोक में की गई है। इसका अर्थ है- समबुद्धियुक्त पुरुष पुण्य और पाप दोनों को इस लोक में ही त्याग देता है अर्थात उनसे मुक्त हो जाता है, इससे (तू) समत्त्वरूप योग में लग जा, समत्त्वरूप योग ही कर्मों में कुशलता है अर्थात कर्मबंधन से छूटने का उपाय है।
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| {'लैट' शब्द प्रयोग होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-218 प्रश्न-13
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| -वॉलीबॉल
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| +टेबल टेनिस
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| -कोर्फबॉल
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| -सॉफ्टबॉल
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| ||टेबिल टेनिस के खेल में लूप, वाली, ऐस, फ्लैट, किस शॉट, लोडेड, फोरहैंड, वेस्टर्न ग्रिप या शेक हैंड ग्रिप, पेन होल्ड ग्रिप, लैट, चाप, स्पिन, टेबल, ड्यूस, रैली, सर्वर, सर्विस, फ्री हैंड आदि शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
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| {एक प्रभावशाली निर्णय करने का लक्षण है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-121
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| |type="()"}
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| -निष्पक्षता
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| +नियमों का ज्ञान
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| -विश्वास
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| -अच्छा व्यक्तित्व
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| ||एक प्रभावशाली निर्णय करने के लिए नियमों का पूर्व ज्ञान होना आवश्यका है क्योंकि इससे किसी पक्ष विशेष या कार्य विश्व विशेष के अनुचित लाभ या हानि की संभाना खत्म हो जाती है तथा संबंधित गतिविधियों पारदर्शी होती हैं।{कालक्रम के अनुसार उम्र का आशय क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-23
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| |type="()"}
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| +वर्ष, महीना तथा दिन में उम्र की अभिव्यक्ति
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| -हड्डियां तथा दोनों निर्धारित
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| -पोनारंग के संकेतों द्वारा निर्धारित
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| -बुद्धि के परीक्षण द्वारा निर्धारित
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| ||कालक्रम के अनुसार उम्र का आशय वर्ष, महीना तथा दिन में उम्र की अभिव्यक्ति है।
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| {हीमोफीलिया में- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-152 प्रश्न-32
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| -हीमोलिसिस होता है।
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| +रक्त का थक्का नहीं जमता
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| -लाल रुधिराणु परस्पर चिपक जाते हैं।
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| -श्वेत रुधिराणु कोशा-भक्षी हो जाते हैं।
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| ||हीमोलिसिस एक ऐसा विकार है जिसमें सामान्य ढंग से रक्त का थक्का नहीं जम पाता है। इसके लक्षणों में कई बड़ी या गहरी खरींचे, जोड़ों का दर्द व सूजन, अनपेक्षित रक्तस्त्राव एवं मूत्र या मल में रक्त का शामिल होना होता है। इसका सर्वाधिक प्रभाव 0 से 40 वर्ष की आयु के व्यक्तियों पर अधिक होता है।
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| {'लोना' शब्द का प्रयोग किस खेल में होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-162 प्रश्न-117
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| -खो-खो
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| -कुश्ती
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| +कबड्डी
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| -इनमें से कोई नहीं
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| ||'लोना' कबड्डी खेल से संबंधित है, इसके लिए दो अंक मिलते हैं।
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| {मानव अस्थि-पंजर के घुटने, हाथ और पांच में पाई जाने वाली अस्थियां कहलाती हैं। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-122
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| |type="()"}
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| -छोटी अस्थियां
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| +कंडरास्थियां
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| -असमाकृति अस्थियां
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| -चिपटी अस्थियां
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| ||मांसपेशी की अंडरा (Tendon) में पाई जाने वाली अस्थियों को कडरास्थियां (Sesamonoid done) कहते हैं। ये अस्थियां घुटने, हाथ एवं पैर में भी पाई जाती हैं।{यह बीमारी जिसे मानसिक बीमारी के रूप में वर्गीकृत किया गया हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-184 प्रश्न-183
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| |type="()"}
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| -मधुमेह
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| +दमा
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| -टी.बी.
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| -चेचक
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| ||अस्थमा या दमा एक एलर्जी जनित रोग है जिसमें श्वसनी नलिकाओं का बार-बार प्रवेगी संकुचन होता है तथा रोगी को नि:श्वसनी कष्टश्वास होता रहता है। 'एलर्जी' एक प्रकार का संवेदनशीलता का गुण है जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति के शरीर के जीवित कोशिका अथवा ऊतक एलर्जिक वस्तु या परिस्थिति के उपस्थित होने पर अधिक सक्रिय रूप से प्रतिक्रिया करने लगते हैं। इनमें मनोवैज्ञानिक तनाव कारक भी हो सकते हैं जो तंत्रिका तंत्र के मध्यम से उत्प्रेरण कर सकते हैं। इन्हीं कारणों से अस्थमा को साइको-सोमैटिक या मनोदैहिक रोग की श्रेणी में रखा गया है।{1920 में, वाई.एम.सी.ए. की शुरुआत की- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-197 प्रश्न-93
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| |type="()"}
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| -अजमेर सिंह
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| -जी.डी. सोंधी
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| -पी.एम. जोसेफ
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| +एच.सी. बक
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| ||वाई.एम.सी.ए. (Y.M.C.A) एशिया में शारीरिक शिक्षा के लिए चेन्नई में स्थापित पहला शिक्षण संस्थान है। भारत में इसकी स्थापना वर्ष 1920 में संयुक्त राज्य अमेरिका के हैरी क्रो बक (H.C. Buck) द्वारा की गई थी।
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| {प्रथम आधुनिक ओलंपिक खेल कब शुरू हुए थे? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-12
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| -1900
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| +1896
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| -1904
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| -1908
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| ||ओलंपिक खेल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चार वर्षों पर आयोजित होने वाली बहु-खेल प्रतियोगिता है। आधुनिक ओलंपिक खेल एथेंस में वर्ष 1896 में आरंभ किए गए। वर्ष 2008 के ओलंपिक खेलों का आयोजन चीन के बीजिंग तथा वर्ष 2012 के ओलंपिक खेल ब्रिटेन के लंदन में आयोजित किए गए जबकि वर्ष 2016 के ओलंपिक खेलों का आयोजन रियो डि जेनेरियो, ब्राजील में आयोजित किए गए।
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| {किस प्रकार का भोजन सबसे अच्छा योगा करने वालों के लिए? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-208 प्रश्न-60
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| -तामसिक
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| -राजसिक
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| +सात्विक
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| -इनमें से कोई नहीं
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| ||सात्विक भोजन योगा करने वालों के लिए सर्वोंतम है। योग ही नहीं बल्कि सभी लोगों के लिए सात्विक भोजन सर्वोंतम भोजन के पश्चात मन शांत व निर्मल रहता है।{ओलंपिक खेलों को एकमात्र उद्देश्य के साथ पुनर्जीवित किया गया- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-218 प्रश्न-14
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| |type="()"}
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| -जनता के बीच खेल-कूद को बढ़ावा देना
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| +राष्ट्रों के बीच सौहार्द, समझ एवं भाईचारे को बढ़ाना एवं निर्माण
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| -प्राचीन खेलों को नया रूप देने के लिए
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| -बच्चों एवं युवाओं को अधिक कुशल बनाने के लिए
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| ||ओलंपिक के निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य हैं-
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| .विश्व के सभी देशों का शारीरिक शिक्षा तथा खेल प्रतियोगिताओं की ओर ध्यान दिलाना।
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| .युवाओं के व्यक्तिगत, चरित्र, नागरिकता के गुणों एवं स्वास्थ्य का विकास करना।
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| .खिलाड़ियों में अच्छी आदतों का निर्माण करना, ताकि वे खुशहाल तथा स्वस्थ जीवन बिता सकें।
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| .खिलाड़ियों में देशभक्ति व भाईचारे की भावना का विकास करना
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| .अंतर्राष्ट्रीय मैत्री भावना व शांति का विकास करना
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| .जाति, धर्म एवं नस्ल के आधार पर कोई भेदभाव न होने देना।{फॉर्टलेक प्रशिक्षण बढ़ाता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-122
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| |type="()"}
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| -ताकत
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| +सहनशीलता
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| -लचीलापन
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| -फुर्तीलापन
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| ||फॉर्टलेक प्रशिक्षण विधि का प्रयोग सहनक्षमता विकसित करने के लिए किया जाता है। इस विधि को गोस्टाहोमर ने 1937 ई. में विकसित किया था। 'फॉर्टलेक' स्वीडियो भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ होता है 'गतिज या गति खेल।' यह एक ऐसा प्रशिक्षण तरीका है जो निरंतर प्रशिक्षण को अंतराल प्रशिक्षण के साथ मिश्रित करता है।{निम्न में से किसका संदर्भ ऐस्थेनिक बॉडी टाइप से है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-24
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| |type="()"}
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| -छोटा, मोटा
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| -मांसपेशी
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| +पतला, छिछले छातीवाला
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| -असामान्य शरीर
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| ||एस्थेनिक (Asthenic type) बॉडी में कद लंबा परंतु शरीर दुबला-पतला होता है। इनमें क्षय रोग विकसित होने की संभावना अधिक होती है। विकल्पों के आधार पर विकल्प (C) उपर्युक्त उत्तर होगा।
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| {यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स के अनुसार___किस्म के व्यक्ति आम और पर अमजोर, आलसी, अक्रिय, सुस्त और निस्तेज होते हैं तथा अपना काम काफी धीमी गति से करते हैं। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-184 प्रश्न-184
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| +निरुत्साहित
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| -प्रसन्नचित
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| -गुस्सैल
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| -विषादग्रस्त
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| ||हिप्पोक्रेट्स ने विचारों व व्यवहारों पर आधारित गुणों को व्यक्तित्व के वर्गीकरण का आधार बनाया। उन्होंने व्यक्तियों को चार समुदाय यथा निरुत्साह (Phlematic), प्रसन्नचित (Sanguine), गुस्सैल (Choleric) एवं विषादग्रस्त (Melancholic) में विभाजित किया है। निरुत्साह किस्म के व्यक्ति साधारण: कमजोर, आलसी, अक्रिय-सुस्त वा निस्तेज होते हैं तथा अपना काम धीमी गति से करते हैं।
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| {इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा व खेल विज्ञान संस्थान स्थित है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-197 प्रश्न-94
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| -मुंबई
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| +नई दिल्ली
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| -चेन्नई
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| -कोलकाता
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| ||इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा व खेल विज्ञान संस्थान नई दिल्ली में स्थित है। दिल्ली प्रशासन द्वारा इसकी स्थापना 3 अगस्त, 1987 को की गई थी।{ओलंपिक हर बार कितने समय बाद होते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-13
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| |type="()"}
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| -तीसरे वर्ष
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| -पांचवें वर्ष
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| +चौथे वर्ष
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| -दूसरे वर्ष
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| ||उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
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| {निम्न में से कौन सुधि क्रिया नहीं है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-61
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| |type="()"}
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| -नेती
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| -अपालभाति
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| -धौती
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| +कुंभक
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| ||कुंभक सुधि क्रिया नहीं है। 6 प्रमुख सुधि क्रियाएं हैं- नेती, धौती, नौली, बस्ती, तारक, कपालभाति। कुंभक अर्थात श्वास को सप्रयास रोके रहना दो प्रकार से संभव है- 1.बहिर्कुंभक- अर्थात् श्वात को बाहर निकालकर बाहर ही रोके रखना। 2. अंत:कुंभक-अर्थात श्वास को अंदर खींचकर अंदर ही रोके रखना।
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| {ओलंपिक के झंडे पर पांच अलग-अलग रंग के आपस में मिले हुए छल्ले दर्शाते हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-218 प्रश्न-15
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| |type="()"}
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| +दुनिया की एकता
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| -मानवजाति में भाईचारा
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| -अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
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| -आदमी की खेल भावना
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| ||ओलंपिक ध्वज वर्ष 1914 में बैरेन डी कुबर्टिन द्वारा बनाए गए मॉडल पर आधारित है। इसे प्रथम बार वर्ष 1920 के एंटवर्प (बेल्जियम) ओलंपिक में फहराया गया था। यह सफेद रेशम का बना होता है। ध्वज के बीच में एक दूसरे से जुड़े विभिन्न रंगों के पांच छल्ले होते हैं जो दुनिया की एकता दर्शाते हैं।{दीवार को धकेलने का उदाहरण है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-123
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| |type="()"}
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| +आइसोमेट्रिक व्यायाम का
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| -आइसोटोनिक व्यायाम का
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| -आइसोकाईनेटिक व्यायाम का
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| -ईसैंट्रिक व्यायाम का
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| ||आइसोमेट्रिक सकुंचन में पेशी में तो संकुचन होता है लेकिन पेशी की लंबाई में कोई परिवर्तन नहीं होता। यह स्थिर संकुचन भी कहा जाता है क्योंकि इसमें संधि का कोण नहीं बलता। उदाहरण के लिए दीवार के विरुद्ध वहां के लंबाई में अथवा धकेलने में भार को लटकाए अथवा उठाए रहना अथवा प्रतिरोध को समाप्त किए बिना किसी भारी वजन को उठाए रहना।{दर्शनशास्त्री जिन्हें आदर्शवाद का जन्मदाता कहा जाता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-25
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| |type="()"}
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| -अरस्तू
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| -रूसो
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| +प्लेटो
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| -डार्विन
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| ||प्लेटो एक यूनानी दार्शनिक थे जिन्हें आदर्शवाद का जन्मदाता कहा जाता है। ये सुकरात के शिष्य तथा अरस्तू के गुरु थे। रिपब्लिक, द लॉज (The Laws), द स्टेट्समैं आदि इनकी प्रमुख पुस्तकें है।
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| {8वें दक्षेस खेल समारोह में सर्वाधिक पदक जीते- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-152 प्रश्न-33
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| -नेपाल
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| +भारत
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| -पाकिस्तान
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| -पेशावर
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| ||8वें दक्षिण एशियाई खेलों (दक्षेस या सैफ खेल) का आयोजन वर्ष 1999 में काठमांठू, नेपाल में किया गया था। इसमें सार्क देशों के कुल 1069 एथलीटों ने बारह खेलों में भाग लिया था। पदक तालिका में भारत कुल 197 पदकों (102 स्वर्ण, 58 रजत एवं 37 कांस्य) के साथ प्रथम स्थान पर था।
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| {इंसुलिन का स्त्राव-द्वारा किया जाता है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-161 प्रश्न-113
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| |type="()"}
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| -यकृत
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| -पीयूष
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| +अग्न्याशय
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| -अवटु (थाइरॉइड)
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| ||इंसुलिन का स्त्राव अग्न्याशय द्वारा किया जाता है। अग्न्याशय शरीर के रक्त ग्लूकोज को नियंत्रित करता है। अग्न्याशय अंत:स्त्रावी एवं ब्राह्य स्त्रावी दोनों प्रकार की ग्रंथि है। इसलिए इसे 'मिश्रित ग्रंथि' भी कहते हैं।
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| {निम्नलिखित खाद्य पदार्थों में से किसमें कैलोरी सबसे ज्यादा मात्रा में पाई जाती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-123
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| |type="()"}
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| -स्किंड मिल्क
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| +मक्खन
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| -संघनित दूध
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| -दही
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| ||दिए गए विकल्पों में सर्वाधिक कैलोरी मक्खन में पाई जाती है। अत: विकल्प (b) अभीष्ट उत्तर होगा।
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| {निम्नलिखित में से किस तरह के कार्य में प्रति घंटे सबसे ज्यादा मात्रा में कैलोरी की खपत होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-184 प्रश्न-185
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| |type="()"}
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| +दौड़ना
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| -सामान्य कसरत (लगातार)
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| -लॉन टेनिस (एकल) खेलना
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| -तैराकी (मध्य चाल से)
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| ||दौड़ने के कार्य में प्रति घंटे सबसे ज्यादा मात्रा में कैलोरी की खपत होती है।
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| {शारीरिक क्रियाओं के मनोवैज्ञानिक आधार का अध्ययन है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-197 प्रश्न-95
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| |type="()"}
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| -बाल मनोविज्ञान
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| -शिक्षा मनोविज्ञान
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| +खेल मनोविज्ञान
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| -अपराध विज्ञान (क्रिमिनोलॉजी)
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| ||खेल मनोविज्ञान शारीरिक क्रियाओं के मनोवैज्ञानिक आधार का अध्ययन है। यह मनोविज्ञान की वह शाखा है जो खेल के मैदान पर मानव व्यवहार से जुड़ी है। अभ्यास और प्रतियोगिता दोनों ही स्थितियों में, यह उसके प्रदर्शन में गुणार्मक सुधार लाती है।{शब्द "डबल फाल्ट" प्रयोग में आता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-14
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| |type="()"}
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| -टेबल टेनिस में
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| -वॉलीबॉल में
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| +टेनिस में
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| -बैडमिंटन में
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| ||शब्द 'डबल फाल्ट' का प्रयोग टेनिस खेल में होता है। यह सर्विस करने वाले खिलाड़ी पर दूसरी सर्विस गलत होने पर लगाया जाता है एवं पेनाल्टी स्वरूप एक प्वॉइंट कम कर दिए जाते हैं।
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| {निम्न में से कौन-सा लक्षण हठयोग से संबंधित नहीं है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-62
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| |type="()"}
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| -मस्तिष्क संतुलन
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| -प्राणायाम
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| -आसन
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| +सुधि क्रिया
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| ||हठयोग शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए विश्व की प्राचीनतम प्रणालियों में से एक है। मस्तिष्क संतुलन, प्राणायाम एवं आसन हठयोग के अंतर्गत आते हैं किंतु सुधि क्रिया हठयोग से संबंधित नहीं है।{ग्रीष्म ओलंपिक 2000 के खेल का स्थान था- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-218 प्रश्न-16
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| |type="()"}
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| -एथेंस
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| -ऐटलांटा
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| +सिडनी
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| -सियोल
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| ||ग्रीष्म ओलंपिक 2000 के खेल का स्थान सिडनी था। ग्रीष्म ओलंपिक 2016 के खेल का स्थान रियो डी जेनेरियो है एवं वर्ष 2020 का ओलंपिक टोक्यो (जापान) में होगा।
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| {निम्नलिखित में से कौन-सा कम-सेक्म प्रशिक्षणीय है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-124
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| -ताकत
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| -सहनशीलता
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| -चलीपालन
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| +गति
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| ||दिए गई विकल्पों में से गति कम से कम प्रशिक्षणीय है।{कौन-सा काल भारतवर्ष में महाकाव्य काल माना गया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-26
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| |type="()"}
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| -2000 से 1000 ई. पूर्व
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| +1000 से 600 ई. पूर्व
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| -300 ई. से 1230 ई.
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| -300 ई. तक
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| ||1000 से 600 ई.पू. तक के समय को भारतवर्ष में महाकाव्य काल माना गया है। इस काल में रामायण, महाभारत, उपनिषद् जैसे ग्रंथों की रचना हुई थी।
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| {माइटोकॉन्ड्रिया यह भी कहलाता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-152 प्रश्न-34
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| -कोशिका द्रव्य
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| +कोशिका का ऊर्जा केंद्र
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| -प्लाज्मा झिल्ली
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| -सेंट्रोसोम
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| ||माइटोकॉन्ड्रिया या सूत्रकणिका कोशिकाओं में पाई जाने वाली झिल्लीयुक्त संरचना होती है। सूत्रकणिका का वायवीय श्वसन से संबंध होता है। इनमें कोशिकीय ऊर्जा एटीपी के रूप में उत्पादित होती है। इस कारण से सूत्रकणिका को कोशिका का शक्ति गृह या ऊर्जा केंद्र कहते हैं।
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| {'फास्ट ब्रेक' शब्द का प्रयोग किस खेल में किया जाता हैं। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-161 प्रश्न-114
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| |type="()"}
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| +बास्केटबाल
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| -हॉकी
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| -वॉलीबाल
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| -टेनिस
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| ||'फास्ट ब्रेक' अथवा तेज आक्रमण शब्द का प्रयोग बास्केटबॉल में किया जाता हैं। आक्रमण की इस शैली में विरोधी की रक्षा पंक्ति को तेजी से भेदने का प्रयास किया जाता है। आक्रमण की शीघ्रता ही इसका मुख्य आधार होता है।{व्यक्तियों के शरीर की किस्म या काय किस्म को किसने तीन श्रेणियों अर्थार एंडोमॉर्फ, मेसोमॉर्फ और एक्टोमॉर्फ में वर्गीकृत किया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-124
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| |type="()"}
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| -अर्नेस्ट क्रेट्समर
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| +डब्ल्यू. एच. शेल्डन
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| -एच.एम. बैरो
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| -इनमें से कोई नहीं
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| ||शेल्डन ने अपनी पुस्तल स्वभाव की किस्में (Varities of Teperament) में तीन प्रकार के व्यक्तित्व का जिक्र किया- 1. एंडोमॉर्फिक (Endomor-phic)- गोल, मोटे व मुलायम शरीर वाले व्यक्ति, 2. मेसोमॉर्फिक (Me-somorphic)-पूर्ण विकसित, तीखे नाक-नवश वाला तथा एथलेटिक शरीर और 3.एक्टोमॉर्फिट (Ectomorphic)- कमजोर शरीर तथा शरीर का गठन नरम व लचीला।
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| {शारीरिक शिक्षा और खेलकूद के क्षेत्र में 'फिटनेसग्राम' प्ररीक्षण के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-184 प्रश्न-186
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| |type="()"}
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| -यह परीक्षण 1982 में कूपर इंस्टीट्यूट, टेक्सास, यू एस ए द्वारा तैयार किया गया था।
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| -यह शरीरिक शिक्षा विषय के शिक्षकों के लिए बच्चों के फिटनेस स्तर पर एक रिपोर्ट तैयार करने का एक आसान रास्ता है।
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| -इसमें हृद्वाहिका फिटनेस, मांसपेशिय क्षमता, शरीर की बनावट और लचीलेपन का परीक्षण किया जाता है।
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| +उपर्युक्त सभी
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| ||शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद के क्षेत्र में 'फिटनेसग्राम' परीक्षण के संबंध में उपर्युक्त सभी कथन सही हैं।
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| {"मानव जीवन की मनोभौतिक एकता" कहलाती है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-197 प्रश्न-96
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| |type="()"}
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| +मन तथा शरीर का विकास
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| -शरीर तथा हड्डियों का विकास
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| -शरीर तथा हृदय का विकास
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| -आत्मा तथा मांसपेशियों का विकास
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| ||मानव जीवन की मनोभौतिक एकता से अभिप्राय मन तथा शरीर के विकास से है।
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| {ओलंपिक झंडे में प्रथम बार विजेताओं को गोल्ड मेडल दिए थे? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-16 | | {'[[भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र]]' कहां पर स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-181,प्रश्न-1 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -पांच देश | | -[[पुणे]] |
| -पांच नदियां | | -[[ग्वालियर]] |
| +पांच महाद्वीप | | -[[हैदराबाद]] |
| -पांच पर्वत
| | +ट्राम्बे |
| | ||'[[भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र]]' ट्राम्बे ([[मुंबई]]) में स्थित है। यह [[भारत सरकार]] के [[परमाणु ऊर्जा विभाग]] के अंतर्गत आता है। [[होमी जहांगीर भाभा|डॉ. होमी जहांगीर भाभा]] ने [[मार्च]], [[1944]] में [[भारत]] में नाभिकीय विज्ञान में अनुसंधान का कार्यक्रम प्रारंभ किया। डॉ. भाभा के शब्दों में "कुछ ही दशकों में जब परमाणु ऊर्जा का विद्युत उत्पादन के लिए सफलतापूर्वक अनुप्रयोग किया जाएगा तब भारत को विशेषज्ञों के लिए विदेशों की ओर नहीं देखना पड़ेगा बल्कि वे यहीं मिलेंगे।" |
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| ||ओलंपिक झंडे में पांच रिंग जो कि नीला, पीला, काला, हरा एवं लाल रंग के होते हैं, पांच महाद्वीपों को प्रदर्शित करते हैं। उनका आपस में जुड़ाव उनकी सार्वभौमिकता को दर्शाता है। सफेद रंग झंडे का पृष्ठ रंग है।{खेल के अतिरिक्त ऊर्जा (शक्ति) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-63
| | {'मृगनयनी का महल' कहां स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-187,प्रश्न-32 |
| |type="()"}
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| -पावलोव
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| -फ्रायड
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| +हर्बर्ट स्पेंसर
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| -स्पियरमेन
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| ||खेल के अतिरिक्त ऊर्जा (शक्ति) के सिद्धान्त का प्रतिपादन हर्बर्ट स्पेंसर ने किया था। ये विक्टोरियाई काल के एक अंग्रेज दार्शनिक, जीव-विज्ञानी, समाजशास्त्री तथा प्रसिद्ध पारंपरिक उदारवादी राजनैतिक राजनैतिक सिद्धांतकार थे।
| |
| {राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार किस वर्ष से संस्थित (शुरू) हुआ? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-218 प्रश्न-17
| |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -1990-1991 | | -धार |
| +1991-1992
| | -[[हैदराबाद]] |
| -1992-1993
| | -[[कोटा]] |
| -1993-1994 | | +[[ग्वालियर]] |
| | ||[[ग्वालियर का क़िला]] में 'मृगनयनी का महल' स्थित है। ग्वालियर के क़िले के अंदर छ: महल हैं। इनमें से एक महल [[राजा मानसिंह]] की रानी 'मृगनयनी का महल' भी है इसे 'गूजरी महल' भी कहा जाता है। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार हैं- (1) ऐसी किंवदंती है कि कच्छवाहा [[सूर्यसेन|राजा सूर्यसेन]], गालव ऋषि के कृपादृष्टि से रोगमुक्त हो गए जिससे उनके नाम पर ग्वालियर के क़िले का निर्माण कराया गया, जो बस्ती आबाद की उसका नामकरण किया ग्वालिआवर। यही बाद में ग्वालियर नाम से मशहूर हुआ। (2) [[बाबर|मुग़ल बादशाह बाबर]] ने इसे [[भारत|हिंदुस्तान]] के अन्य क़िलों में मोती बताया है। |
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| ||राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार भारत सरकार द्वारा वर्ष 1991-1992 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य उच्च खेल प्रदर्शन को प्रोत्साहन देना तथा देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना है। किसी वर्ष में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने पर यह पुरस्कार दिया जाता है।{लंबी कूद में किस प्रकार की ताकत का प्रयोग होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-125
| | {'[[भारत रत्न]]' प्राप्त करने वाले प्रथम व्यक्ति कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-181,प्रश्न-2 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +विस्फोटक ताकत
| | -[[डॉ. भगवान दास]] |
| -अधिकतम ताकत | | -[[विश्वेश्वरैया|डॉ. मोक्षगुडम विश्वेश्वरैया]] |
| -ताकत सहनशक्ति | | -[[जवाहर लाल नेहरू|पं. जवाहरलाल नेहरू]] |
| -कम-से-कम ताकत | | +[[डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] |
| | ||[[भारत सरकार]] के [[गृह मंत्रालय]] की वेबसाइट के अनुसार [[भारत रत्न]] सर्वप्रथम वर्ष [[1954]] में प्रदान किया गया। इनमें तीन व्यक्तियों का चयन किया गया जिनका क्रम इस प्रकार है- [[चक्रवर्ती राजगोपालाचारी|श्री चक्रवर्ती राजगोपालाचारी]], [[डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] तथा [[चंद्रशेखर वेंकट रामन|डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन]]। चूंकि क्रम में दूसरे स्थान पर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन हैं और यह विकल्प में दिया है जिससे विकल्प (d) सही उत्तर माना जा सकता है। वर्ष [[1955]] में भी तीन व्यक्तियों को इस पुरस्कार के लिए चयन किया गया। उनका क्रम इस प्रकार है- [[डॉ. भगवान दास]], [[विश्वेश्वरैया|डॉ. मोक्षगुडम विश्वेस्वरैया]] तथा [[पं. जवाहरलाल नेहरू]]। वर्ष [[2014]] का भारत रत्न [[मदन मोहन मालवीय|पं. मदन मोहन मालवीय]] तथा भूतपूर्व प्रधानमंत्री [[अटल बिहारी वाजपेयी|अटल बिहारी वायपेयी]] को प्रदान किया गया। |
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| ||सामान्यत: लंबी कूद में विस्फोटक ताकट (Exploseve strength) का प्रयोग होता है।{पलेस्टरा प्राचीन यूनान में प्रसिद्ध था- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-27
| | {मूर्तियों पर 'आर्काइक मुस्कान' कहाँ की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-187,प्रश्न-33 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -एक संगीत विद्यालय के रूप में | | +ग्रीस |
| -एक स्टेडियम के रूप में | | -[[रोम]] |
| +एक कुश्ती के स्कूल के रूप में
| | -इजिप्ट |
| -एक तैराकी तालाब के रूप में | | -[[मेसोपोटामिया]] |
| ||प्लेस्टरा (Palaestra) प्राचीन यूनान में एक कुश्ती के स्कूल के रूप में प्रसिद्ध था। | | ||मूर्तियों पर 'आर्काइक मुस्कान' ग्रीस, [[यूनान]] की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व इस तरह की मूर्तियों का निर्माण प्रारंभ हुआ। यूनानियों के लिए इस तरह की मुस्कान आदर्श स्वास्थ्य और भलाई का लक्षण माना जाता है। |
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| {नोनिता लाल संबंधित हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-153 प्रश्न-35 | | {[[महात्मा गांधी|महात्मा गांधी जी]] की [[मां]] का क्या नाम था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-181प्रश्न-3 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -शतरंज से | | -[[जोधाबाई]] |
| -महात्मा गाँधी | | -जानकी बाई |
| +गोल्फ से | | -अवंती बाई |
| -निशानेबाजी से | | +पुतली बाई |
| | ||[[महात्मा गांधी]] की मां का नाम पुतली बाई था जो परनामी वैश्य समुदाय से थीं। वे इनके पिता करमचंद की चौथी पत्नी थीं। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार हैं- (1) गांधी जी का जन्म वर्तमान में [[गुजरात]] के एक तटीय शहर [[पोरबंदर]] नाम स्थान पर [[2 अक्टूबर]], [[1869]] को हुआ था। (2) महात्मा गांधी को 'महात्मा' के नाम से सबसे पहले वर्ष [[1915]] में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया। (3) गांधी जी को 'बापू' ([[गुजराती भाषा]] में इसका अर्थ पिता) के नाम से भी जाना जाता है। (4) [[नेताजी सुभाषचंद्र बोस]] ने [[6 जुलाई]], [[1944]] को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी संदेश में 'राष्ट्रपिता' कहकर संबोधित किया। (5) महात्मा गांधी के चार पुत्र क्रमश: थे- हरीलाल गांधी ([[1888]]), मणिलाल गांधी ([[1892]]), रामदास गांधी ([[1897]]) तथा देवदास गांधी ([[1900]])। |
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| ||नोनिता लाल का संबंध गोल्फ खेल से है।{अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले फुटबाल खिलाड़ी का नाम है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-161 प्रश्न-115
| | {कोई नाम, युद्ध या अन्य तरीक़ा जो किसी कंपनी को उसे प्रयोग करने का न्यायिक एकाधिकार प्रदान करता है, उसे क्या कहते हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-187,प्रश्न-34 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -चुन्नी गोस्वामी | | +ट्रेडमार्क |
| -टी. बलराम | | -रजिस्ट्रेशन |
| +पी.के. बनर्जी
| | -ब्रांड |
| -अब्दुल अजीज
| | -कंपनी |
| | ||ट्रेडमार्क किसी कंपनी को उसे प्रयोग करने का न्यायिक एकाधिकार प्रदान करता है। ट्रेडमार्क किसी कंपनी का नाम, शब्द, प्रतीक होता है जो उत्पादों पर अंकित होते हैं। किसी भी वस्तु के ट्रेडमार्क का पंजीकरण राष्ट्रीय ट्रेडमार्क कार्यालय द्वारा किया जाता है जिसके लिए शुल्क जमा करना होता है। ट्रेडमार्क्स का प्रयोग करके कोई कंपनी उत्पाद के नकल से बचती है। |
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| |
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| ||अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम फुटबाल खिलाड़ी पी.के. बनर्जी हैं। उन्हें यह पुरस्कार वर्ष 1961 में प्रदान किया गया। वर्ष 1962 एवं 1963 में अह पुरस्कार क्रमश: तुलसी बलराम एवं गोस्वामी को दिया गया।नि{निम्नलिखित मच्छरों के प्रकार में से कौन डेंगू फैलाता हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-125
| | {[[अमेरिका]] के प्रथम [[राष्ट्रपति]] कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-181,प्रश्न-4 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +ऐडीज | | -अब्राहम लिंकन |
| -ऐनोफिलीज | | +जॉर्ज वाशिंगटन |
| -क्यूलेक्स | | -बिल क्लिंटन |
| -हेमोगोगस
| | -जॉर्ज डब्ल्यू बुश |
| | ||[[अमेरिका]] के प्रथम [[राष्ट्रपति]] जॉर्ज वाशिंगटन थे। उन्होंने [[30 अप्रैल]], 1798 को अमेरिका के राष्ट्रपति का पद भार ग्रहण किया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा हैं। ध्यातव्य है कि अमेरिका में राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 वर्ष का तथा वहां के संविधान के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति लगातार 3 बार से अधिक इस पद पर नहीं रह सकता। |
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| ||डेंगू एक संक्रामक बीमारी है जो ऐडीज इजिप्टी नामक मच्छरों के काटने से फैलता है?{मानवमितीय त्वचा परत भाप में मानव शरीर के निम्नलिखित में से किन हिस्सों पर विचार किया जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-185 प्रश्न-187
| | {'हनिवा टैराकोटा' किस देश से संबंधित [[कला]] है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-187,प्रश्न-35 |
| |type="()"}
| |
| -अंसफलकाध
| |
| -अधिश्रोणिय
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| -उदर
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| -जांघ
| |
| +उपर्युक्त सभी
| |
| ||मानव मितीय त्वचा परत माप (Skinfold measurnmant) में निम्न हिस्सों पर विचार किया जाता है-1.बाजू (ट्राइसेप्स), 2.सब स्कैपुला या अंसफलकथा 3.सुप्राइलिएक या अधिश्रोणीय 4.उदर (Abdomen) एवं 5. जांघ (Thigh)|
| |
| {अनुभव एवं प्रशिक्षण द्वारा व्यवहार परिवर्तन कहलाता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-197 प्रश्न-97
| |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -वृद्धि | | -[[चीन]] |
| +सीखना | | +[[जापान]] |
| -विकास | | -दक्षिण कोरिया |
| -उपर्युक्त में से कोई नहीं | | -[[थाईलैंड]] |
| | ||'हनिवा टैराकोटा' [[जापान]] से संबंधित [[कला]] है। हनिया का अर्थ है- [[मिट्टी]] का चक्र या गोला। हनिया टैराकोटा कला मिट्टी के घोड़े, योद्धाओं की मूर्तियां, महिला परिचारिकाओं, नर्तक, पक्षियों, जानवरों, नावों, सैन्य उपकरणों आदि की मूर्तियां बनाई जाती थी। |
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| |
|
| ||अनुभव एवं प्रशिक्षण द्वारा व्यवहार परिवर्तन, सीखना कहलाता है। कालविन के अनुसार "पहले से निर्मित व्यवहार में अनुभर्वों द्वारा हुए परिवर्तन को अधिगम कहते हैं।" इस परिभाषा से स्पष्ट होता है कि सीखने के कारण व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आता है, व्यवहार में यह परिवर्तन बाह्य एवं आंतरिक दोनों ही प्रकार का हो सकता है। अत: सीखना एक प्रक्रिया है जिसमें अनुभव एवं प्रशिक्षण द्वारा व्यवहार में स्थायी या अस्थायी परिवर्तन दिखाई देता है।{अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी का मुख्य कार्यालय कहां पर स्थित है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-17
| | {रैम किसका संक्षिप्त रूप है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-181,प्रश्न-5 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -यू.एस.ए. | | -रैपिड एक्सेस मेमोरी |
| -जर्मनी | | +रैन्डम एक्सेस मेमोरी |
| +स्विट्जरलैंड
| | -रोलिंग एक्सेस मेमोरी |
| -रूस | | -रैपिड एक्यूरेट मेमोरी |
| | ||रैन्डम एक्सेस मेमोरी का संक्षिप्त रूप रैम है। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार है- (1) रैम का प्रयोग लिखने एवं पढ़ने दोनों में किया जा सकता है। (2) यह [[कम्प्यूटर]] की गति बढ़ाने में सहायक होता है। (3) यह काफ़ी महंगा होता है तथा मदरबोर्ड में एकीकृत चिप में स्थित होता है। (3) रीड ओनली मेमोरी का संक्षिप्त रूप रोम है। (4) इसे केवल पढ़ने में प्रयोग किया जा सकता है। (5) यह कम्प्यूटर की गति बढ़ाने में कोई मदद नहीं करता है। (6) यह रैम से सस्ता होता है। |
|
| |
|
| ||अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जो आधुनिक ओलंपिक खेलों का नियंत्रण करती हैं। इसका मुख्यालय लुसाने (स्विट्जरलैंड) में है। यह एक स्थायी और स्वनिर्वाचित संस्था है लेकिन जिस देश में ओलंपिक गतिविधियों में अच्छी बढ़ोत्तरी हो या जिस देश में एक बार ओलंपिक खेल हुए हॉ उसे अपने दो सदस्य मनोनीत करवाने का विशेषाधिकार प्राप्त है।{मनोरंजन जरुरी है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-64
| | {विज्ञापन करेक्टर 'गट्टू' का निर्माण किसने किया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-188,प्रश्न-36 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -विभिन्न कार्यक्रमों की गतिविधियों में भाग लेने के लिए | | -[[आर. के. नारायण|आर.के. नारायण]] |
| -व्यक्तित्व के विकास के लिए
| | -अजित निनान |
| +आत्मखुशी एवं मन की शांति के लिए
| | -के.एस. कुलकर्णी |
| -विभिन्न प्रतियोगितांए आयोजित करने के लिए
| | +[[आर के लक्ष्मण|आर.के. लक्ष्मण]] |
| | | ||विज्ञापन करेक्टर 'गट्टू' का निर्माण प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट [[आर के लक्ष्मण|आर.के. लक्ष्मण]] ने किया था। गट्टू का करेक्टर पहली बार एशियन पेंट्स के प्रचार में दिखाया गया था। |
| ||मनोरंजन आत्मखुशी एवं मन की शांति के लिए अत्यंत आवश्यकता है। लंबे समय तक कार्य करने के पश्चात कुछ देर मनोरंजन करने से सारी थकान समाप्त हो जाती है तथा शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है। मनोरंजन सभी वर्ग के लोगों के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।{पेले एक प्रसिद्ध खिलाड़ी था- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-218 प्रश्न-18 | |
| |type="()"}
| |
| -हॉकी में
| |
| +फुटबॉल में
| |
| -बास्केटबॉल में
| |
| -वॉलीबॉल में
| |
| ||फुटबॉल के कुछ प्रसिद्ध खिलाड़ियों के नाम निम्नलिखित हैं-
| |
| (1) पेले-ब्राजील (2)कोनाल्डो-ब्राजील (3)लियोनेल मैसी-अर्जेंटीना (4)मैराडोना-अर्जेंडीना (5)डेविड बेकहम-इंग्लैंड (6)जिडॉन-फ्रांस
| |
| | |
| {कौन-से प्रशिक्षण ढंग में ऐरोविक तथा ऐनऐरोबिक ऊर्जा प्रयोगी होती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-126
| |
| |type="()"}
| |
| -फार्टलेक
| |
| +अंतराल प्रशिक्षण
| |
| -लगातार दौड़ना | |
| -ताकत प्रशिक्षण | |
| | |
| ||अंतराल प्रशिक्षण से शरीर के दो ऊर्जा उत्पन्न करने वाले तंत्र-एरोबिक तथा एनऐरोबिक का पूरा इस्तेमाल होता है। ऐरोबिक तंत्र वह है जो ऊर्जा को मीलों सैर करने या दौड़ने की आज्ञा देता है जो ऑक्सीजन का उपयोग शरीर के सभी स्त्रोतों से कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने में करता है। इनऐरोबिक तंत्र में इसके विपरीत, कार्बोहाइड्रेट जो मांसपेशियों में स्टोर हैं उनसे ऊर्जा लेकर दौड़ने, कूदने या भारी वजन उठाने में उपयोग की जाती है।{अखाड़ा किस खेल से संबंधित है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-204 प्रश्न-28
| |
| |type="()"}
| |
| -फुटबॉल
| |
| -जूडो
| |
| +कुश्ती
| |
| -मुक्केबाजी
| |
| | |
| ||अखाड़ा शब्द संस्कृत वर्णमाला का शब्द है। अखाड़ा मुख्य रूप से प्राचीनकाल में भारत के साधु-संतों का एक ऐसा समूह होता था जो संकट के समय में राजधर्म के विरुद्ध परिस्थितियों में राष्ट्र और धर्म रक्षा के लिए कार्य करता था। खेल के संदर्भ में अखाड़ा पहलवानों के लिए एक मैदान होता है जहां कुश्ती लड़ी जाती थी।
| |
| | |
| | |
| {निम्नलिखित में से किस खेल में खेलते समय कोई 'टाइम आउट' नहीं दिया जाता? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-161 प्रश्न-11
| |
| |type="()"}
| |
| -वॉलीबाल
| |
| +फुटबाल | |
| -बास्केटबाल
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||वोलीबाल में रेस्ट के लिए टाइम आउट का समय 30 सेकंड का होता है। बॉस्केटबाल में टाइम आउट की अवधि 1 मिनट होती है। फुटबाल में टाइम आउट नहीं दिया जाता है।
| |
| {प्रत्येक व्यक्ति की संहति का लगभग 99 प्रतिशत भाग छह तत्त्वों कार्बन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन--------से बना होता है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-176 प्रश्न-126
| |
| |type="()"}
| |
| +नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और कैल्शियम
| |
| -कैल्शियम, सल्फर और ताम्र
| |
| -नाइट्रोजन, आयोडीन और फॉस्फोरस
| |
| -फॉस्फोरस, पोटैशियम और सोडियम
| |
| ||प्रत्येक व्यक्ति की संहति का लगभग 99% भाग-6 तत्त्वों यथा कार्बन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और कैल्शियम से बना होता है। | |
| | |
| {'क्रास-वेबर टेस्ट' का प्रयोग___की माप के लिए किया जाता है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-185 प्रश्न-188
| |
| |type="()"}
| |
| -सहनशीलता
| |
| -हृदश्वसन दक्षता
| |
| -सापेक्षिक पेशीय ताकत
| |
| +न्यूनतम पेशीय ताकत
| |
| | |
| ||क्रास-वेबर परीक्षण (Kraus-Weber Test) में छ: मद शामिल होते हैं। इन परीक्षणों को व्यक्ति की कम से कम या न्यूनतम मांसपेशीय ताकत या पुष्टि को मापने के लिए किया जाता है।{वर्तमान समय में मनोविज्ञान है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-198 प्रश्न-98
| |
| |type="()"} | |
| -मस्तिष्क का विज्ञान
| |
| +व्यवहार का विज्ञान
| |
| -चेतना का विज्ञान
| |
| -आत्मा का विज्ञान
| |
| | |
| ||सर्वप्रथम मनोविज्ञान को 'आत्मा का विद्वान' माना जाता था किंतु वर्तमान समय में मनोविज्ञान 'व्यवहार का विज्ञान' है।{ओलंपिक झंडे में बना पीला गोला महाद्वीप का प्रतिनिधित्व करता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-203 प्रश्न-19 | |
| |type="()"} | |
| +एशिया
| |
| -यूरोप
| |
| -ऑस्ट्रेलिया
| |
| -अमेरिका
| |
| ||ओलंपिक झंडे में बने पांच गोले पांच महाद्वीपों को दर्शाते हैं-
| |
| | |
| नीला गोला-यूरोप, पीला गोला-एशिया, काला गोला-अफ्रीका, लाल गोला-अमेरिका, हरा गोला-ऑस्ट्रेलिया (ओसेनिया) का प्रतिनिधित्व करता है।{कैंपिंग के क्या उद्देश्य है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-209 प्रश्न-65
| |
| |type="()"}
| |
| -व्यावहारिक कौशल सीखाना
| |
| -सकारात्मक सोच विकसित करना
| |
| -व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना
| |
| +ऊपर लिखित सभी
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| ||कैंपिग का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक कौशल सीखना, उनमें सकारात्मक सोच विकसित करना तथा उनमें व्यक्तिगत संबंध स्थापित करना है। कैंपिंग के माध्यम से छात्रों में व्यावहारिक गुण बहुतायत विकसित होते हैं।
| |
| {मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (माका) किसको दी जाती है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-219 प्रश्न-19
| |
| |type="()"}
| |
| +विश्वविद्यालाय को
| |
| -राज्य को
| |
| -एक खिलाड़ी को
| |
| -एक प्रशिक्षक को
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| ||भारत के भूतपूर्व शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की पुण्य स्मृति में वर्ष 1956-1857 में मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी शुरू की गई। प्रति वर्ष दी जाने वाली यह ट्रॉफी उस विश्वविद्यालय को दी जाती है जिसने ऑल इंडिया विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में ओवर ऑल अच्छा प्रदर्शन किया हो।{'लिम्बरिंग डाउन' कब करते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-230 प्रश्न-127
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| -खेल से पहले
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| +खेल के पश्चात
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| -खेल के बीच में
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| -खेल से पहले तथा खेल के पश्चात दोनों
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| ||कूलिंग डाउन या लिम्बरिंग डाउन को वार्मिंग डाउन भी कहा जा सकता है किसी स्पर्धा/प्रतियोगिता या प्रशिक्षण के बाद, शरीर को फिर से सामान्य अवस्था में लाने को लिम्बरिंग डाउन या कूलिंग डाउन कहा जाता है। कूलिंग डाउन, शरीर का धीरे-धीरे थकावट या प्रयास की अवस्था से आराम या लगभग आराम की दशा में लाने की प्रक्रिया होती है। वास्तव में कूलिंग डाउन प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिता के बाद एक आवश्यक क्रिया होती हैं।
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| {शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत निम्नलिखित में से किस पर ज्यादा आधारित हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-205 प्रश्न-29
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| -अनुभव एवं सूझबूझ
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| -परंपराएं एवं रीतियां
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| +प्रक्रिया से संबंधित वैज्ञानिक नियम
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| -दार्शनिक विचार
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| ||शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत प्रक्तिया से संबंधित वैज्ञानिक नियमों पर मुख्यत: आधारित हैं। शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत वैज्ञानिक मापदंडों के आधार पर विकसित किए गए हैं जिससे बालक का शारीरिक एवं मानसिक विकास साथ-साथ हो सके।
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