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*[[उदयपुर]] [[राजस्थान]] का एक ख़ूबसूरत शहर है और [[उदयपुर पर्यटन]] का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है।  
*[[उदयपुर]] [[राजस्थान]] का एक ख़ूबसूरत शहर है और [[उदयपुर पर्यटन]] का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है।  
*रुपनारायण का प्रसिद्ध विष्णु मंदिर उदयपुर में चारभुजा से करीब तीन मील की दूरी पर सेवंत्री गाँव में स्थित है।  
*रुपनारायण का प्रसिद्ध [[विष्णु]] मंदिर उदयपुर में चारभुजा से क़रीब तीन मील की दूरी पर सेवंत्री गाँव में स्थित है।  
*इस मंदिर की स्थापना सन् 1652 (विक्रम संवत् 1709) में हुई थी।
*इस मंदिर की स्थापना सन् 1652 (विक्रम संवत् 1709) में हुई थी।
*यह मंदिर महाराणा जगत सिंह (प्रथम) के राज्यकाल में मड़तिया राठोड़ चांदा के पौत्र और रामदास के पुत्र जगतसिंह ने कोठारीकुंभा के सहयोग से बनवाया था।  
*यह मंदिर महाराणा जगत सिंह (प्रथम) के राज्यकाल में मड़तिया राठोड़ चांदा के पौत्र और रामदास के पुत्र जगतसिंह ने कोठारीकुंभा के सहयोग से बनवाया था।  
*पहले के मंदिर का कुछ अंश नष्ट हो गया था, जिससे उसी के स्थान पर यह नया मंदिर बनवाया गया है।
*पहले के मंदिर का कुछ अंश नष्ट हो गया था, जिससे उसी के स्थान पर यह नया मंदिर बनवाया गया है।
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[[उदयपुर]] [[राजस्थान]] का एक ख़ूबसूरत शहर है और [[उदयपुर पर्यटन]] का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है।

06:03, 8 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

  • उदयपुर राजस्थान का एक ख़ूबसूरत शहर है और उदयपुर पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है।
  • रुपनारायण का प्रसिद्ध विष्णु मंदिर उदयपुर में चारभुजा से क़रीब तीन मील की दूरी पर सेवंत्री गाँव में स्थित है।
  • इस मंदिर की स्थापना सन् 1652 (विक्रम संवत् 1709) में हुई थी।
  • यह मंदिर महाराणा जगत सिंह (प्रथम) के राज्यकाल में मड़तिया राठोड़ चांदा के पौत्र और रामदास के पुत्र जगतसिंह ने कोठारीकुंभा के सहयोग से बनवाया था।
  • पहले के मंदिर का कुछ अंश नष्ट हो गया था, जिससे उसी के स्थान पर यह नया मंदिर बनवाया गया है।


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