"कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 425": अवतरणों में अंतर
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-[[ब्राह्मण]] | -[[ब्राह्मण]] | ||
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||'उपनिषद' [[भारत]] का सर्वोच्च मान्यता प्राप्त विभिन्न [[दर्शन|दर्शनों]] का संग्रह है। इसे [[वेदांत]] भी कहा जाता है। उपनिषद भारत के अनेक दार्शनिकों, जिन्हें [[ऋषि]] या [[मुनि]] कहा गया है, के अनेक वर्षों के गम्भीर चिंतन-मनन का परिणाम है। उपनिषदों को आधार मानकर और इनके दर्शन को अपनी [[भाषा]] में रूपांतरित कर विश्व के अनेक [[धर्म|धर्मों]] और विचारधाराओं का जन्म हुआ। उपलब्ध उपनिषद-ग्रन्थों की संख्या में से ईशादि 10 उपनिषद सर्वमान्य हैं। उपनिषदों की कुल संख्या 108 है। प्रमुख उपनिषद हैं- [[ईशावास्य उपनिषद्|ईश]], [[केनोपनिषद|केन]], [[कठोपनिषद|कठ]], [[माण्डूक्योपनिषद|माण्डूक्य]], [[तैत्तिरीयोपनिषद|तैत्तिरीय]], [[ऐतरेयोपनिषद|ऐतरेय]], [[छान्दोग्य उपनिषद|छान्दोग्य]], [[श्वेताश्वतरोपनिषद|श्वेताश्वतर]], [[बृहदारण्यकोपनिषद|बृहदारण्यक]], [[कौषीतकि ब्राह्मणोपनिषद|कौषीतकि]], [[मुण्डकोपनिषद|मुण्डक]], [[प्रश्नोपनिषद|प्रश्न]], मैत्राणीय आदि।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उपनिषद]] | |||
{छपेली लोक नृत्य किस राज्य से सम्बन्धित है? | {छपेली लोक नृत्य किस राज्य से सम्बन्धित है? | ||
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-[[अरुणाचल प्रदेश]] | -[[अरुणाचल प्रदेश]] | ||
-[[आन्ध्र प्रदेश]] | -[[आन्ध्र प्रदेश]] | ||
+[[ | +[[उत्तराखंड]] | ||
-[[उत्तर प्रदेश]] | -[[उत्तर प्रदेश]] | ||
||'छपेली' [[उत्तराखंड]] का पुराना [[लोकनृत्य]] है। इस नृत्य का आयोजन आमतौर से शुभ अवसरों पर किया जाता है। इस नृत्य को समूह में किया जाता है। [[छपेली|छपेली नृत्य]] को करते समय लड़कियां अपने बाएं हाथ में एक दर्पण और दूसरे हाथ में रंगीन रुमाल रखती हैं और लड़के उत्तराखंड के [[वाद्य यंत्र]] 'हुड़का' के साथ ही [[मंजीरा]] और [[बांसुरी]] बजाते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उत्तराखंड]], [[छपेली]] | |||
{'पेरियामेलन' [[नृत्य]] [[शैली]] किस प्रदेश से सम्बद्ध है? | {'पेरियामेलन' [[नृत्य]] [[शैली]] किस प्रदेश से सम्बद्ध है? | ||
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+[[केरल]] | +[[केरल]] | ||
-[[बिहार]] | -[[बिहार]] | ||
||[[चित्र:Houseboat-Kumarakom-Kerala.jpg|right|border|80px|हाउसबोट, कुमारकोम, केरल]]'केरल' भारतीय राज्य, जो [[भारत]] के दक्षिण-पश्चिम सीमा पर स्थित है। इसकी राजधानी [[तिरुवनन्तपुरम]] (त्रिवेन्द्रम) है। [[केरल]] को 'भारत का मसालों का बगीचा' कहा जाता है। यह मलय पर्वत की क्रोड में बसा हुआ प्रदेश है, जिसमें भूतपूर्व [[त्रावणकोर]] और [[कोचीन]] की रियासतें सम्मिलित हैं। [[केरल की संस्कृति]] वास्तव में [[भारतीय संस्कृति]] का अभिन्न हिस्सा है। भारतीय उपमहाद्वीप की तरह केरल की संस्कृति का भी एक पुरातन इतिहास है जो अपने आप में महत्त्वपूर्ण होने का दावा करता है। केरल की संस्कृति भी एक समग्र और महानगरीय संस्कृति है जिसमें कई लोगों और जातियों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[केरल]] | |||
{[[भारत]] के निम्न [[संग्रहालय|संग्रहालयों]] में से किसका स्थान गलत ढंग से अंकित है? | {[[भारत]] के निम्न [[संग्रहालय|संग्रहालयों]] में से किसका स्थान गलत ढंग से अंकित है? | ||
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-[[सालारजंग संग्रहालय]] - [[हैदराबाद]] | -[[सालारजंग संग्रहालय]] - [[हैदराबाद]] | ||
-[[नेपियर संग्रहालय तिरुअनंतपुरम|नेपियर संग्रहालय]] - [[तिरुअनंतपुरम]] | -[[नेपियर संग्रहालय तिरुअनंतपुरम|नेपियर संग्रहालय]] - [[तिरुअनंतपुरम]] | ||
||'कैलिको संग्रहालय' [[अहमदाबाद]], [[गुजरात]] में स्थित है। यह [[संग्रहालय]] [[भारत]] के कपड़ा संग्रहालयों में से एक है और यह भारतीय कपड़ों की विविध संग्रह के कारण जाना जाता है। पूरी दुनिया में यहां का कलेक्शन प्रसिद्ध है। इस संग्रहालय में विभिन्न डिजाइन, [[रंग]] और पैटर्न के वस्त्र देखने को मिलते हैं, जो भारत के कोने-कोने से एकत्र होते है। इनका फ्रैब्रिक, इनके बनाने और बुनने का तरीका आदि अलग होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कैलिको संग्रहालय]] | |||
{सुप्रसिद्ध ' | {सुप्रसिद्ध 'कमल मन्दिर', जो बहाई धर्म के अनुयायियों ने बनवाया है, किस शहर में स्थित है? | ||
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-[[मुम्बई]] | -[[मुम्बई]] | ||
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-[[नागपुर]] | -[[नागपुर]] | ||
-[[लखनऊ]] | -[[लखनऊ]] | ||
||[[चित्र:Lotus-Temple.jpg|right|border|80px|लोटस टैंपल]]'लोटस टैंपल' [[भारत]] में [[दिल्ली]] का एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। [[लोटस टैंपल]] यानी 'बहाई मंदिर' दक्षिण दिल्ली के कालका जी में 26 एकड़ में बना है। इसमें एक बड़ा शान्त प्रार्थना स्थल है जिसमें सभी धर्मों के लोग अपने-अपने इष्टदेव या [[धर्म]] की प्रार्थना करते हैं। यहाँ कोई भी मूर्ति या किसी भी प्रकार का धर्म नहीं है। अपने इसी ख़ास गुण के कारण यह [[दिल्ली]] और देश-विदेश में [[ताजमहल]] के बाद लोकप्रिय दर्शनीय स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लोटस टैंपल]] | |||
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05:31, 18 फ़रवरी 2020 के समय का अवतरण
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- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- कला प्रांगण, कला कोश, संस्कृति प्रांगण, संस्कृति कोश, धर्म प्रांगण, धर्म कोश
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