"प्रयोग:कविता सा.-1": अवतरणों में अंतर
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{'मेल्टिंग वाच' किसकी पेंटिंग है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-134,प्रश्न-15 | {'मेल्टिंग वाच' किसकी पेंटिंग है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-134,प्रश्न-15 | ||
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+[[अबनीन्द्रनाथ टैगोर]] | +[[अबनीन्द्रनाथ टैगोर]] | ||
-[[अंजलि इला मेनन]] | -[[अंजलि इला मेनन]] | ||
||'भारतमाता' [[अबनीन्द्रनाथ टैगोर]] की रचना है। उल्लेखनीय है कि 'भारतमाता' ही वह पेंटिंग है जिसे सिस्टर निवेदिता कश्मीर से कन्याकुमारी तक लेकर जाना | ||'भारतमाता' [[अबनीन्द्रनाथ टैगोर]] की रचना है। उल्लेखनीय है कि 'भारतमाता' ही वह पेंटिंग है जिसे [[सिस्टर निवेदिता]] [[कश्मीर]] से [[कन्याकुमारी]] तक लेकर जाना चाहती थीं। | ||
{'पहाड़ी स्कूल' 'कांगड़ा स्कूल' एवं 'राजपूत स्कूल' आदि का संबंध है(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-75,प्रश्न-24 | {'पहाड़ी स्कूल' 'कांगड़ा स्कूल' एवं 'राजपूत स्कूल' आदि का किससे संबंध है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-75,प्रश्न-24 | ||
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-[[शास्त्रीय संगीत]] से | -[[शास्त्रीय संगीत]] से | ||
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||'पहाड़ी स्कूल' 'कांगड़ा स्कूल' एवं 'राजपूत स्कूल' आदि शैलियों का संबंध [[चित्रकला]] से है। | ||'पहाड़ी स्कूल' 'कांगड़ा स्कूल' एवं 'राजपूत स्कूल' आदि शैलियों का संबंध [[चित्रकला]] से है। | ||
{शाहजहाँ काल की [[चित्रकला]] में चित्रित लघु चित्रों में अधिक चित्रित है-(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-66,प्रश्न-73 | {[[शाहजहाँ]] काल की [[चित्रकला]] में चित्रित लघु चित्रों में अधिक चित्रित है-(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-66,प्रश्न-73 | ||
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-युद्ध दृश्य | -युद्ध दृश्य | ||
+रंगमहल | +रंगमहल दृश्य | ||
-शिकार दृश्य | -शिकार दृश्य | ||
-धार्मिक विषय | -धार्मिक विषय | ||
||शाहजहाँ काल की चित्रशाला में चित्रित लघु चित्रो में रंगमहल और काम क्रीड़ा या रति संबंधी दृश्यों पर आधारित चित्र अधिक संख्या में बनाए गये। | ||[[शाहजहाँ]] काल की चित्रशाला में चित्रित लघु चित्रो में रंगमहल और काम क्रीड़ा या रति संबंधी दृश्यों पर आधारित चित्र अधिक संख्या में बनाए गये। | ||
{'लाल पुष्प' किस मुग़ल कलाकार का चित्र है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-52 | {'लाल पुष्प' किस मुग़ल कलाकार का चित्र है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-52 | ||
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||पुष्पों की चित्रकारी में [[उस्ताद मंसूर]] को महारत हासिल थी। 'लाल पुष्पों की बहार' का चित्र उसके सर्वोत्तम चित्रों में से एक है। | ||पुष्पों की चित्रकारी में [[उस्ताद मंसूर]] को महारत हासिल थी। 'लाल पुष्पों की बहार' का चित्र उसके सर्वोत्तम चित्रों में से एक है। | ||
{कंपनी शैली के प्रसिद्ध कलाकार कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-77,प्रश्न-8 | {[[कंपनी शैली]] के प्रसिद्ध कलाकार कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-77,प्रश्न-8 | ||
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-रामलाल | -रामलाल | ||
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-रामाधार | -रामाधार | ||
+ईश्वरी प्रसाद | +ईश्वरी प्रसाद | ||
||कंपनी शैली के प्रमुख चित्रकार ईश्वरी प्रसाद वर्मा, सेवक राम, हुलास लाल, शिवलाल, जयराम दास, झूमक लाल तथा फकीरचंद आदि थे। | ||[[कंपनी शैली]] के प्रमुख चित्रकार ईश्वरी प्रसाद वर्मा, सेवक राम, हुलास लाल, शिवलाल, जयराम दास, झूमक लाल तथा फकीरचंद आदि थे। | ||
{असित हल्दर किस आर्ट कॉलेज के प्रिंसिपल थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-1 | {असित हल्दर किस आर्ट कॉलेज के प्रिंसिपल थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-1 | ||
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- | -पटना | ||
- | -कलकत्ता | ||
+ | +लखनऊ | ||
- | -दिल्ली | ||
||असित कुमार हल्दर वर्ष 1925 में [[लखनऊ]] कला विद्यालय के प्रिंसिपल हुए। हल्दर इस विद्यालय के प्रथम भारतीय प्रिंसिपल (प्राचार्य) थे। इससे पूर्व असित कुमार हल्दर [[शांतिनिकेतन]] के कला भवन के प्रधानाचार्य और महाराजा स्कूल | ||असित कुमार हल्दर वर्ष 1925 में [[लखनऊ]] कला विद्यालय के प्रिंसिपल हुए। हल्दर इस विद्यालय के प्रथम भारतीय प्रिंसिपल (प्राचार्य) थे। इससे पूर्व असित कुमार हल्दर [[शांतिनिकेतन]] के कला भवन के प्रधानाचार्य और महाराजा स्कूल ऑफ़ आर्ट के प्रधान शिक्षक रह चुके थे। | ||
{[[इलाहाबाद विश्वविद्यालय]] में [[चित्रकला]] विभाग की स्थापना किस चित्रकार ने की थी?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-97,प्रश्न-3 | {[[इलाहाबाद विश्वविद्यालय]] में [[चित्रकला]] विभाग की स्थापना किस चित्रकार ने की थी?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-97,प्रश्न-3 | ||
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{सवाई मान सिंह द्वारा बनाया गया 'जंतर-मंतर कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-230,प्रश्न-331 | {सवाई मान सिंह द्वारा बनाया गया 'जंतर-मंतर कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-230,प्रश्न-331 | ||
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+जयपुर | +[[जयपुर]] | ||
-पटना | -[[पटना]] | ||
-हैदराबाद | -[[हैदराबाद]] | ||
-बड़ौदा | -[[बड़ौदा]] | ||
||सवाई मान सिंह की आकांक्षा थी कि जंतर-मंतर बनवाएँ किंतु वे ऐसा नहीं कर पाए। सवाई राजा जय सिंह द्वितिय जंतर-मंतर बनवाया जबकि प्रश्न को गलत रुप में पूछा गया है। | ||सवाई मान सिंह की आकांक्षा थी कि जंतर-मंतर बनवाएँ किंतु वे ऐसा नहीं कर पाए। सवाई राजा जय सिंह द्वितिय जंतर-मंतर बनवाया जबकि प्रश्न को गलत रुप में पूछा गया है। | ||
11:40, 22 मार्च 2018 का अवतरण
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