"प्रयोग:कविता बघेल 4": अवतरणों में अंतर
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{'NDDB' स्थित है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-67,प्रश्न-71 | {'NDDB' स्थित है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-67,प्रश्न-71 | ||
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-[[नई दिल्ली]] | -[[नई दिल्ली]] में | ||
-[[करनाल]] में | -[[करनाल]] में | ||
+आनन्द में | +आनन्द में | ||
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-डॉ. रोजर्स | -डॉ. रोजर्स | ||
-[[एम. एस. स्वामीनाथन|डॉ. स्वामीनाथन]] | -[[एम. एस. स्वामीनाथन|डॉ. स्वामीनाथन]] | ||
||कृषि क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. नॉरमन ई. बोरलॉग है। इन्हें यह पुरस्कार सन् 1970 ई. में शांति के लिए दिया गया था। | ||कृषि क्षेत्र में [[नोबेल पुरस्कार]] विजेता डॉ. नॉरमन ई. बोरलॉग है। इन्हें यह पुरस्कार सन् [[1970]] ई. में शांति के लिए दिया गया था। | ||
{'केन्द्रीय शुष्क कृषि अनुसंधान संस्थान' स्थापित है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-11 | {'केन्द्रीय शुष्क कृषि अनुसंधान संस्थान' स्थापित है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-11 | ||
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||शस्य योजना के अंदर एक-वर्षीय फसल चक्र के लिए एक खेत, दो-वर्षीय फसल चक्र के लिए दो खेत और चार-वर्षीय फसल चक्र के लिए चार खेतों की जरूरत होगी, क्योंकि सफल चक्र की हर फसल हर वर्ष लेनी होती है। चरी-बरसीम-धान-मटर दो वर्षीय फसल चक्र है, अत: इसके लिए दो खेतों की जरूरत होगी। | ||शस्य योजना के अंदर एक-वर्षीय फसल चक्र के लिए एक खेत, दो-वर्षीय फसल चक्र के लिए दो खेत और चार-वर्षीय फसल चक्र के लिए चार खेतों की जरूरत होगी, क्योंकि सफल चक्र की हर फसल हर वर्ष लेनी होती है। चरी-बरसीम-[[धान]]-[[मटर]] दो वर्षीय फसल चक्र है, अत: इसके लिए दो खेतों की जरूरत होगी। | ||
{2: 1 ट्राइफॉर्मिक फैलने वाले सिलीकेट क्लेज की धनायन विनिमय क्षमता होती है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-12 | {2: 1 ट्राइफॉर्मिक फैलने वाले सिलीकेट क्लेज की धनायन विनिमय क्षमता होती है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-12 | ||
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{'चीज' के जामन पाए जाते है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-67,प्रश्न-72 | {'चीज' के जामन पाए जाते है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-67,प्रश्न-72 | ||
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-केवल लैक्टिक अम्ल पैदा करने वाले जीवाणु | -केवल [[लैक्टिक अम्ल]] पैदा करने वाले [[जीवाणु]] | ||
+लैक्टिक अम्ल तथा सुवास (Flavour) पैदा करने वाले दोनों जीवाणु | +लैक्टिक अम्ल तथा सुवास (Flavour) पैदा करने वाले दोनों जीवाणु | ||
-केवल सुवास पैदा करने वाले जीवाणु | -केवल सुवास पैदा करने वाले जीवाणु | ||
-एसिटिक अम्ल पैदा करने वाले जीवणु | -एसिटिक अम्ल पैदा करने वाले जीवणु | ||
||चीज (Cheese) के जामन (Starter) में लैक्टिक अम्ल तथा सुवास (Flavour) उत्पन्न करने वाले दोनों जीवाणु होते हैं।? | ||चीज (Cheese) के जामन (Starter) में [[लैक्टिक अम्ल]] तथा सुवास (Flavour) उत्पन्न करने वाले दोनों जीवाणु होते हैं।? | ||
{गाँठ गोभी के लिए किस प्रकार की मृदा अच्छी होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-12 | {गाँठ गोभी के लिए किस प्रकार की [[मृदा]] अच्छी होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-12 | ||
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+दोमट | +दोमट | ||
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||गाँठ गोभी के लिए सबसे अधिक उपयुक्त दोमट मिट्टी होती है, जबकि आलू के लिए बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है। | ||गाँठ गोभी के लिए सबसे अधिक उपयुक्त दोमट मिट्टी होती है, जबकि आलू के लिए बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है। | ||
{भारत | {[[भारत]] की लगभग 142 मिलियन हैक्टेयर भूमि आती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-77,प्रश्न-82 | ||
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+कृषि क्षेत्र में | +[[कृषि|कृषि क्षेत्र]] में | ||
-गैर-जोत भूमि में | -गैर-जोत भूमि में | ||
-वन भूमि में | -वन भूमि में | ||
-अपरदित भूमि में | -अपरदित भूमि में | ||
||भारत | ||[[भारत]] की 143.8 मिलियन हैक्टेयर भूमि [[कृषि|कृषि-क्षेत्र]] में आती है, जिसका सिंचित भाग 33% है तथा शेष 67% भाग अभिसिंचित है। | ||
{कीटों का वर्गीकरण एवं नामकरण किस नियम एवं शाखा के अंतर्गत आता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-81,प्रश्न-12 | {[[कीट|कीटों]] का वर्गीकरण एवं नामकरण किस नियम एवं शाखा के अंतर्गत आता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-81,प्रश्न-12 | ||
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-आकारिकी | -आकारिकी | ||
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||प्रदर्शन का अर्थ करके दिखाने से होता है। करके एवं देखकर सीखना ही इसका मूलभूत सिद्धांत है अत: प्रदर्शन- 'देखकर विश्वास करो तथा करके सीखो' के सिद्धांत पर आधारित है। | ||प्रदर्शन का अर्थ करके दिखाने से होता है। करके एवं देखकर सीखना ही इसका मूलभूत सिद्धांत है अत: प्रदर्शन- 'देखकर विश्वास करो तथा करके सीखो' के सिद्धांत पर आधारित है। | ||
{अधिकतम 'विटामिन सी' | {अधिकतम '[[विटामिन सी]]' मिलता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-12 | ||
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-सेब | -[[सेब]] | ||
+ | +[[आँवला]] | ||
-अमरूद | -अमरूद | ||
-नींबू | -[[नींबू]] | ||
||'विटामिन सी' की सबसे अधिक मात्रा घटते क्रम में निम्न प्रकार हैं-आँवला>अमरूद>नींबू> | ||'[[विटामिन सी]]' की सबसे अधिक मात्रा घटते क्रम में निम्न प्रकार हैं-[[आँवला]]>अमरूद>[[नींबू]]>[[सेब]] | ||
{'भूमि विकास बैंक' किसानों को ऋण उपलब्ध करता है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-46,प्रश्न-13 | {'भूमि विकास बैंक' किसानों को ऋण उपलब्ध करता है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-46,प्रश्न-13 | ||
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+लम्बी अवधि के लिए | +लम्बी अवधि के लिए | ||
-केवल भूमि-सुधार के लिए | -केवल भूमि-सुधार के लिए | ||
||'भूमि विकास बैंक' का मुख्य उद्देश्य किसानों की भूमि पर विकास कार्यो जैसे- फार्म पर सिंचाई के लिए कुएँ, नालियों एवं घर बनवाना, पम्पिंग सैट | ||'भूमि विकास बैंक' का मुख्य उद्देश्य किसानों की भूमि पर विकास कार्यो जैसे- फार्म पर सिंचाई के लिए [[कुआँ|कुएँ]], नालियों एवं घर बनवाना, पम्पिंग सैट लगवाने, ट्रैक्टर, स्प्रेयर्स, कम्बाईन्स, डस्टर्स, थ्रेसर आदि मशीनों के क्रय के लिए दीर्घकालीन ऋण स्वीकृत करना है। भूमि विकास बैंक किसानों की पुराने ऋणों से मुक्ति दिलाते हैं। | ||
{वर्षा के दिनों में बादलों की चमक और गरज- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-12 | {[[वर्षा]] के दिनों में [[बादल|बादलों]] की चमक और गरज से सम्बधित कौन सा कथन सही है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-12 | ||
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-एक साथ प्रारम्भ होती है | -एक साथ प्रारम्भ होती है | ||
-गरज | -गरज के पश्चात् चमक प्रारम्भ होती है | ||
+चमक के पश्चात् गरज प्रारम्भ होती है | +चमक के पश्चात् गरज प्रारम्भ होती है | ||
-अधिक न गरज और न ही | -अधिक न गरज और न ही चमक होती है | ||
||वर्षा के दिनों में पहले बादल चमकने शुरू होते हैं, उसके बाद उनकी गरज शुरू होती है। | ||[[वर्षा]] के दिनों में पहले [[बादल]] चमकने शुरू होते हैं, उसके बाद उनकी गरज शुरू होती है। | ||
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{निम्न में से | {निम्न में से सूचक फसल कौन-सी है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-31,प्रश्न-9 | ||
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- | -[[बाजरा]] | ||
-ज्वार | -[[ज्वार]] | ||
+गोभी | +गोभी | ||
-प्याज | -प्याज | ||
||कुछ पौधों में तत्त्व-विशेष की कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे जाती हैं, जिंहें देखकर ऐसा बोध होता है कि इनमें तत्त्वों की कमी है, ऐसे ही पौधों को सूचक पौधे कहते हैं। जैसे- | ||कुछ पौधों में तत्त्व-विशेष की कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे जाती हैं, जिंहें देखकर ऐसा बोध होता है कि इनमें तत्त्वों की कमी है, ऐसे ही पौधों को सूचक पौधे कहते हैं। जैसे- | ||
सूचक पौधे अल्प मात्रों में तत्त्व | सूचक पौधे अल्प मात्रों में तत्त्व | ||
1.फूलगोभी, पत्तागोभी कैल्सियम, आयरन, नाइट्रोजन | 1.[[फूलगोभी]], [[पत्तागोभी]] [[कैल्सियम]], [[आयरन]], [[नाइट्रोजन]] | ||
2.सूरजमुखी बोरान | 2.[[सूरजमुखी]] [[बोरान]] | ||
3.चुकंदर मैंग्नीशियम, पोटैशियम | 3.[[चुकंदर]] मैंग्नीशियम, [[पोटैशियम]] | ||
4.जई मैंगनीज | 4.जई [[मैंगनीज]] | ||
5.तोरिया फॉस्फोरस | 5.तोरिया [[फॉस्फोरस]] | ||
{मृदा, जिसमें उपलब्ध | {[[मृदा]], जिसमें उपलब्ध P<sub>2</sub>O<sub>5</sub> की मात्रा 20 Kg/hectere से कम हो, उसे रखते हैं? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-14 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+निम्न श्रेणी | +निम्न श्रेणी | ||
-मध्यम श्रेणी | -मध्यम श्रेणी | ||
-उच्च श्रेणी | -उच्च श्रेणी | ||
-अति-उच्च श्रेणी | -अति-उच्च श्रेणी | ||
||ऐसी मृदा, जिसमें | ||ऐसी मृदा, जिसमें P<sub>2</sub>O<sub>5</sub> की मात्रा 20 किग्रा/हैक्टेयर से कम होती है, उसे निम्न श्रेणी में रखते हैं। | ||
{'आउड ब्रीडिंग' (Out-dreeding) समागम (Mating) है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-67,प्रश्न-73 | {'आउड ब्रीडिंग' (Out-dreeding) समागम (Mating) है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-67,प्रश्न-73 | ||
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||एक समान नस्ल वाले दो असम्बंधित पशुओं का आउट ब्रीडिंग समागम (Mating) होता है। | ||एक समान नस्ल वाले दो असम्बंधित पशुओं का आउट ब्रीडिंग समागम (Mating) होता है। | ||
{निम्न में से कौन-सी मृदा लहसुन की खेती के लिए बहुत अच्छी होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-13 | {निम्न में से कौन-सी [[मृदा]] [[लहसुन]] की खेती के लिए बहुत अच्छी होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-13 | ||
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-दोमट बलुअर | -दोमट बलुअर | ||
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-दोमट | -दोमट | ||
-मटियार | -मटियार | ||
||लहसुन की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त बलुई दोमट मिट्टी होती है। मटियार मिट्टी में इसकी खेती करने से इसकी पैदावार कम होती है। | ||[[लहसुन]] की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त बलुई दोमट मिट्टी होती है। मटियार मिट्टी में इसकी खेती करने से इसकी पैदावार कम होती है। | ||
{भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय 1875 में स्थापित किया गया | {भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय [[1875]] में कहां स्थापित किया गया था? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-77,प्रश्न-83 | ||
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-नई दिल्ली | -[[नई दिल्ली]] | ||
-हैदराबाद | -[[हैदराबाद]] | ||
+पुणे | +[[पुणे]] | ||
-कलकत्ता | -[[कलकत्ता]] | ||
||भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय पुणे में स्थित है, | ||भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय [[पुणे]] में स्थित है, जो सन् [[1875]] में स्थापित किया गया था। | ||
{ | {सर्वप्रथम सूक्ष्मजीव किसने देखा? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं 82, प्रश्न-22 | ||
-लूइस पाश्चर | |||
+ | +एंटनी वान ल्यूनेवहॉक | ||
- | -राबर्ट कोच | ||
- | -जॉन टिंडल | ||
||सबसे पहले सूक्ष्मजीव की खोज एण्टनी वान ल्यूवेन्हॉक ने की थी। | |||
|| | |||
{समूह बनता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-32,प्रश्न-19 | {समूह बनता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-32,प्रश्न-19 | ||
पंक्ति 239: | पंक्ति 235: | ||
||दो या दो से अधिक लोगों को 'समूह' कहते हैं। 'समूह' के लिए मनुष्यों की अधिकतम संख्या बीस होती है। | ||दो या दो से अधिक लोगों को 'समूह' कहते हैं। 'समूह' के लिए मनुष्यों की अधिकतम संख्या बीस होती है। | ||
{भारत में सबसे महत्त्वपूर्ण और सर्वाधिक क्षेत्र है | {[[भारत]] में सबसे महत्त्वपूर्ण और सर्वाधिक क्षेत्र किस [[मृदा]] का है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-13 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-लैटेराइट मृदा | -[[लैटेराइट मिट्टी|लैटेराइट मृदा]] | ||
+ | +[[जलोढ़ मिट्टी|जलोढ़ मृदा]] | ||
-लाल | -[[लाल मिट्टी|लाल मृदा]] | ||
-काली मृदा | -[[काली मिट्टी|काली मृदा]] | ||
||भारत में जलोढ़ (एल्यूवियल) मृदा सर्वाधिक क्षेत्र में पायी जाती है | ||[[भारत]] में [[जलोढ़ मिट्टी|जलोढ़ (एल्यूवियल) मृदा]] सर्वाधिक क्षेत्र में पायी जाती है | ||
{जुताई द्वारा | {जुताई द्वारा किस प्रकार की [[मृदा]] में सुधार किया जा सकता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-46,प्रश्न-14 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अम्लीय मृदा | -अम्लीय मृदा | ||
-क्षारीय मृदा | -[[क्षारीय मृदा]] | ||
+लवणीय मृदा | +लवणीय मृदा | ||
- | -कोई भी [[मृदा]] | ||
||गहरी जुताई एवं अवमृत गहरी जुताई द्वारा लवणीय मृदाओं को सुधारा जा सकता है। | ||गहरी जुताई एवं अवमृत गहरी जुताई द्वारा लवणीय मृदाओं को सुधारा जा सकता है। | ||
{देश में प्रतिदिन मौसम का पूर्वानुमान प्राप्त होता है | {देश में प्रतिदिन मौसम का पूर्वानुमान किस स्थान से प्राप्त होता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-13 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+पुणे | +[[पुणे]] | ||
-दिल्ली | -[[दिल्ली]] | ||
-मुम्बई | -[[मुम्बई]] | ||
-कोलकाता | -[[कोलकाता]] | ||
||भारत देश में प्रतिदिन मौसम का पूर्वानुमान | ||[[भारत]] देश में प्रतिदिन मौसम का पूर्वानुमान [[पुणे]] से प्राप्त होता है। | ||
11:22, 5 जनवरी 2017 का अवतरण
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