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गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{अष्टछाप के कवियों में प्रथम नियुक्त कीर्तनकार कवि कौन थे? | {[[अष्टछाप]] के कवियों में प्रथम नियुक्त कीर्तनकार कवि कौन थे? | ||
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-[[नन्ददास]] | -[[नन्ददास]] | ||
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+[[सूरदास]] | +[[सूरदास]] | ||
-[[कुंभनदास]] | -[[कुंभनदास]] | ||
||[[चित्र:Surdas Surkuti Sur Sarovar Agra-19.jpg|सूरदास, सूरसरोवर, आगरा|100px|right]] | ||[[चित्र:Surdas Surkuti Sur Sarovar Agra-19.jpg|सूरदास, सूरसरोवर, आगरा|100px|right]]सूरदास जी के पिता श्री रामदास गायक थे। सूरदास जी के [[जन्मांध]] होने के विषय में भी मतभेद हैं। आगरा के समीप गऊघाट पर उनकी भेंट श्री [[वल्लभाचार्य]] से हुई और वे उनके शिष्य बन गए। वल्लभाचार्य ने उनको [[वल्लभ-सम्प्रदाय|पुष्टिमार्ग]] में [[दीक्षा]] दे कर कृष्णलीला के (काव्य) पद गाने का आदेश दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूरदास]] | ||
{'उद्धवशतक' किसकी कृति है? | {'उद्धवशतक' किसकी कृति है? |
13:52, 31 अगस्त 2011 का अवतरण
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