"सदस्य:लक्ष्मी गोस्वामी/अभ्यास6": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 77: पंक्ति 77:
+[[पृथ्वीराज चौहान]] के  
+[[पृथ्वीराज चौहान]] के  
-महाराज हम्मीर के
-महाराज हम्मीर के
||[[चित्र:Prithvi-Raj-Chauhan-Statue-Ajmer.jpg|right|120px|पृथ्वीराज चौहान]][[कन्नौज]] के शासक [[जयचंद्र]] की पुत्री [[संयोगिता]] [[पृथ्वीराज चौहान]] से प्रेम करती थी, और पृथ्वीराज उसे भगा ले गए थे। इस घटना के कारण जयचंद्र क्रोध से भर गया था। पर अब अनेक इतिहासकार इस कथन को स्वीकार नहीं करते। यह कहानी बहुत बाद में कवि [[चंदबरदाई]] ने लिखी, जो कि पृथ्वीराज चौहान के दरबार के राजकवि थे। यथार्थ में इन दोनों राजाओं के बीच पुरानी दुश्मनी थी और इस कारण कोई आश्चर्य की बात नहीं कि, जयचंद्र ने पृथ्वीराज का साथ नहीं दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पृथ्वीराज चौहान]]
||[[चित्र:Prithvi-Raj-Chauhan-Statue-Ajmer.jpg|right|120px|पृथ्वीराज चौहान]][[कन्नौज]] के शासक [[जयचंद्र]] की पुत्री संयोगिता [[पृथ्वीराज चौहान]] से प्रेम करती थी, और पृथ्वीराज उसे भगा ले गए थे। इस घटना के कारण जयचंद्र क्रोध से भर गया था। पर अब अनेक इतिहासकार इस कथन को स्वीकार नहीं करते। यह कहानी बहुत बाद में कवि [[चंदबरदाई]] ने लिखी, जो कि पृथ्वीराज चौहान के दरबार के राजकवि थे। यथार्थ में इन दोनों राजाओं के बीच पुरानी दुश्मनी थी और इसी कारण से जयचंद्र ने [[मुहम्मद गोरी]] के विरुद्ध पृथ्वीराज का साथ नहीं दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पृथ्वीराज चौहान]]


{'कलम का जादूगर' किसे कहा जाता है?
{'कलम का जादूगर' किसे कहा जाता है?
पंक्ति 114: पंक्ति 114:
-[[नागार्जुन]]  
-[[नागार्जुन]]  
-[[सुमित्रानंदन पंत]]
-[[सुमित्रानंदन पंत]]
||[[चित्र:Ramdhari-Singh-Dinkar-2.jpg|रामधारी सिंह दिनकर|100px|right]][[हिन्दी]] के सुविख्यात कवि [[रामधारी सिंह दिनकर]] का जन्म 23 सितंबर, 1908 ई. में सिमरिया, [[मुंगेर]] ज़िला ([[बिहार]]) में एक सामान्य किसान 'रविसिंह' तथा उनकी पत्नी 'मनरूप देवी' के पुत्र के रूप में हुआ था। रामधारी सिंह दिनकर एक ओजस्वी राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कवि के रूप में जाने जाते थे। उनकी कविताओं में छायावादी युग का प्रभाव होने के कारण [[श्रृंगार रस]] के भी प्रमाण मिलते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रामधारी सिंह दिनकर]]
||[[चित्र:Ramdhari-Singh-Dinkar-2.jpg|रामधारी सिंह दिनकर|100px|right]][[हिन्दी]] के सुविख्यात कवि [[रामधारी सिंह दिनकर]] का जन्म 23 सितंबर, 1908 ई. में सिमरिया, [[मुंगेर]] ज़िला ([[बिहार]]) में एक सामान्य किसान 'रविसिंह' तथा उनकी पत्नी 'मनरूप देवी' के पुत्र के रूप में हुआ था। रामधारी सिंह दिनकर एक ओजस्वी राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कवि के रूप में जाने जाते थे। उनकी कविताओं में छायावादी युग का प्रभाव होने के कारण श्रृंगार रस के भी प्रमाण मिलते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रामधारी सिंह दिनकर]]
</quiz>
</quiz>
|}
|}
|}
|}
__NOTOC__
__NOTOC__

06:01, 8 अगस्त 2011 का अवतरण

हिन्दी

1 इनमें से सही शब्द कौन-सा है?

सिंगार
श्रंगार
श्रृंगार
शिंगार

2 'पंचवटी' शब्द में कौन-सा समास है?

अव्ययीभाव
कर्मधारय
द्विगु
बहुब्रीहि

3 'कुरुक्षेत्र' को क्या कहा जाता है।

रणक्षेत्र
कौरवक्षेत्र
युद्धक्षेत्र
यज्ञक्षेत्र

4 हिन्दी वर्णमाला में स्वरों की संख्या कितनी है?

आठ
ग्यारह
दस
चौदह

5 जयशंकर प्रसाद का संबंध किस काव्य-प्रवृत्ति से है?

प्रगतिवादी
छायावादी
प्रयोगवादी
कोई नहीं

6 निम्नलिखित भाषाओं में से कौन-सी भाषा उत्तर प्रदेश में नहीं बोली जाती?

अवधी भाषा
ब्रजभाषा
मैथिली भाषा
खड़ी बोली

7 भक्ति को रस रूप में प्रतिष्ठित करने वाले आचार्य कौन हैं?

मधुसूदन सरस्वती
जीव गोस्वामी
वल्लभाचार्य
रूप गोस्वामी

8 ह्रदय की वह कौन-सी स्थायी दशा है, जो सदाचार को प्रेरित करती है?

प्रेम दशा
ज्ञान दशा
शील दशा
भक्ति दशा

9 प्रयोगवाद को 'बैठे ठाले का धन्धा' किस अलोचक ने कहा?

नन्द दुलारे वाजपेयी
रामविलास शर्मा
शिवदानसिंह चौहान
नामवर सिंह

10 चंदबरदाई किसके दरबारी कवि थे?

महाराणा प्रताप के
महाराज बीसलदेव के
पृथ्वीराज चौहान के
महाराज हम्मीर के

11 'कलम का जादूगर' किसे कहा जाता है?

प्रेमचंद
रामवृक्ष 'बेनीपुरी'
रामधारी सिंह दिनकर
फणीश्वरनाथ 'रेणु'

12 कबीर किस काव्य धारा के कवि हैं?

ज्ञानमार्गी
प्रेममार्गी
कृष्णमार्गी
राममार्गी

13 'विपाशा पत्रिका' का प्रकाशन किस प्रदेश से होता है?

उत्तर प्रदेश
दिल्ली
हिमाचल प्रदेश
बिहार

14 साहित्य को क्या माना गया है?

कठिन साधना और तपस्या
लेखक का महान यज्ञ
कठिन तपस्या और महान यज्ञ
लेखन तपस्या और कठिन साधना

15 निम्न में से किन्हें 'राष्ट्रकवि' कहा जाता है?

रामधारी सिंह दिनकर
जयशंकर प्रसाद
नागार्जुन
सुमित्रानंदन पंत