"मेजर विनसेण्ट आयर": अवतरणों में अंतर
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*इसके बाद वह [[लखनऊ]] गया, जहाँ उसने 1858 ई. में अंग्रेज़ों को विजयी बनाने में सहायता दी। | *इसके बाद वह [[लखनऊ]] गया, जहाँ उसने 1858 ई. में अंग्रेज़ों को विजयी बनाने में सहायता दी। | ||
*वह | *वह 1863 ई. में अवकाश पर चला गया। | ||
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14:58, 21 जुलाई 2011 का अवतरण
- मेजर विनसेण्ट आयर (जन्म- 1811 ई.; मृत्यु- 1881 ई.) बंगाल तोपख़ाने का अफ़सर था।
- यह अफ़सर होकर 1828 ई. में भारत आया था।
- उसने 1839-42 ई. में काबुल पर अंग्रेज़ों के आक्रमण में भाग लिया।
- इसके बाद में उसका स्थानान्तरण बर्मा के लिए हो गया।
- जब भारत में 1857 ई. में प्रथम स्वाधीनता संग्राम छिड़ा, तो उसे फिर से वापस भारत बुला लिया गया।
- जब वह लौट रहा था, तो उसने सुना कि जगदीशपुर के कुवँर सिंह ने आरा को घेर रखा है।
- उसने अपनी ज़िम्मेदारी पर सेना एकत्र कर कुवँरसिंह को पराजित किया।
- इसके बाद वह लखनऊ गया, जहाँ उसने 1858 ई. में अंग्रेज़ों को विजयी बनाने में सहायता दी।
- वह 1863 ई. में अवकाश पर चला गया।
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