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{यह कौन-सा [[स्तूप]] है? <br /> | {यह कौन-सा [[स्तूप]] है? <br /> | ||
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-धामेख स्तूप, [[सारनाथ]] | -धामेख स्तूप, [[सारनाथ]] | ||
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{यह कौन-सा महल है? <br /> | {यह कौन-सा महल है? <br /> | ||
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-जहाज़ महल, [[माण्डू]] | -जहाज़ महल, [[माण्डू]] | ||
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-[[हुमायूँ]] | -[[हुमायूँ]] | ||
-[[बहादुर शाह ज़फ़र]] | -[[बहादुर शाह ज़फ़र]] | ||
-[[जहाँगीर]] | -[[जहाँगीर]] | ||
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||1526 में ई. [[पानीपत]] के प्रथम युद्ध में [[दिल्ली सल्तनत]] के अंतिम वंश ([[लोदी वंश]]) के सुल्तान [[इब्राहीम लोदी]] की पराजय के साथ ही [[भारत]] में [[मुग़ल वंश]] की स्थापना हो गई। इस वंश का संस्थापक "ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर" था। बाबर का पिता 'उमर शेख़ मिर्ज़ा', 'फ़रग़ना' का शासक था, जिसकी मृत्यु के बाद बाबर राज्य का वास्तविक अधिकारी बना। पारिवारिक कठिनाईयों के कारण वह मध्य [[एशिया]] के अपने पैतृक राज्य पर शासन नहीं कर सका। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[बाबर]] | ||1526 में ई. [[पानीपत]] के प्रथम युद्ध में [[दिल्ली सल्तनत]] के अंतिम वंश ([[लोदी वंश]]) के सुल्तान [[इब्राहीम लोदी]] की पराजय के साथ ही [[भारत]] में [[मुग़ल वंश]] की स्थापना हो गई। इस वंश का संस्थापक "ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर" था। बाबर का पिता 'उमर शेख़ मिर्ज़ा', 'फ़रग़ना' का शासक था, जिसकी मृत्यु के बाद बाबर राज्य का वास्तविक अधिकारी बना। पारिवारिक कठिनाईयों के कारण वह मध्य [[एशिया]] के अपने पैतृक राज्य पर शासन नहीं कर सका। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[बाबर]] | ||
{यह कौन-सा दुर्ग है? <br /> | |||
[[चित्र:Aguada-Fort.jpg|link=प्रयोग:Ruby|250px]] | |||
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+[[अगुआड़ा दुर्ग]], [[गोवा]] | |||
-[[सिंहगढ़ दुर्ग]], [[पुणे]] | |||
-[[गोलघर पटना|गोलघर]], [[पटना]] | |||
-[[खंडेरी दुर्ग]], [[मुंबई]] | |||
||अगुआड़ा दुर्ग [[महाराष्ट्र]] के [[मुंबई]] शहर से लगभग 400 किलोमीटर दक्षिण में [[गोवा]] राज्य में [[मांडवी नदी]] के उत्तरी किनारे पर स्थित है। इसका नामकरण [[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]] ने एक मीठे पानी के झरने के नाम पर रखा था। इस दुर्ग को आठ वर्षों में निर्मित किया गया था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अगुआड़ा दुर्ग]] | |||
{यह किस की मुहर है? <br /> | |||
[[चित्र:Mohenjo-Daro-Seal.gif|link=प्रयोग:Ruby|250px]] | |||
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-[[लोथल]] | |||
-[[हड़प्पा]] | |||
+[[मुअन जो दड़ो]] | |||
-[[धौलावीरा]] | |||
||मोहनजोदाड़ो, जिसका कि अर्थ मुर्दो का टीला है 2600 ईसा पूर्व की एक सुव्यवस्थित नगरीय सभ्यता थी। [[हड़प्पा]], मेहरगढ़ और [[लोथल]] की ही श्रृंखला में मोहनजोदाड़ो में भी पुरातत्त्व उत्खनन किया गया। यहाँ [[मिस्र]] और मैसोपोटामिया जैसी ही प्राचीन सभ्यता के अवशेष मिले है। इस सभ्यता के ध्वंसावशेष [[पाकिस्तान]] के सिन्ध प्रान्त के 'लरकाना ज़िले' में [[सिंधु नदी]] के दाहिने किनारे पर प्राप्त हुए हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मुअन जो दड़ो]] | |||
{यह किस धर्म का प्रतीक है? <br /> | |||
[[चित्र:Jainism-Symbol.jpg|link=प्रयोग:Ruby|150px]] | |||
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-[[सिक्ख धर्म]] | |||
-[[वैष्णव सम्प्रदाय]] | |||
-[[बौद्ध धर्म]] | |||
+[[जैन धर्म]] | |||
||जैन धर्म [[भारत]] की श्रमण परम्परा से निकला [[धर्म]] और दर्शन है। 'जैन' उन्हें कहते हैं, जो 'जिन' के अनुयायी हों । 'जिन' शब्द बना है 'जि' धातु से। 'जि' माने-जीतना। 'जिन' माने जीतने वाला। जिन्होंने अपने मन को जीत लिया, अपनी वाणी को जीत लिया और अपनी काया को जीत लिया, वे हैं 'जिन'। जैन धर्म अर्थात 'जिन' भगवान् का धर्म। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[जैन धर्म]] | |||
{निम्न में से यह किस का मक़बरा है? <br /> | |||
[[चित्र:Itmad-Ud-Daulah-Tomb-Agra.jpg|link=प्रयोग:Ruby|300px]] | |||
| type="()" } | |||
-[[हुमायूँ का मक़बरा]], [[दिल्ली]] | |||
+एतमादुद्दौला का मक़बरा, [[आगरा]] | |||
-[[बीबी का मक़बरा]], [[औरंगाबाद महाराष्ट्र|औरंगाबाद]] | |||
-इब्राहीम रौज़ा, [[बीजापुर]] | |||
</quiz> | </quiz> |
07:33, 3 मई 2011 का अवतरण
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राज्यों के सामान्य ज्ञान
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