"बेलपत्र": अवतरणों में अंतर
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09:35, 21 मार्च 2011 का अवतरण
- शंकर का प्रिय वृक्ष 'बेल' है।
- इसके वृक्ष के नीचे पूजा पाठ करना पुण्यदायक माना जाता है।
- शिव की अर्चना करते समय शिवलिंग पर बेलपत्र और दूध अथवा पानी चढ़ाया जाता है।
- सामान्यत: बेलपत्र तीन पत्तों वाला होता है।
- पाँच पत्तों वाला बेलपत्र अधिक शुभ माना जाता है।
- पूजा की सामग्री में बेलपत्र और गंगाजल का समावेश होता है।
- ज्येष्ठा नक्षत्र युक्त जेठ के महीने की पूर्णिमा की रात्रि को 'बिल्वरात्र' व्रत किया जाता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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