"शौद्र पुत्र": अवतरणों में अंतर
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- द्विजाति (वर्णसंकर) पिता के द्वारा विवाहिता शूद्रा स्त्री से उत्पन्न किया हुआ पुत्र शौद्र कहलाता है।
- यदि पिता ब्राह्मण हो तो उस पुत्र की संज्ञा पारशव (निषाद); क्षत्रिय हो तो उग्र तथा वैश्य हो तो सूचिक (दरजी) होती है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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