व्यास परियोजना

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व्यास परियोजना राजस्थान, हरियाणा और पंजाब राज्यों की सम्मिलित परियोजना है। यह दो प्रमुख इकाइयों 'व्यास-सतलुज लिंक-1' तथा 'व्यास-सतलुज लिंक-2' से मिलकर बनी है।

  • यह परियोजना रावी, सतलुज और व्यास नदी के जल का उपयोग करने के लिए बनाई गयी है।
  • इसमें भाखड़ा बाँध के ऊपर पनडोह के पास एक बाँध बनाया गया है।
  • पनडोह बाँध के नीचे व्यास नदी पर पाँग बाँध बनाया गया है, इससे बनने वाले जलाशय को 'महाराणा प्रताप सागर बाँध' कहते हैं। यहाँ एक पक्षी अभयारण्य भी बनाया गया है। यह बाँध हिमाचल प्रदेश के तिलवाडा ज़िले में है। इसका निर्माण सन 1961 में शुरू हुआ था तथा यह 1971 में बनकर पूर्ण हुआ।[1]
  • यहाँ पर 6X60=360 मेगावाट की विद्युत इकाइयाँ लगाई गयी हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारत में बहुउद्देशीय परियोजनाएँ (हिन्दी) वाइवेस पेनोरमा। अभिगमन तिथि: 12 नवम्बर, 2014।

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