"कान्हा! राधा से क्यों रूठे? -कैलाश शर्मा" के अवतरणों में अंतर
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राधा का मन भी कान्हा है, | राधा का मन भी कान्हा है, | ||
मैं हूँ दूर भला कब तुम से, | मैं हूँ दूर भला कब तुम से, | ||
− | प्रेम | + | प्रेम जगत् के स्वप्न न झूठे, |
कान्हा ! राधा से क्यों रूठे? | कान्हा ! राधा से क्यों रूठे? |
13:48, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
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सुना रहे मीठी मुरली धुन, |
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