"जैन धृति संस्कार" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 14: पंक्ति 14:
 
}}
 
}}
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{जैन धर्म2}}
+
{{संस्कार}}
{{जैन धर्म}}
 
  
 
[[Category:जैन धर्म]][[Category:जैन धर्म कोश]]
 
[[Category:जैन धर्म]][[Category:जैन धर्म कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

09:20, 4 दिसम्बर 2011 का अवतरण

  • 'धृति' को 'सीमन्तोन्नयन' अथवा सीमान्त क्रिया भी कहते हैं।
  • इसको सातवें माह के शुभ दिन, नक्षत्र, योग, मुहूर्त आदि में करना चाहिए।
  • इसमें प्रथम संस्कार समान सब विधि कर लेना चाहिए।
  • पश्चात यन्त्र-पूजन एवं हवन करना चाहिए।
  • इसके बाद सौभाग्यवती नारियाँ गर्भिणी के केशों में तीन माँग निकालें।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख