एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

दो द्रूल चोर्टेन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:45, 21 मार्च 2014 का अवतरण (Text replace - "Category:बौद्ध धर्म कोश" to "Category:बौद्ध धर्म कोशCategory:धर्म कोश")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
दो द्रूल चोर्टेन, सिक्किम

दो द्रूल चोर्टेन को सिक्किम का सबसे महत्त्वपूर्ण स्तूप माना जाता है। यह गंगटोक के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। इस स्तूप का शिखर सोने का बना हुआ है।

  • इसकी स्‍थापना त्रुलुसी रिमपोचे ने 1945 ई. में की थी। त्रुलुसी तिब्‍बतियन बौद्ध धर्म के नियंगमा सम्‍प्रदाय के प्रमुख थे।
  • यहाँ 108 प्रार्थना चक्र है और गुरु रिमपोचे की दो प्रतिमाएं भी स्‍थापित हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख