बालक्रीड़नक कला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अनी चौधरी (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:45, 30 अगस्त 2011 का अवतरण (बालक्रीडनक कला का नाम बदलकर बालक्रीड़नक कला कर दिया गया है)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। बच्चों के खेलने के लिये तरह-तरह खिलौने बनाना 'कला' है— शिशो: संरक्षणे ज्ञानं धारणे क्रीडने कला।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख