"कर्णपत्रभंग कला" के अवतरणों में अंतर
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09:26, 14 जून 2011 का अवतरण
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। इस कला के अनतर्गत शंख, हाथीदाँत आदि के अनेक तरह के कान के आभूषण बनाना है।