लॉर्ड विलिंगटन
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लॉर्ड विलिंगडन 1931 ई. से 1936 ई. तक भारत का वाइसराय रहा। 1931 ई. में लॉर्ड इरविन के बाद विलिंगडन को वाइसराय बनाकर भारत भेजा गया था। इसके समय में 7 सितम्बर से 2 दिसम्बर, 1931 ई. तक 'द्वितीय गोलमेज सम्मेलन' का आयोजन लन्दन में हुआ।
- इस सम्मेलन में गाँधी जी ने कांग्रेस (राष्ट्रीय) का प्रतिनिधित्व किया था।
- महात्मा गाँधी एवं अम्बेडकर के बीच 24 सितम्बर, 1932 ई. को पूना समझौता हुआ।
- अगस्त 1932 ई. में 'रैम्जे मैकडानल्ड' ने प्रसिद्ध साम्प्रदायिक निर्णय की घोषणा की थी।
- दिसम्बर, 1932 ई. में लॉर्ड विलिंगडन के समय में ही 'तृतीय गोलमेज सम्मेलन' का आयोजन लन्दन में हुआ।
- 1 अगस्त, 1933 ई. को गाँधी जी ने दोबारा सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ किया।
- 5 जनवरी, 1934 ई. को बिहार में आये भूकम्प के झटके से काफ़ी नुकसान हुआ।
- 'भारत सरकार अधिनियम 1935' इसी समय पास किया गया।
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