रामधारी सिंह 'दिनकर' हिन्दी के प्रसिद्ध कवि, लेखक एवं निबंधकार हैं। राष्ट्रकवि 'दिनकर' आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। सन् 1952 में भारत की प्रथम संसद में इन्हें राज्यसभा का सदस्य चुना गया। 12 वर्ष तक संसद सदस्य रहने के बाद इन्हें सन् 1964 से 1965 तक 'भागलपुर विश्वविद्यालय' का कुलपति नियुक्त किया गया लेकिन अगले ही वर्ष भारत सरकार ने इन्हें 1965 से 1971 तक अपना 'हिन्दी सलाहकार' नियुक्त किया। 'दिनकर' पद्म भूषण के अतिरिक्त अपनी गद्य रचना 'संस्कृति के चार अध्याय' के लिये साहित्य अकादमी पुरस्कार तथा काव्य नाटक उर्वशी के लिये ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हैं। ... और पढ़ें