शिवकुमार शर्मा
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शिव कुमार शर्मा (जन्म- 13 जनवरी, 1938) भारत के प्रसिद्ध संतूर वादक है। आज संतूर की लोकप्रियता का सर्वाधिक श्रेय शिव कुमार शर्मा को ही जाता है। उन्होंने संतूर को शास्त्रीय संगीत के अनुकूल बनाने के लिये इसमें कुछ परिवर्तन भी किये।
जीवन परिचय
शिव कुमार शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1938 को जम्मू में हुआ था। शिव कुमार शर्मा की माता जी श्रीमती ऊमा दत्त शर्मा स्वयं एक शास्त्रीय गायिका थीं जो बनारस घराने से संबंध रखती थीं। 4 वर्ष कि अल्पायु से ही शिव कुमार शर्मा ने अपने पिता से गायन व तबला वादन सीखना प्रारंभ कर दिया था।
महत्वाकांक्षा
शिव कुमार शर्मा ने एक साक्षात्कार में बताया था कि उनकी माँ का यह सपना था कि वे भारतीय शास्त्रीय संगीत को संतूर पर बजाने वाले प्रथम संगीतज्ञ बनें। इस प्रकार उन्होंने 13 वर्ष की आयु में संतूर सीखना शुरू कर दिया तथा अपनी माँ का सपना पूरा किया।
प्रथम प्रस्तुति
शिव कुमार शर्मा ने अपनी प्रथम सार्वजनिक प्रस्तुति मुंबई में वर्ष 1955 में दी।
सम्मान एवं पुरस्कार
शिव कुमार शर्मा को कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
- सन 1985 में उन्हें अमरीका के बॊल्टिमोर शहर की सम्माननीय नागरिकता प्रदान की गई।
- सन 1986 में शिव कुमार शर्मा को 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
- सन 1991 में उन्हें 'पद्मश्री पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
- सन 2001 में उन्हें 'पद्म विभूषण पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
पिता-पुत्र की जुगलबंदी
शिव कुमार शर्मा ने अनोखे संतूर वादन की कला-विरासत अपने सुपुत्र राहुल को भी अपना शिष्य बनाकर प्रदान की तथा पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने वर्ष 1996 से साथ-साथ संतूर-वादन करते आ रहे हैं। शिव कुमार शर्मा ने राहुल को ईश्वर का वरदान मानते हुए अपना शिष्य बनाया और संतूर-वादन में पारंगत किया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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