"प्रयोग:कविता सा.-1": अवतरणों में अंतर
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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ | {होरियों जी मंदिर के भित्तिचित्र किस शताब्दी के हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-23,प्रश्न-4 | ||
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-सोलहवीं | -सोलहवीं | ||
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-ग्यारहवीं | -ग्यारहवीं | ||
+आठवीं | +आठवीं | ||
|| | ||हरियों जी मंदिर के भित्तिचित्र आठवीं शाताब्दी के हैं। | ||
{[[जोगीमारा गुफ़ाएँ|जोगीमारा की गुफ़ा]] की लंबाई क्या है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-28,प्रश्न-7 | {[[जोगीमारा गुफ़ाएँ|जोगीमारा की गुफ़ा]] की लंबाई क्या है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-28,प्रश्न-7 | ||
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-16 फीट | -16 फीट | ||
-7 फीट | -7 फीट | ||
||[[जोगीमारा]] बहुत सकरी और छोटी है। इसकी लंबाई दस फीट, चौड़ाई तथा | ||[[जोगीमारा]] बहुत सकरी और छोटी है। इसकी लंबाई दस फीट, चौड़ाई तथा ऊंचाई 6-6 फीट है। | ||
{[[अजंता]] के समकालीन चित्र कहाँ मिलते | {[[अजंता]] के समकालीन चित्र कहाँ मिलते हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-32,प्रश्न-26 | ||
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-[[बादामी]] | -[[बादामी]] | ||
-[[सित्तानवासन गुफ़ा|सित्तानवासन]] | -[[सित्तानवासन गुफ़ा|सित्तानवासन]] | ||
-[[एलोरा की गुफ़ाएँ|एलोरा]] | -[[एलोरा की गुफ़ाएँ|एलोरा]] | ||
+[[बाघ की गुफ़ाएँ | +[[बाघ की गुफ़ाएँ]] | ||
||[[अजंता]] के समकालीन चित्र [[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ गुफ़ा]] में मिलते हैं। | ||[[अजंता]] के समकालीन चित्र [[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ गुफ़ा]] में मिलते हैं। | ||
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-छायाकार | -छायाकार | ||
-ग्राफिक कलाकार | -ग्राफिक कलाकार | ||
||शंखो चौधरी ( 25 | ||शंखो चौधरी (25 फ़रवरी, 1916-28 अगस्त, 2006) का जन्म [[बिहार]] में हुआ था। वे एक भारतीय मूर्तिकार थे। ये [[रामकिंकर बैज]] के शिष्य थे तथा [[शांतिनिकेतन]] में शिक्षा ग्रहण की थी। | ||
{किस चित्रकार के भाई भारत के प्रधानमंत्री थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-202,प्रश्न-126 | {किस [[चित्रकार]] के भाई [[भारत के प्रधानमंत्री]] थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-202,प्रश्न-126 | ||
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-[[अंजलि इला मेनन|अंजली इला मेनन]] | -[[अंजलि इला मेनन|अंजली इला मेनन]] | ||
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-अवतार सिंह पंवार | -अवतार सिंह पंवार | ||
+[[सतीश गुजराल]] | +[[सतीश गुजराल]] | ||
||[[सतीश गुजराल]] | ||[[सतीश गुजराल]] भारतीय पेंटर स्थापत्यकार, भित्तिचित्र कलाकार (म्युरल), ग्रैफिक डिजाइनर, लेखक तथा वास्तुकार हैं। भूतपूर्व प्रधानमंत्री [[इंद्र कुमार गुजराल]] इनके बड़े भाई थे। | ||
{जी. आर. संतोष कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-201,प्रश्न-124 | {जी. आर. संतोष कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-201,प्रश्न-124 | ||
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-छापाकार | -छापाकार | ||
-[[संगीतकार]] | -[[संगीतकार]] | ||
||गुलाम रसूल संतोष (जी. आर. संतोष) कश्मीर के चर्चित [[चित्रकार]] थे। इनकी रचनाओं में शैव दर्शन का प्रभाव था। | ||गुलाम रसूल संतोष (जी. आर. संतोष) [[कश्मीर]] के चर्चित [[चित्रकार]] थे। इनकी रचनाओं में शैव दर्शन का प्रभाव था। | ||
{भित्तिचित्र कहाँ मिलते हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-23,प्रश्न-2 | {भित्तिचित्र कहाँ मिलते हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-23,प्रश्न-2 | ||
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{'शतरंज' के खिलाड़ी' के लेखक कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-203,प्रश्न-135 | {'शतरंज' के खिलाड़ी' के लेखक कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-203,प्रश्न-135 | ||
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-शरतचंद्र | -[[शरतचंद्र चट्टोपध्याय|शरतचंद्र]] | ||
-रघुपति सहाय फिराक | -[[फिराक़ गोरखपुरी|रघुपति सहाय फिराक]] | ||
+[[मुंशी प्रेमचंद]] | +[[मुंशी प्रेमचंद]] | ||
-[[अमृतलाल नागर|अमृत लाल नागर]] | -[[अमृतलाल नागर|अमृत लाल नागर]] | ||
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-नग्नजित | -नग्नजित | ||
+[[भोज]] | +[[भोज]] | ||
-कालिदास | -[[कालिदास]] | ||
||समरांगण सूत्रधार की रचना राजा भोज द्वारा | ||समरांगण सूत्रधार की रचना [[राजा भोज]] द्वारा 11वीं शताब्दी में की गई। यह शिल्पशास्त्र का ग्रंथ है। | ||
{विहार गुफ़ाओं को क्या कहा जाता है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-213,प्रश्न-206 | {विहार गुफ़ाओं को क्या कहा जाता है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-213,प्रश्न-206 | ||
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{कबीरदास ने 'निर्वाण' कहाँ प्राप्त किया था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-226,प्रश्न-305 | {[[कबीरदास]] ने 'निर्वाण' कहाँ प्राप्त किया था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-226,प्रश्न-305 | ||
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- | -[[वाराणसी]] | ||
-सारनाथ | -[[सारनाथ]] | ||
-गया | -[[गया]] | ||
+मगहर | +[[मगहर]] | ||
||कबीरदास को मगहर में 'निर्वाण' प्राप्ति हुई थी। इन्हीं के नाम पर मगहर से लगभग 7 किमी. दूर पश्चिम में खलीलाबाद को जिला मुख्यालय बनाकर संत कबीर नगर जनपद का गठन किया गया है। | ||[[कबीरदास]] को मगहर में 'निर्वाण' प्राप्ति हुई थी। इन्हीं के नाम पर मगहर से लगभग 7 किमी. दूर पश्चिम में खलीलाबाद को जिला मुख्यालय बनाकर संत कबीर नगर जनपद का गठन किया गया है। | ||
{महात्मा गाँधी कला विथिका कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-227,प्रश्न-309 | {[[महात्मा गाँधी]] कला विथिका कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-227,प्रश्न-309 | ||
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-लखनऊ | -[[लखनऊ]] | ||
- | -[[वाराणसी]] | ||
-कानपुर | -[[कानपुर]] | ||
+इलाहाबाद | +[[इलाहाबाद]] | ||
||महात्मा गाँधी कला विथिका इलाहाबाद में उत्तर-मध्य क्षेत्र सांसकृतिक केंद्र (NCZCC) में स्थित है। यह वर्ष 1997 में स्थापित की गई थी। | ||[[महात्मा गाँधी]] कला विथिका [[इलाहाबाद]] में उत्तर-मध्य क्षेत्र सांसकृतिक केंद्र (NCZCC) में स्थित है। यह वर्ष 1997 में स्थापित की गई थी। | ||
{महात्मा बुद्ध का परिनिर्वाण स्थल 'कुशीनगर' का आधुनिक नाम क्या हो गया है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-227,प्रश्न-312 | {[[महात्मा बुद्ध]] का परिनिर्वाण स्थल '[[कुशीनगर]]' का आधुनिक नाम क्या हो गया है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-227,प्रश्न-312 | ||
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-पटना | -[[पटना]] | ||
+कसया | +कसया | ||
-गया | -[[गया]] | ||
-सैदपुर भीतरी | -सैदपुर भीतरी | ||
|| | ||[[महात्मा बुद्ध]] का परिनिर्वाण स्थल '[[कुशीनगर]]' है जिसे वर्तमान मे 'कसया' कहते हैं किंतु कुशीनगर नाम से जनपद का नामकरण है। | ||
{'तीजन बाई' किसके लिए जानी जाती है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-229,प्रश्न-326 | {'[[तीजन बाई]]' किसके लिए जानी जाती है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-229,प्रश्न-326 | ||
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-लोक कलाकार | -लोक कलाकार | ||
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+लोक गायिका | +लोक गायिका | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||तीजन बाई एक पण्डवानी गायीका हैं पण्डवानी गायन जो छत्तीसगढ़ की एक पारंपरिक प्रदर्शन कला है। इसमें 'महाभारत' की कहानियाँ एक गीत के रूप में गायी जाती हैं। | ||तीजन बाई एक पण्डवानी गायीका हैं पण्डवानी गायन जो [[छत्तीसगढ़]] की एक पारंपरिक प्रदर्शन कला है। इसमें '[[महाभारत]]' की कहानियाँ एक गीत के रूप में गायी जाती हैं। | ||
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11:56, 16 फ़रवरी 2018 का अवतरण
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