"एल. पी. तेस्सितोरी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''एल. पी. तेस्सितोरी''' इटली के प्रसिद्ध भाषा शास्त्र...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*एल. पी. तेस्सितोरी ने "राजस्थानी चारण साहित्यः एक ऐतिहासिक सर्वे" तथा "पश्चिमी राजस्थानी व्याकरण" नामक पुस्तकें लिखी थीं।
*एल. पी. तेस्सितोरी ने "राजस्थानी चारण साहित्यः एक ऐतिहासिक सर्वे" तथा "पश्चिमी राजस्थानी व्याकरण" नामक पुस्तकें लिखी थीं।
*पुरानी राजस्थानी की पश्चिमी विभाषा का वैज्ञानिक अध्ययन डॉ. एल. पी. तेस्सितोरी ने "इंडियन एंटिववेरी" ([[1914]]-[[1916]] ई.) में प्रस्तुत किया था, जो आज भी राजस्थानी भाषाशास्त्र का अकेला प्रामाणिक [[ग्रंथ]] है।<ref>{{cite web |url= http://www.rajasthanstudies.com/2013/08/important-writers-related-to-literature.html|title= राजस्थानी साहित्य से संबंधित प्रमुख साहित्यकार|accessmonthday= 05 अगस्त|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=राजस्थान अध्ययन|language= हिन्दी}}</ref>
*पुरानी राजस्थानी की पश्चिमी विभाषा का वैज्ञानिक अध्ययन डॉ. एल. पी. तेस्सितोरी ने "इंडियन एंटिववेरी" ([[1914]]-[[1916]] ई.) में प्रस्तुत किया था, जो आज भी राजस्थानी भाषाशास्त्र का अकेला प्रामाणिक [[ग्रंथ]] है।<ref>{{cite web |url= http://www.rajasthanstudies.com/2013/08/important-writers-related-to-literature.html|title= राजस्थानी साहित्य से संबंधित प्रमुख साहित्यकार|accessmonthday= 05 अगस्त|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=राजस्थान अध्ययन|language= हिन्दी}}</ref>
{{seealso|कर्नल टॉड|ग्राउस|प्लूटार्क|यदुनाथ सरकार}}


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
पंक्ति 9: पंक्ति 12:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
 
[[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:साहित्यकार]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

07:23, 5 अगस्त 2014 के समय का अवतरण

एल. पी. तेस्सितोरी इटली के प्रसिद्ध भाषा शास्त्री थे, जो वर्ष 1914 में राजस्थान के बीकानेर में आये थे। बीकानेर इनकी कर्मस्थली रहा था। बीकानेर का प्रसिद्ध संग्रहालय इन्हीं की देन है।

  • बीकानेर के महाराजा गंगासिंह ने एल. पी. तेस्सितोरी को राजस्थान के चारण साहित्य के सर्वेक्षण एवं संग्रह का कार्य सौंपा था, जिसे पूर्ण कर इन्होंने अपनी रिपोर्ट दी।
  • एल. पी. तेस्सितोरी ने "राजस्थानी चारण साहित्यः एक ऐतिहासिक सर्वे" तथा "पश्चिमी राजस्थानी व्याकरण" नामक पुस्तकें लिखी थीं।
  • पुरानी राजस्थानी की पश्चिमी विभाषा का वैज्ञानिक अध्ययन डॉ. एल. पी. तेस्सितोरी ने "इंडियन एंटिववेरी" (1914-1916 ई.) में प्रस्तुत किया था, जो आज भी राजस्थानी भाषाशास्त्र का अकेला प्रामाणिक ग्रंथ है।[1]


इन्हें भी देखें: कर्नल टॉड, ग्राउस, प्लूटार्क एवं यदुनाथ सरकार


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. राजस्थानी साहित्य से संबंधित प्रमुख साहित्यकार (हिन्दी) राजस्थान अध्ययन। अभिगमन तिथि: 05 अगस्त, 2014।

संबंधित लेख