"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Duryodhana-with-Guru-Dronacharya.jpg|right|80px|दुर्योधन और द्रोणाचार्य]]'दुर्योधन' [[हस्तिनापुर]] के महाराज [[धृतराष्ट्र]] और [[गांधारी]] के सौ पुत्रों में सबसे बड़ा था। जब [[पाण्डु]] की पत्नी [[कुन्ती]] को पहले संतान हो गई और उसे माँ बनने का सुख मिल गया, तब गांधारी को यह देखकर बड़ा दु:ख हुआ कि अब उसका पुत्र राज्य का अधिकारी नहीं बन पायेगा। यह सोचकर उसने अपने गर्भ पर प्रहार करके उसे नष्ट करने की चेष्टा की। गांधारी के इस कार्य से उसका गर्भपात हो गया। [[महर्षि व्यास]] ने गांधारी के गर्भ को एक सौ एक भागों में बाँटकर [[घी]] से भरे घड़ों में रखवा दिया, जिससे सौ [[कौरव]] पैदा हुए। सबसे पहले घड़े से जो शिशु प्राप्त हुआ था, उसका नाम [[दुर्योधन]] रखा गया और अंतिम घड़े से एक बालिका प्राप्त हुई, जिसका नाम [[दु:शला]] रखा गया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दुर्योधन]], [[दु:शला]] | ||[[चित्र:Duryodhana-with-Guru-Dronacharya.jpg|right|80px|दुर्योधन और द्रोणाचार्य]]'दुर्योधन' [[हस्तिनापुर]] के महाराज [[धृतराष्ट्र]] और [[गांधारी]] के सौ पुत्रों में सबसे बड़ा था। जब [[पाण्डु]] की पत्नी [[कुन्ती]] को पहले संतान हो गई और उसे माँ बनने का सुख मिल गया, तब गांधारी को यह देखकर बड़ा दु:ख हुआ कि अब उसका पुत्र राज्य का अधिकारी नहीं बन पायेगा। यह सोचकर उसने अपने गर्भ पर प्रहार करके उसे नष्ट करने की चेष्टा की। गांधारी के इस कार्य से उसका गर्भपात हो गया। [[महर्षि व्यास]] ने गांधारी के गर्भ को एक सौ एक भागों में बाँटकर [[घी]] से भरे घड़ों में रखवा दिया, जिससे सौ [[कौरव]] पैदा हुए। सबसे पहले घड़े से जो शिशु प्राप्त हुआ था, उसका नाम [[दुर्योधन]] रखा गया और अंतिम घड़े से एक बालिका प्राप्त हुई, जिसका नाम [[दु:शला]] रखा गया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दुर्योधन]], [[दु:शला]] | ||
{दानवीर [[कर्ण]] का अन्य नाम क्या था?(133, 814) | |||
|type="()"} | |||
-प्रतर्दन | |||
+वैकर्तन | |||
-सुधंवा | |||
-सर्वदमन | |||
{राजा युधिष्ठर के अश्वमेध यज्ञ के लिए पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले अश्व का रंग कैसा था?(144, 893) | |||
|type="()"} | |||
-शुद्ध श्वेत | |||
-लाल | |||
-स्वर्णिम | |||
+श्याम | |||
{दुर्योधन की मृत्यु भीम के साथ गदा युद्ध के कारण हुई। उसकी मृत्यु के समय उसके पास कौन-कौन खड़े थे?(144, 894) | |||
|type="()"} | |||
-अश्वत्थामा और कृपाचार्य | |||
-कृतवर्मा और कृपाचार्य | |||
+अश्वत्थामा, कृपाचार्य और कृतवर्मा | |||
-अश्वत्थामा और कृतवर्मा | |||
{कौरव सेना का अंतिम सेनापति कौन था?(144, 895) | |||
|type="()"} | |||
-कृपाचार्य | |||
-शल्य | |||
+अश्वत्थामा | |||
-कृतवर्मा | |||
{किस ऋषि की विनती पर भगवान सूर्य ने उपानह (जूते) और छत्र तैयार किये थे?(145, 899) | |||
|type="()"} | |||
-अगस्त्य | |||
+जमदग्नि | |||
-कश्यप | |||
-अत्रि | |||
{[[ऋग्वेद]] के पंचजन किस राजा की संतान थे?(133, 818) | |||
|type="()"} | |||
+ययाति | |||
-मनु | |||
-दुष्यंत | |||
-पुरुरवा | |||
{[[भीष्म]] के पोषक बन्धुओं में से एक चित्रांगद था, दूसरे का नाम क्या था? | |||
(136, 847) | |||
|type="()"} | |||
-विशालाक्ष | |||
-वीरबाहु | |||
+[[विचित्रवीर्य]] | |||
-विराग | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
|} | |} | ||
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12:43, 8 अगस्त 2013 का अवतरण
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