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* | '''ग़ाज़ीपुर''' पूर्वी [[उत्तर प्रदेश]] का एक प्रधान नगर है। यह नगर [[गंगा नदी]] के ऊँचे कगार पर बसा हुआ है। स्थानीय जनश्रुति के अनुसार इस नगर को राजा 'गाधिपुर' ने बसाया था। इसका मूल नाम गाधिपुर ही था, जो [[मुस्लिम]] शासन काल में, 1352 ई. के लगभग मसूद ग़ाज़ी के नाम पर ग़ाज़ीपुर हो गया। | ||
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* | *[[बंगाल]] के [[अंग्रेज़]] [[गवर्नर-जनरल]] [[लॉर्ड कॉर्नवॉलिस]] की मृत्यु इसी स्थान पर 1805 ई. में हुई थी। उसकी संगमरमर की क़ब्र यहाँ स्मारक रूप में मौजूद है। | ||
* | *स्थानीय किवदंती में ग़ाज़ीपुर का प्राचीन नाम 'गर्जपतिपुर' या 'गर्जपुर' भी कहा जाता है। | ||
*ग़ाज़ीपुर नगर दो मील से अधिक लंबा तथा तीन मील चौड़ा है। यहाँ गंगा पर कई पक्के घाट निर्मित है। यहाँ एक क़िला चालीस खंभों पर खड़ा राजमहल तथा अनेक मस्जिदें और मंदिर हैं। | |||
*[[उत्तर प्रदेश]] के अफीम विभाग का यह केंद्र है, और यहाँ अफीम का एक बड़ा कारख़ाना<ref>45 एकड़ में विस्तृत</ref> है। | |||
*विभिन्न प्रकार के [[फूल|फूलों]] से बने तेल, इत्र तथा सुंगधित [[जल]]<ref> केवड़ाजल, गुलाबजल</ref> आदि के लिए ग़ाज़ीपुर मध्य काल से प्रसिद्ध रहा है। | |||
*ग़ाज़ीपुर रेलमार्ग खुलने से पहले [[गंगा नदी]] द्वारा व्यापार होता था, और ग़ाज़ीपुर [[उत्तर भारत]] के गिने-चुने व्यापारिक नगरों में से एक था। | |||
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चित्र:Mughal-Palace-Ghazipur.jpg|मुग़ल महल, ग़ाज़ीपुर | |||
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13:23, 14 मई 2013 के समय का अवतरण

ग़ाज़ीपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक प्रधान नगर है। यह नगर गंगा नदी के ऊँचे कगार पर बसा हुआ है। स्थानीय जनश्रुति के अनुसार इस नगर को राजा 'गाधिपुर' ने बसाया था। इसका मूल नाम गाधिपुर ही था, जो मुस्लिम शासन काल में, 1352 ई. के लगभग मसूद ग़ाज़ी के नाम पर ग़ाज़ीपुर हो गया।
- बंगाल के अंग्रेज़ गवर्नर-जनरल लॉर्ड कॉर्नवॉलिस की मृत्यु इसी स्थान पर 1805 ई. में हुई थी। उसकी संगमरमर की क़ब्र यहाँ स्मारक रूप में मौजूद है।
- स्थानीय किवदंती में ग़ाज़ीपुर का प्राचीन नाम 'गर्जपतिपुर' या 'गर्जपुर' भी कहा जाता है।
- ग़ाज़ीपुर नगर दो मील से अधिक लंबा तथा तीन मील चौड़ा है। यहाँ गंगा पर कई पक्के घाट निर्मित है। यहाँ एक क़िला चालीस खंभों पर खड़ा राजमहल तथा अनेक मस्जिदें और मंदिर हैं।
- उत्तर प्रदेश के अफीम विभाग का यह केंद्र है, और यहाँ अफीम का एक बड़ा कारख़ाना[1] है।
- विभिन्न प्रकार के फूलों से बने तेल, इत्र तथा सुंगधित जल[2] आदि के लिए ग़ाज़ीपुर मध्य काल से प्रसिद्ध रहा है।
- ग़ाज़ीपुर रेलमार्ग खुलने से पहले गंगा नदी द्वारा व्यापार होता था, और ग़ाज़ीपुर उत्तर भारत के गिने-चुने व्यापारिक नगरों में से एक था।
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वीथिका
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मस्जिद, ग़ाज़ीपुर
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गंगा नदी के किनारे स्थित मन्दिर, ग़ाज़ीपुर
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मुग़ल महल, ग़ाज़ीपुर
टीका टिप्पणी और संदर्भ
“खण्ड 7”, हिन्दी विश्वकोश, 1966 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी, 339।
बाहरी कड़ियाँ
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