"अग्निब्रह्मा": अवतरणों में अंतर
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*संघमित्रा के एक बेटा भी हुआ था, जिसका नाम '''सुमन''' था। | *संघमित्रा के एक बेटा भी हुआ था, जिसका नाम '''सुमन''' था। | ||
*अशोक के दामाद अग्निब्रह्मा ने उसके अभिषेक के चौथे [[वर्ष]] | *अशोक के दामाद अग्निब्रह्मा ने उसके अभिषेक के चौथे [[वर्ष]] अर्थात् ई.पू. 266 में 'प्रवज्या' ली थी। | ||
*उस समय वह एक बेटे का बाप बा चुका था। | *उस समय वह एक बेटे का बाप बा चुका था। | ||
*इस प्रकार संघमित्रा से उसका विवाह ई.पू. 268 में अवश्य हो गया होगा, जब संघमित्रा की उम्र चौदह वर्ष रही होगी। | *इस प्रकार संघमित्रा से उसका विवाह ई.पू. 268 में अवश्य हो गया होगा, जब संघमित्रा की उम्र चौदह वर्ष रही होगी। |
07:46, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण
- देवी से अशोक को एक पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा हुई।
- संघमित्रा का विवाह अशोक के भागिनेय अग्निब्रह्मा से हुआ था।
- संघमित्रा के एक बेटा भी हुआ था, जिसका नाम सुमन था।
- अशोक के दामाद अग्निब्रह्मा ने उसके अभिषेक के चौथे वर्ष अर्थात् ई.पू. 266 में 'प्रवज्या' ली थी।
- उस समय वह एक बेटे का बाप बा चुका था।
- इस प्रकार संघमित्रा से उसका विवाह ई.पू. 268 में अवश्य हो गया होगा, जब संघमित्रा की उम्र चौदह वर्ष रही होगी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
मुखर्जी, राधाकुमुद अशोक (हिंदी)। नई दिल्ली: मोतीलाल बनारसीदास, 7-8-9।