"चेरी": अवतरणों में अंतर
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "फायदेमंद" to "फ़ायदेमंद") |
No edit summary |
||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
[[चित्र:Cherries.jpg|thumb|250px|चेरी]] | [[चित्र:Cherries.jpg|thumb|250px|चेरी]] | ||
चेरी([[ | चेरी ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]: Cherry) छोटा सा [[लाल रंग]] का [[फल]] है, जिसका वैज्ञानिक नाम ''प्रूनस एवियम'' है, जो रोजेसी कुल की सदस्य है। चेरी प्राचीन समय से ही उपयोग मे आता रहा है। कैस्पियन समुद्र के आस-पास के क्षेत्र और [[यूरोप]] में इसका आगमन सैकड़ों साल पहले हो चुका था तथा [[यूनान]] में इसकी खेती के ऐतिहासिक साक्ष्य मिलते हैं और आज के समय में चेरी विश्व भर में निर्यात होती है। [[भारत]] में चेरी का उपयोग अंग्रेजी काल के समय में माना जाता है और तब से लेकर अब तक भारत के अनेक क्षेत्रों में इसकी बाग़वानी कि जाती है। [[जम्मू-कश्मीर]] और [[मनाली हिमाचल प्रदेश|मनाली]] में चेरी का उत्पादन मुख्य रुप से देखा जा सकता है। | ||
==चेरी की विभिन्न किस्में== | ==चेरी की विभिन्न किस्में== | ||
चेरी की विभिन्न किस्में हैं और मुख्य रुप से इसे तीन वर्गों में बांटा है - | चेरी की विभिन्न किस्में हैं और मुख्य रुप से इसे तीन वर्गों में बांटा है - | ||
#जिसमें से एक मीठी चेरी है जिसे प्रूनस एवियम कहते है यह चेरी स्वाद में ज़्यादा स्वादिष्ट और मीठी होती है। | #जिसमें से एक मीठी चेरी है जिसे प्रूनस एवियम कहते है यह चेरी स्वाद में ज़्यादा स्वादिष्ट और मीठी होती है। | ||
#दूसरी खट्टी चेरी, जिसका वैज्ञानिक नाम | #दूसरी खट्टी चेरी, जिसका वैज्ञानिक नाम ''प्रूनस सीरैसस'' है। यह भी दो वर्गों में शामिल है जिसमें से एक '''अमरैलो चेरी''' है तथा दूसरी '''मोरैलो चेरी''' है जो स्वाद में कम मीठी होती है। इनमें खटास ज़्यादा मात्रा में पाई जाती है । | ||
#तीसरे स्थान पर है '''ड्यूक चेरी''', जो मिलाजुला स्वाद रखती है। | #तीसरे स्थान पर है '''ड्यूक चेरी''', जो मिलाजुला स्वाद रखती है। | ||
[[चित्र:Cherries-2.jpg|thumb|left|चेरी]] | [[चित्र:Cherries-2.jpg|thumb|left|चेरी]] | ||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{फल}} | {{फल}} | ||
पंक्ति 33: | पंक्ति 31: | ||
[[Category:वनस्पति कोश]] | [[Category:वनस्पति कोश]] | ||
[[Category:वनस्पति]] | [[Category:वनस्पति]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
07:20, 28 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |

चेरी (अंग्रेज़ी: Cherry) छोटा सा लाल रंग का फल है, जिसका वैज्ञानिक नाम प्रूनस एवियम है, जो रोजेसी कुल की सदस्य है। चेरी प्राचीन समय से ही उपयोग मे आता रहा है। कैस्पियन समुद्र के आस-पास के क्षेत्र और यूरोप में इसका आगमन सैकड़ों साल पहले हो चुका था तथा यूनान में इसकी खेती के ऐतिहासिक साक्ष्य मिलते हैं और आज के समय में चेरी विश्व भर में निर्यात होती है। भारत में चेरी का उपयोग अंग्रेजी काल के समय में माना जाता है और तब से लेकर अब तक भारत के अनेक क्षेत्रों में इसकी बाग़वानी कि जाती है। जम्मू-कश्मीर और मनाली में चेरी का उत्पादन मुख्य रुप से देखा जा सकता है।
चेरी की विभिन्न किस्में
चेरी की विभिन्न किस्में हैं और मुख्य रुप से इसे तीन वर्गों में बांटा है -
- जिसमें से एक मीठी चेरी है जिसे प्रूनस एवियम कहते है यह चेरी स्वाद में ज़्यादा स्वादिष्ट और मीठी होती है।
- दूसरी खट्टी चेरी, जिसका वैज्ञानिक नाम प्रूनस सीरैसस है। यह भी दो वर्गों में शामिल है जिसमें से एक अमरैलो चेरी है तथा दूसरी मोरैलो चेरी है जो स्वाद में कम मीठी होती है। इनमें खटास ज़्यादा मात्रा में पाई जाती है ।
- तीसरे स्थान पर है ड्यूक चेरी, जो मिलाजुला स्वाद रखती है।

चेरी के उपयोग
चेरी का खाने में उपयोग किया जाता है। चेरी एक स्वादिष्ट फल है, जो विभिन्न तरह से भोज्य पदार्थों में उपयोग किया जाता है। इस फल को व्यंजनों तथा पेय पदार्थों की सजावट के तौर पर भी प्रयोग करते हैं। कॉकटेल में इसका खूब उपयोग होता है। चेरी शेक, जूस इत्यादि स्वादिष्ट पेय पदार्थ बनाए जाते हैं।
- पौष्टिक तत्व
चैरी के विभिन्न पौष्टिक तत्व चेरी स्वास्थ्यप्रद फल है, जो अनेक पोषक तत्वों से भरपूर है। यह विटामिन सी और विटामिन ए का अच्छा स्रोत है इसके साथ ही इसमें अधिकांश विटामिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पाये जाते हैं। चेरी फोलिक एसिड, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फ़ॉस्फोरस जैसे खनिज तत्वों का भी एक अच्छा स्रोत है।
चेरी के लाभ

चेरी से स्वास्थ्य लाभ फल सर्वप्रिय आहार होते हैं। यह पुष्टिकारक तो होते ही हैं, साथ ही इनमें विटामिन और प्राकृतिक लवण भी भरे रहते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हैं। चेरी भी ऐसा ही फल है। वैज्ञानिकों के अनुसार चेरी के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तथा विटामिन शरीर को रोगों से बचाते हैं एवं कोई क्षति नहीं पहुंचने देते है, और जो क्षति होती है उसको ठीक करने में सहायक बनते हैं। इसके साथ ही यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।
- ऐसिडिटी- से छुटकारे के लिए आप चेरी को खा सकते हैं या चेरी का जूस भी ले सकते हैं जो फ़ायदेमंद होता है।
- मधुमेह- चेरी खाने से मधुमेह नियंत्रित हो सकता है। चेरी के मीठे और खटटे फल में महत्त्वपूर्ण तत्व ऐन्थोसाइनिन पाया जाता है। यह रसायन शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ाने के साथ साथ रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित रखता है और हृदय से संबंधी बीमारियों के खतरे को भी कम करने में सहायक है।
- चेरी का जूस पीने से नींद अच्छी आती है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख