राव चूँडा राजस्थान के इतिहास में प्रसिद्ध महाराणा लाखा के पुत्र थे। राव चूँडा को "राजस्थान का भीष्म" कहा जाता है।
- वृद्ध महाराणा लाखा ने मारवाड़ की राजकुमारी हंसाबाई से विवाह किया था।
- राव चूँडा ने प्रतिज्ञा की थी कि हंसाबाई से उत्पन्न पुत्र ही मेवाड़ का राजा बनेगा।
- अपनी प्रतिज्ञा के बाद से राव चूँडा ने मेवाड़ के राज्य पर कभी अपना अधिकार नहीं जताया।
- महाराणा लाखा की मृत्यु के बाद हंसाबाई से उत्पन्न महाराणा मोकल ही मेवाड़ के राजा बने।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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