राकेश बेदी का फ़िल्मी कॅरियर

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राकेश बेदी का फ़िल्मी कॅरियर
राकेश बेदी
पूरा नाम राकेश बेदी
जन्म 1 दिसम्बर, 1954
जन्म भूमि नई दिल्ली
अभिभावक गोपाल बेदी
पति/पत्नी आराधना बेदी
संतान रिधिमा राकेश बेदी
कर्म भूमि मुम्बई
कर्म-क्षेत्र सिनेमा जगत
मुख्य फ़िल्में 'हमारे-तुम्हारे', 'चश्मे-बद्दूर', 'दिलजले', 'विजेता', 'बेवफा सनम', 'दुलारा', 'हीरो नंबर वन', 'तिरंगा आदि
शिक्षा अभिनय
विद्यालय फ़िल्म एंड टेलिविज़न इंस्टीयूट ऑफ़ इंडिया, पुणे
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी राकेश बेदी इन दिनों सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक "शुभ विवाह" में व्यस्त हैं।
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राकेश बेदी भारतीय फ़िल्म अभिनेता, मंच कलाकर हैं। वह हिंदी फ़िल्मों में अपने कॉमिक अंदाज़के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने करीब 175 फ़िल्में (हिंदी, पंजाबी व अन्य भाषाओं) में काम किया। 50 से अधिक टीवी शो में उन्होंने देश-विदेश में अपनी अदाकारी के बलबूते पर अपना जलवा बिखेरा है।

कॅरियर

राकेश बेदी ऐसे कलाकार हैं, जिन्होंने हर फ़िल्म में अपनी छाप छोड़ी है। एशियन एकेडमी ऑफ़ फ़िल्म एंड टेलिविज़न से अभिनय में निपुण होने के बाद उनकी पहली फ़िल्म 1979 में 'हमारे-तुम्हारे' आई। उसके बाद 'चश्मे-बद्दूर' में राकेश बेदी अपनी एक्टिंग से फ़िल्मी जगत में छा गए। उसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। छोटे पर्दे पर 'श्रीमान-श्रीमति', 'यस बॉस', 'यह जो जिंदगी है' में जहां उन्होंने घर-घर पहुंच कर लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई, वहीं फ़िल्म 'दिलजले', 'विजेता', 'बेवफा सनम', 'दुलारा', 'हीरो नंबर वन', 'तिरंगा' जैसी तमाम फ़िल्मों में उन्होंने काम किया। छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे पर उन्होंने अपनी एक्टिंग से हमेशा तालियां बटोरीं।[1]

राकेश बेदी इन दिनों फ़िल्मों में कम दिखाई दे रहे हैं। हालांकि उनके पास फ़िल्में हैं लेकिन अब वो मारामारी नहीं है, जो कभी हुआ करती थी। हां टीवी कार्यक्रमों में वे ज़रूर नजर आ रहे हैं। इन दिनों वे सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक "शुभ विवाह" में व्यस्त हैं। इस धारावाहिक में वे केन्द्रीय भूमिका में हैं जहां उनकी पांच बेटियाँ हैं और वे उनके लिए वर तलाश कर रहे हैं। इस धारावाहिक में उनका गेटअप और पुराना स्कूटर दर्शाता है कि वे मध्यमवर्गीय परिवार के कर्ताधर्ता हैं। राकेश बेदी अभी सागर आर्ट्स की एक फ़िल्म "हाय रब्बा मैं क्या करूं" कर रहे है, जिसे "1971" के डायरेक्टर अमृत सागर बना रहे हैं और आकाश सागर इसके हीरो हैं। इसमें अरशद वारसी भी हैं।

राकेश बेदी ने कभी फ़िल्म निर्देशक बनाने का विचार किया था लेकिन बदलते फ़िल्मी माहौल और बढ़ते बजट ने उनकी इस महत्त्वकांक्षा को कहीं दबा दिया है। उनके अनुशार आजकल वही व्यक्ति निर्देशक बन पाता है जो स्वयं एक सफल लेखक है। हालांकि राकेश बेदी स्वयं भी लेखक हैं लेकिन उन्होंने कभी किसी फ़िल्म को नहीं लिखा है। हां नाटक और धारावाहिकों को ज़रूर उन्होंने लिखा है। निर्देशक न बन पाने पर वे कहते हैं कि "काफी कुछ होता है जो नहीं हो पाता है। बहुत सारी चीजें हैं जिन्हें मैं करना चाहता हूं। कोशिशें जारी हैं और जब सही वक्त आएगा, वे हो भी जाएंगी।[2]

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. मैं पंजाबी, खून में पंजाबियत : राकेश बेदी (हिंदी) www.jagran.com। अभिगमन तिथि: 5 जुलाई, 2017।
  2. राकेश बेदी (हिंदी) www.khaskhabar.com। अभिगमन तिथि: 5 जुलाई, 2017।

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