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[[सिक्किम]] अपने प्राकृतिक हरे-भरे पौधों, जंगलों, दर्शनीय घाटियों और पर्वतमालाओं और भव्य सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के शांतिप्रिय लोगों के कारण से यह प्रदेश पर्यटकों के लिए सुरक्षित स्वर्ग के समान है। राज्य सरकार पर्यावरण से मित्रतापूर्ण पर्यटन तथा तीर्थ पर्यटन को प्रोत्साहन दे रही है, जिससे यहाँ आने वाले लोग सिक्किम की जीवनशैली और प्राकृतिक पर्यटन का आनंद ले सकें। राज्य सरकार दक्षिण सिक्किम में चैमचेय गांव में 'हिमालयन सेंटर फॉर एडवेंचर टूरिज़्म' की स्थापना कर रही है। | [[सिक्किम]] अपने प्राकृतिक हरे-भरे पौधों, जंगलों, दर्शनीय घाटियों और पर्वतमालाओं और भव्य सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के शांतिप्रिय लोगों के कारण से यह प्रदेश पर्यटकों के लिए सुरक्षित स्वर्ग के समान है। राज्य सरकार पर्यावरण से मित्रतापूर्ण पर्यटन तथा तीर्थ पर्यटन को प्रोत्साहन दे रही है, जिससे यहाँ आने वाले लोग सिक्किम की जीवनशैली और प्राकृतिक पर्यटन का आनंद ले सकें। राज्य सरकार दक्षिण सिक्किम में चैमचेय गांव में 'हिमालयन सेंटर फॉर एडवेंचर टूरिज़्म' की स्थापना कर रही है। | ||
− | सिक्किम का प्रमुख बौद्ध मठ पेलिंग में स्थित | + | सिक्किम का प्रमुख बौद्ध मठ [[पेलिंग]] में स्थित [[पेमायंगत्से मठ|पेमायंगत्से]] है। इसके अतिरिक्त पश्चिमी सिक्किम में [[ताशीदिंग मठ]] भी है, जो सिक्किम के सभी मठों में सबसे पवित्र माना जाता है। सिक्किम का सबसे प्राचीन मठ युकसोम है, जिसे ड्रबडी मठ के नाम से जाना जाता है। यह लहातसुन चेम्पों (सिक्किम के प्रमुख संत) का व्यक्तिगत आश्रम था जो लगभग 1700 ईस्वी में बना था। |
− | *अन्य मठों के नाम हैं - फोडोंग, फेन्सांग, | + | *अन्य मठों के नाम हैं - फोडोंग, फेन्सांग, [[रुमटेक मठ|रुमटेक]], नगाडक, तोलुंग, आहल्य, त्सुकलाखांग, रालोंग, लाचेन, एन्चेय। |
− | *अन्य हिन्दू मंदिर है - गंगटोक के मध्य में स्थित प्रमुख रूप से जाना जाने वाला ठाकुर बाड़ी। इसके बाद दक्षिण ज़िले की एक पवित्र गुफा है जिसमें एक शिवलिंग है जो इस गुफा को जगमाता है जहां कोई रोशनी नहीं पहुंच पाती है। | + | *अन्य हिन्दू मंदिर है - [[गंगटोक]] के मध्य में स्थित प्रमुख रूप से जाना जाने वाला ठाकुर बाड़ी। इसके बाद दक्षिण ज़िले की एक पवित्र गुफा है जिसमें एक [[शिवलिंग]] है जो इस गुफा को जगमाता है जहां कोई रोशनी नहीं पहुंच पाती है। |
*राज्य में कुछ महत्त्वपूर्ण गुरुद्वारे और मस्जिदें भी हैं और उनमें से प्रमुख गंगटोक और रावनगला में हैं। | *राज्य में कुछ महत्त्वपूर्ण गुरुद्वारे और मस्जिदें भी हैं और उनमें से प्रमुख गंगटोक और रावनगला में हैं। | ||
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08:40, 14 मार्च 2012 के समय का अवतरण
सिक्किम अपने प्राकृतिक हरे-भरे पौधों, जंगलों, दर्शनीय घाटियों और पर्वतमालाओं और भव्य सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के शांतिप्रिय लोगों के कारण से यह प्रदेश पर्यटकों के लिए सुरक्षित स्वर्ग के समान है। राज्य सरकार पर्यावरण से मित्रतापूर्ण पर्यटन तथा तीर्थ पर्यटन को प्रोत्साहन दे रही है, जिससे यहाँ आने वाले लोग सिक्किम की जीवनशैली और प्राकृतिक पर्यटन का आनंद ले सकें। राज्य सरकार दक्षिण सिक्किम में चैमचेय गांव में 'हिमालयन सेंटर फॉर एडवेंचर टूरिज़्म' की स्थापना कर रही है।
सिक्किम का प्रमुख बौद्ध मठ पेलिंग में स्थित पेमायंगत्से है। इसके अतिरिक्त पश्चिमी सिक्किम में ताशीदिंग मठ भी है, जो सिक्किम के सभी मठों में सबसे पवित्र माना जाता है। सिक्किम का सबसे प्राचीन मठ युकसोम है, जिसे ड्रबडी मठ के नाम से जाना जाता है। यह लहातसुन चेम्पों (सिक्किम के प्रमुख संत) का व्यक्तिगत आश्रम था जो लगभग 1700 ईस्वी में बना था।
- अन्य मठों के नाम हैं - फोडोंग, फेन्सांग, रुमटेक, नगाडक, तोलुंग, आहल्य, त्सुकलाखांग, रालोंग, लाचेन, एन्चेय।
- अन्य हिन्दू मंदिर है - गंगटोक के मध्य में स्थित प्रमुख रूप से जाना जाने वाला ठाकुर बाड़ी। इसके बाद दक्षिण ज़िले की एक पवित्र गुफा है जिसमें एक शिवलिंग है जो इस गुफा को जगमाता है जहां कोई रोशनी नहीं पहुंच पाती है।
- राज्य में कुछ महत्त्वपूर्ण गुरुद्वारे और मस्जिदें भी हैं और उनमें से प्रमुख गंगटोक और रावनगला में हैं।
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