"माचू पिच्चू" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
कात्या सिंह (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Machu-Picchu.jpg|thumb|250px|माचू पिच्चू]] | [[चित्र:Machu-Picchu.jpg|thumb|250px|माचू पिच्चू]] | ||
*माचू पिच्चू [[विश्व के सात आश्चर्य (आधुनिक)|आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों]] में से एक है। | *माचू पिच्चू [[विश्व के सात आश्चर्य (आधुनिक)|आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों]] में से एक है। | ||
− | *दक्षिण अमरीका में एंडीज पर्वतों के बीच बसा माचू पिच्चू शहर पुरानी इंका सभ्यता का सबसे बढ़िया उदाहरण है। | + | *[[अमेरिका|दक्षिण अमरीका]] में एंडीज पर्वतों के बीच बसा माचू पिच्चू शहर पुरानी इंका सभ्यता का सबसे बढ़िया उदाहरण है। |
*माचू पिच्चू 15वीं शताब्दी तक बसा हुआ था। | *माचू पिच्चू 15वीं शताब्दी तक बसा हुआ था। | ||
*15वीं शताब्दी के बाद माना जाता है कि स्पेन के आक्रमणकारी यहाँ पर छोटी चेचक जैसी भयानक महामारी ले आए जिसके कारण यह शहर पूरी तरह उजड़ गया। | *15वीं शताब्दी के बाद माना जाता है कि स्पेन के आक्रमणकारी यहाँ पर छोटी चेचक जैसी भयानक महामारी ले आए जिसके कारण यह शहर पूरी तरह उजड़ गया। |
05:37, 15 अगस्त 2011 का अवतरण
- माचू पिच्चू आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों में से एक है।
- दक्षिण अमरीका में एंडीज पर्वतों के बीच बसा माचू पिच्चू शहर पुरानी इंका सभ्यता का सबसे बढ़िया उदाहरण है।
- माचू पिच्चू 15वीं शताब्दी तक बसा हुआ था।
- 15वीं शताब्दी के बाद माना जाता है कि स्पेन के आक्रमणकारी यहाँ पर छोटी चेचक जैसी भयानक महामारी ले आए जिसके कारण यह शहर पूरी तरह उजड़ गया।
- जब इसे सात आश्चर्यों में गिना गया तो इस 5000 फुट ऊँचे सुदूर स्थान पर सैकड़ों लोग खुशियाँ मनाने एकत्र हुए।
- 1430 ई. के आसपास इंकाओं ने इसका निर्माण अपने शासकों के आधिकारिक स्थल के रूप में शुरू किया था, लेकिन इसके लगभग सौ साल बाद, जब इंकाओं पर स्पेनियों ने विजय प्राप्त कर ली तो इसे यूँ ही छोड़ दिया गया।
- माचू पिच्चू को 1981 में पेरू का एक ऐतिहासिक देवालय घोषित किया गया, और 1983 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की दर्ज़ा दिया गया।
|
|
|
|
|