एमैनुएल पिनहेरो एक जेसुइट पादरी था, जो 1595 ई. में पादरी जरोय जैवियर के साथ बादशाह अकबर के दरबार में आया था।
- मुग़ल शासक अकबर के शासन काल के अंतिम वर्षों में एमैनुएल पिनहेरो मुग़ल दरबार में ही रहा।
- अकबर ने एमैनुएल पिनहेरो को 'बाप्तिस्ता' देकर अपनी प्रजा को ईसाई बनाने की आज्ञा दे दी थी।
- मुग़ल दरबार में रहते हुए पिनहेरो ने अपने देश को जो पत्र लिखे, उससे मुग़ल काल के इतिहास के सम्बंध में महत्त्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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