माणविका

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:14, 10 अप्रैल 2018 का अवतरण (''''माणविका''' पाणिनिकालीन भारतवर्ष में शिक्षा में प्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

माणविका पाणिनिकालीन भारतवर्ष में शिक्षा में प्रवीण कन्या को कहा जाता था।

  • शिक्षा में प्रवीण माणविका के साथ विवाह करने वाला पति उसके कारण अपने आपको गौरवान्वित मानकर उसके नाम से अपना नामकरण करता था, जैसे-

"औपगवी माणविका भार्या अस्य औपगवी भार्य:, ग्लूचुकायनी माणविका भार्या अस्य ग्लुचुकायनीभार्य:"[1][2]


इन्हें भी देखें: पाणिनि, अष्टाध्यायी एवं भारत का इतिहास


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भाष्य 4/1/93, वा. 9
  2. पाणिनीकालीन भारत |लेखक: वासुदेवशरण अग्रवाल |प्रकाशक: चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी-1 |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 102 |

संबंधित लेख