अतिदेश:

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अतिदेशः [अति+दिश्+घञ्]

1. हस्तान्तरण, समर्पण, सुपुर्द करना।
2. (व्या.) अन्यत्र लागू होने वाली प्रक्रिया, सादृश्य के कारण प्रक्रिया, एक वस्तु के धर्म का दूसरी वस्तु पर आरोपण-अतिदेशो नाम इतरधर्मस्य इतरस्मिन् प्रयोगाय आदेशः (मीमांसा), या, अन्यत्रैव प्रणीतायाः कृत्स्नाया धर्मसंहतेः। अन्यत्र कार्यतः प्राप्तिरतिदेशः स उच्यते। 'ग्रोसदृशो गवयः' यह रूपातिदेश या सादृश्य का निदर्शन है।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 21 |

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