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*डॉ. सुभाष कश्यप एक पत्रकार तथा वकील रहे। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी। | *डॉ. सुभाष कश्यप एक पत्रकार तथा वकील रहे। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी। | ||
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*उन्होंने [[अमरीका]], [[ब्रिटेन]] और स्विट्जरलैंड से उच्च शिक्षा प्राप्त की और [[भारत]] में उसी 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' में अध्यापन का कार्य भी किया, जहां इन्होंने खुद शिक्षा प्राप्त की थी। | *उन्होंने [[अमरीका]], [[ब्रिटेन]] और स्विट्जरलैंड से उच्च शिक्षा प्राप्त की और [[भारत]] में उसी 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' में अध्यापन का कार्य भी किया, जहां इन्होंने खुद शिक्षा प्राप्त की थी। | ||
*डॉ. सुभाष कश्यप के 500 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने 100 से भी ज्यादा पुस्तकें लिखीं। कुछ मुख्य पुस्तकें इस प्रकार हैं- | *डॉ. सुभाष कश्यप के 500 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने 100 से भी ज्यादा पुस्तकें लिखीं। कुछ मुख्य पुस्तकें इस प्रकार हैं- | ||
#भारत का संविधानः एक अध्ययन | #भारत का संविधानः एक अध्ययन | ||
#नागरिक और संविधान | #नागरिक और संविधान |
05:28, 10 मई 2018 का अवतरण
सुभाष कश्यप
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पूरा नाम | सुभाष कश्यप |
जन्म | 10 मई, 1929 |
कर्म भूमि | भारत |
मुख्य रचनाएँ | 'भारत का संविधानः एक अध्ययन', 'नागरिक और संविधान', 'दलबदल विरोधी कानून और संसदीय विशेषाधिकार', 'सत्ता की राजनीति'। |
विद्यालय | 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' |
प्रसिद्धि | भारतीय संविधान विशेषज्ञ |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | सुभाष कश्यप 37 सालों तक संसद से जुड़े रहे और फिर 1990 में संसद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। |
सुभाष कश्यप (अंग्रेज़ी: Subhash Kashyap ; जन्म- 10 मई, 1929) भारतीय संविधान के विशेषज्ञ हैं। वे उस संविधान के पारखी हैं, जो इस देश का प्रहरी है। डॉ. सुभाष कश्यप 31 दिसंबर, 1953 में लोक सभा में महासचिव बने थे। इसके बाद वह 37 सालों तक संसद से जुड़े रहे। इन्हें 'पद्म भूषण' से भी सम्मानित किया गया है।
- देश की व्यवस्था को दिशा-निर्देश देने वाले संविधान और संविधान के अनुसार क़ानूनों का निर्माण करने वाली संसद के अध्ययन के लिए सुभाष कश्यप ने अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
- 10 मई, 1929 को जन्मे सुभाष कश्यप ने अपनी शिक्षा 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' से प्राप्त की थी।
- डॉ. सुभाष कश्यप एक पत्रकार तथा वकील रहे। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी।
- 31 दिसंबर, 1953 में सुभाष कश्यप लोक सभा में महासचिव बने। इसके बाद वह 37 सालों तक संसद से जुड़े रहे और फिर 1990 में संसद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
- उन्होंने अमरीका, ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड से उच्च शिक्षा प्राप्त की और भारत में उसी 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' में अध्यापन का कार्य भी किया, जहां इन्होंने खुद शिक्षा प्राप्त की थी।
- डॉ. सुभाष कश्यप के 500 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने 100 से भी ज्यादा पुस्तकें लिखीं। कुछ मुख्य पुस्तकें इस प्रकार हैं-
- भारत का संविधानः एक अध्ययन
- नागरिक और संविधान
- दलबदल विरोधी कानून और संसदीय विशेषाधिकार
- सत्ता की राजनीति
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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