"प्रयोग:कविता सा.-1": अवतरणों में अंतर
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कविता भाटिया (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{बौद्ध धर्म का मुख्य बड़ा मंदिर निम्मलिखित में से किस प्रांत में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-213,प्रश्न-207 | {बौद्ध धर्म का मुख्य बड़ा मंदिर निम्मलिखित में से किस प्रांत में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-213,प्रश्न-207 | ||
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||'पहाड़ी स्कूल' 'कांगड़ा स्कूल' एवं 'राजपूत स्कूल' आदि शैलियों का संबंध चित्रकला से है। | ||'पहाड़ी स्कूल' 'कांगड़ा स्कूल' एवं 'राजपूत स्कूल' आदि शैलियों का संबंध चित्रकला से है। | ||
{शाहजहाँ काल की चित्रकला में चित्रित लघु चित्रों में अधिक चित्रित है-( | {शाहजहाँ काल की चित्रकला में चित्रित लघु चित्रों में अधिक चित्रित है-(क2ला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-66,प्रश्न-73 | ||
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-युद्ध दृश्य | -युद्ध दृश्य | ||
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+उस्ताद मंसूर | +उस्ताद मंसूर | ||
||पुष्पों की चित्रकारी में मंसूर को महारत हासिल थी। 'लाल पुष्पों की बहार' का चित्र उसके सर्वोत्तम चित्रों में से एक है। | ||पुष्पों की चित्रकारी में मंसूर को महारत हासिल थी। 'लाल पुष्पों की बहार' का चित्र उसके सर्वोत्तम चित्रों में से एक है। | ||
{कंपनी शैली के प्रसिद्ध कलाकार कौन थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-77,प्रश्न-8 | |||
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-रामलाल | |||
-हसनराज | |||
-रामाधार | |||
+ईश्वरी प्रसाद | |||
||कंपनी शैली के प्रमुख चित्रकार ईश्वरी प्रसाद वर्मा, सेवक राम, हुलास लाल, शिवलाल, जयराम दास, झूमक लाल तथा फकीरचंद आदि थे। | |||
{असित हल्दर किस आर्ट कॉलेज के प्रिंसिपल थे?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-1 | |||
|type="()"} | |||
-पटना | |||
-कलकत्ता | |||
+लखनऊ | |||
-दिल्ली | |||
||असित कुमार हल्दर वर्ष 1925 में लखनऊ कला विद्यालय के प्रिंसिपल हुए। हल्दर इस विद्यालय के प्रथम भारतीय प्रिंसिपल (प्राचार्य) थे। इससे पूर्व असित कुमार हल्दर शांतिनिकेतन के कला भवन के प्रधानाचार्य और महाराजा स्कूल ऑफ आर्ट के प्रधान शिक्षक रह चुके थे। | |||
{इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चित्रकला विभाग की स्थापना किस चित्रकार ने की थी?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-97,प्रश्न-3 | |||
|type="()"} | |||
-एल. एम. सेन | |||
-ए. के हल्दर | |||
+क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार | |||
-जामिनी राय | |||
||इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चित्रकला विभाग की स्थापना क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार ने की थी? | |||
{'प्रभु हरिदास अंतिम अवस्था में' किसने चित्रित किया है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-98,प्रश्न-9 | |||
|type="()"} | |||
-रणवीर सिंह विष्ट | |||
-नंदलाल बोस | |||
+क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार | |||
-ललित मोहन सेन | |||
||क्षितीन्द्रनाथा मजूमदार ने वैष्णव संत चैतन्य के जीवन से कई दृश्यों को चित्रित किया है जिनमें 'प्रभु हरिदास अंतिम अवस्था' चित्र भी शामिल है जो वाश पेपर एवं जलरंग से चित्रित है। | |||
{'मणिकुट्टिम पद्धति' में किस वस्तु का प्रयोग किया जाता है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-103,प्रश्न-12 | |||
|type="()"} | |||
-रंग | |||
+संगमरमर | |||
-लकड़ी | |||
-सीमेंट | |||
||'मणिकुट्टिम पद्धति' में संगमरमर का प्रयोग किया जाता है। | |||
{'अंतिम भोज' चित्र के चित्रकार का क्या नाम है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-109,प्रश्न-49 | |||
|type="()"} | |||
-माइकेल एंजिलो | |||
-रूबेन्स | |||
+लियोनार्डो विंचीं | |||
-बोत्तिचेल्ली | |||
||'अंतिम भोज' चित्र के चित्रकार लियोनार्डो विंचीं है। | |||
{इनमें से घनवादी कलाकार नहीं हैं(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-130,प्रश्न-45 | |||
|type="()"} | |||
-ब्राक | |||
-पिकासो | |||
-फर्ना लेजे | |||
+जेम्स एन्सोर | |||
||दिए गए विकल्पों में जेम्स एन्सोर घनवादी कलाकार नहीं हैं बल्कि वे अभिव्यंजनावादी कलाकार हैं जबकि ब्राक, लेजे एवं पिकासो घनवादी कलाकार हैं। | |||
13:05, 12 मार्च 2018 का अवतरण
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