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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {विहार गुफ़ाओं को क्या कहा जाता है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-213,प्रश्न-206
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| -चैत्य
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| -कमरा
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| +[[संघाराम]]
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| -[[स्तूप]]
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| ||विहार गुफ़ाओं का 'संघाराम' कहा जाता है। यह बौद्ध भिक्षुओं के रहने का स्थान था।
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| {[[बौद्ध धर्म]] का मुख्य बड़ा मंदिर निम्नलिखित में से किस प्रांत में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-213,प्रश्न-207
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| -[[उत्तर प्रदेश]]
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| -[[पंजाब]]
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| +[[बिहार]]
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| -[[मध्य प्रदेश]]
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| ||[[बौद्ध धर्म]] का मुख्य मंदिर [[बिहार]] के [[गया]] जिले में स्थित है। इसे महाबेधि मंदिर या मुख्य मंदिर के नाम से जाना जाता है।
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| {अशोक कालीन स्तंभ के शीर्ष पर कौन सी आकृतियाँ बनी है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-215,प्रश्न-222
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| -यक्षणियों की
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| -राजाओं की
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| -पक्षियों की
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| +पशुओं की
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| ||अशोक कालिन स्तंभ के शीर्ष के अधिकाकाशं आकृतियाँ पशुओं की हैं। अशोक स्तंभ शीर्ष पर शेर तथा आधार पर बैल और घोड़ा हैं।
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| {प्रसिद्ध [[खजुराहो|खजुराहो मंदिर]] किस 100 वर्षों की अवधि में बनकर तैयार हुए?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-222,प्रश्न-269
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| |type="()"}
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| -9501050 ई. पू.
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| +950-1050 ई.
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| -850-950 ई. पू.
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| -850-950 ई.
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| ||प्रसिद्ध [[खजुराहो|खजुराहो मंदिर]] के निर्माण की अवधि 100 वर्ष (950-1050 ई.) रहा।
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| {[[कबीरदास]] ने 'निर्वाण' कहाँ प्राप्त किया था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-226,प्रश्न-305
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| -[[वाराणसी]]
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| -[[सारनाथ]]
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| -[[गया]]
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| +[[मगहर]]
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| ||[[कबीरदास]] को मगहर में 'निर्वाण' प्राप्ति हुई थी। इन्हीं के नाम पर मगहर से लगभग 7 किमी. दूर पश्चिम में खलीलाबाद को जिला मुख्यालय बनाकर संत कबीर नगर जनपद का गठन किया गया है।
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| {[[महात्मा गाँधी]] कला विथिका कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-227,प्रश्न-309
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| -[[लखनऊ]]
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| -[[वाराणसी]]
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| -[[कानपुर]]
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| +[[इलाहाबाद]]
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| ||[[महात्मा गाँधी]] कला विथिका [[इलाहाबाद]] में उत्तर-मध्य क्षेत्र सांसकृतिक केंद्र (NCZCC) में स्थित है। यह वर्ष 1997 में स्थापित की गई थी।
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| {[[महात्मा बुद्ध]] का परिनिर्वाण स्थल '[[कुशीनगर]]' का आधुनिक नाम क्या हो गया है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-227,प्रश्न-312
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| |type="()"}
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| -[[पटना]]
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| +कसया
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| -[[गया]]
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| -सैदपुर भीतरी
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| ||[[महात्मा बुद्ध]] का परिनिर्वाण स्थल '[[कुशीनगर]]' है जिसे वर्तमान मे 'कसया' कहते हैं किंतु कुशीनगर नाम से जनपद का नामकरण है।
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| {'[[तीजन बाई]]' किसके लिए जानी जाती है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-229,प्रश्न-326
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| -लोक कलाकार
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| -लोक नर्तकी
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| +लोक गायिका
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| -इनमें से कोई नहीं
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| ||[[तीजन बाई]] एक पण्डवानी गायीका हैं पण्डवानी गायन जो [[छत्तीसगढ़]] की एक पारंपरिक प्रदर्शन कला है। इसमें '[[महाभारत]]' की कहानियाँ एक गीत के रूप में गायी जाती हैं।
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| {विख्यात 'महेश मूर्ति' रॉक-कट मूर्ति कहाँ हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-25,प्रश्न-24
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| |type="()"}
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| -सारनाथ
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| -अमरावती
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| +एलीफैंटा
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| -सिगिरिया
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| ||विख्यात 'महेश मूर्ति' रॉक-कट मूर्ति एलीफैंटा में है। 8वीं शताब्दी में राष्ट्रकूट राजाओं ने एलीफैंटा गुफ़ा में तीन शीर्ष वाले महेश मूर्ति के मंदिर का निर्माण करवाया था।
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| {[[जोगीमारा]] के चित्र कहाँ बने हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-28,प्रश्न-9
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| |type="()"}
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| -छत पर
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| -लाल पृष्ठभूमि पर
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| +सफेद पृष्ठभूमि पर
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| -पीली पृष्ठभूमि पर
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| ||[[जोगीमारा]] के प्रत्येक चित्र सफेद पृष्ठभूमि पर एक लाल रूपरेखा के साथ बने हैं।
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| {'[[जोगीमारा]]' किसलिए प्रसिद्ध है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-28,प्रश्न-10 | | {'[[जोगीमारा]]' किसलिए प्रसिद्ध है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-28,प्रश्न-10 |