"प्रयोग:कविता सा.-2": अवतरणों में अंतर
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-रामायण का | -रामायण का | ||
-अनवर-ए-सुहेली का | -अनवर-ए-सुहेली का | ||
||भारतीय चित्रकला में प्रसिद्ध पक्षी-चित्रकार मंसूर था। जहाँगीर के शासन काल में मंसूर द्वारा श्रेष्ठ पशु-पक्षी के चित्र बनाए गए। | |||
{[[रबींद्रनाथ टैगोर]] के चित्र किस शैली के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-85,प्रश्न-65 | {[[रबींद्रनाथ टैगोर]] के चित्र किस शैली के हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-85,प्रश्न-65 | ||
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-मुगल शैली | -[[मुगल कालीन चित्रकला|मुगल शैली]] | ||
-कंपनी शैली | -[[कंपनी शैली]] | ||
+आधुनिक शैली | +आधुनिक शैली | ||
-बंगाल शैली | -बंगाल शैली | ||
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||[[एम.एफ. हुसैन]] ने अपने केंरियर की शुरुआत सिनेमा पोस्टर और कट आउट पेंटर के रूप में की। | ||[[एम.एफ. हुसैन]] ने अपने केंरियर की शुरुआत सिनेमा पोस्टर और कट आउट पेंटर के रूप में की। | ||
{'बूंदी शैली' के चित्रों में किस प्रसार का रंग अधिक प्रयोग किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-7 | {'[[बूंदी चित्रकला|बूंदी शैली]]' के चित्रों में किस प्रसार का [[रंग]] अधिक प्रयोग किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-7 | ||
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-खनिज रंग | -खनिज रंग | ||
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{कला में कुलीन व्यक्तित्व, मौलिकता का अंकन तथा आध्यात्मिक जीवन में धर्म के क्षीण प्रभाव के कारण कला में व्यक्तिवादिता किस काल में देखने को मिलती है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-111,प्रश्न-61 | {कला में कुलीन व्यक्तित्व, मौलिकता का अंकन तथा आध्यात्मिक जीवन में धर्म के क्षीण प्रभाव के कारण कला में व्यक्तिवादिता किस काल में देखने को मिलती है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-111,प्रश्न-61 | ||
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-मध्य काल में | -[[मध्य काल]] में | ||
-प्राचीन काल में | -प्राचीन काल में | ||
-गोथिक काल में | -गोथिक काल में | ||
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||'द मार्निंग बाथ' चित्र एडगर डेगा द्वारा 1883 में बनाया गया। यह पेंटिंग पेस्टल रंग तकनीकि से चित्रित है। | ||'द मार्निंग बाथ' चित्र एडगर डेगा द्वारा 1883 में बनाया गया। यह पेंटिंग पेस्टल रंग तकनीकि से चित्रित है। | ||
{किस राजवंश के उत्थान काल में अजंता की गुफा में फ्रेस्को चित्र को चित्रित किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-32,प्रश्न-25 | {किस राजवंश के उत्थान काल में [[अजंता की गुफा|अजंता की गुफ़ा]] में फ्रेस्को चित्र को चित्रित किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-32,प्रश्न-25 | ||
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+गुप्त | +[[गुप्त राजवंश|गुप्त]] | ||
-मौर्य | -[[मौर्य राजवंश|मौर्य]] | ||
-ब्रिटिश | -[[ब्रिटिश साम्राज्य|ब्रिटिश]] | ||
-शुंग | -[[शुंगवंश|शुंग]] | ||
||गुप्त राजवंश के उत्थान काल में अजंता की गुफा में फ्रेस्को चित्र (भित्तिचित्र) को चित्रित किया गया। भारतीय चित्रकला का गुप्तकाल से विशेष संबंध है, गुप्तकालीन चित्रकला का उदाहरण अजंता एवं बाघ की गुफाओं में मिलता है। | ||[[गुप्त राजवंश]] के उत्थान काल में अजंता की गुफा में फ्रेस्को चित्र (भित्तिचित्र) को चित्रित किया गया। भारतीय चित्रकला का गुप्तकाल से विशेष संबंध है, गुप्तकालीन चित्रकला का उदाहरण [[अजंता की गुफ़ाएँ|अजंता]] एवं [[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ की गुफाओं]] में मिलता है। | ||
{किस कलाकार ने पेस्टल रंगों तथा गतिशील फोटोग्राफिक आकृतियों के द्वारा चित्र निर्माण कार्य किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-120,प्रश्न-37 | {किस कलाकार ने पेस्टल रंगों तथा गतिशील फोटोग्राफिक आकृतियों के द्वारा चित्र निर्माण कार्य किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-120,प्रश्न-37 | ||
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-खड़िया मिट्टी | -खड़िया मिट्टी | ||
-गेरू के रंग | -गेरू के रंग | ||
-काला रंग | -[[काला रंग]] | ||
||आदिमानव गुफाओं के अंदर रंगों से सनी तूलिका तथा नुकीले कठोर पत्थरों से चित्र उकेरते थे। रंगों को वह जानवरों की चर्बी द्वारा बनाते थे तथा प्रकाश के लिए चर्बी को जलाते भी थे। इसके अलावा आदिमानव चित्रांकन के लिए कई तरह के रंगों का उपयोग करते थे। अधिकतर रंग गेरू से बनाए जाते थे, जिनकी अलग-अलग रंगतें होती थीं। खड़िया मिट्टी और की तरह की रंगीन मिट्टी का उपयोग वे चित्र बनाने के लिए करते थे। आग जलाना सीखने के बाद वे हड्डी को जलाकर काला रंग भी बना लेते थे। लकड़ी के कोयले का प्रयोग भी कभी-कभी करते थे। | ||आदिमानव गुफाओं के अंदर रंगों से सनी तूलिका तथा नुकीले कठोर पत्थरों से चित्र उकेरते थे। [[रंग|रंगों]] को वह जानवरों की चर्बी द्वारा बनाते थे तथा [[प्रकाश]] के लिए चर्बी को जलाते भी थे। इसके अलावा आदिमानव चित्रांकन के लिए कई तरह के रंगों का उपयोग करते थे। अधिकतर रंग गेरू से बनाए जाते थे, जिनकी अलग-अलग रंगतें होती थीं। खड़िया [[मिट्टी]] और की तरह की रंगीन मिट्टी का उपयोग वे चित्र बनाने के लिए करते थे। आग जलाना सीखने के बाद वे हड्डी को जलाकर काला रंग भी बना लेते थे। लकड़ी के कोयले का प्रयोग भी कभी-कभी करते थे। | ||
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11:51, 7 जनवरी 2018 का अवतरण
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