"प्रयोग:कविता सा.-2": अवतरणों में अंतर

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{[[लियोनार्डो दा विंची|लियोनार्दो]] के गुरु कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-109,प्रश्न-44
|type="()"}
+वेराशियो
-आंद्रे मांतेग्ना
-बर्नार्डो रोजेलिनो
-सांद्रो बोत्तिचेल्लो
||आंद्रिया देल वेराशियो एक इटैलियन [[चित्रकार]], [[मूर्तिकार]] तथा स्वर्णकार थे। इनके तीन प्रमुख शिष्य थे- [[लियोनार्डो दा विंची]], पेट्रो पेरूगीनो तथा लारेन्जों डी. क्रेडी।
{'सन फ्लावर' प्रसिद्ध चित्र किसने निर्मित किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-122,प्रश्न-57
|type="()"}
-रूबेन्स
-रेम्ब्रां
+वान गॉग
-रेन्वार
||'सूरजमुखी के फूल' का चित्र विन्सेंट वान गॉग द्वारा चित्रित एक प्रसिद्ध चित्र है। वर्तमान में यह चित्र नेशनल गैलरी ([[लंदन]]) में रखा हुआ है।
{निम्नलिखित में से कौन लिथोग्राफिक पोस्टरों के लिए विख्यात है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-176,प्रश्न-77
|type="()"}
-एडवर्ड माने
+जुल्स चर्ट
-एडगर देगा
-पियरे अ‍ॅगुस्त रेन्वार
||जुल्स चर्ट लिथोग्राफिक पोस्टरों के लिए विख्यात हैं। जुल्स चर्ट को 'रंग लिथोग्राफ का पिता' तथा 'पोस्टर कला' के लिए जाना जाता है। इन्हें आधुनिक विज्ञापन के लिए 'मास्टर' कहा जाता है। उनकी पेंटिंग्स व्यावसायिक कला के दायरे से बाहर थी। वे अपने साथी कलाकारों देगा तथा माने की कला से प्रभावित थे। लीथोग्राफी, ग्राफिक कला की एक विधा है।
{'ताश के खिलाड़ी' चित्र किसने चित्रित किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-124,प्रश्न-69
|type="()"}
+सेजां
-पिकासो
-मोने
-मेंच
||पॉल सेजां का जन्म 1839 ई. में एजा प्रिवांस में हुआ था। बीसवीं सदी की [[कला]] पर सेजां का सर्वाधिक प्रभाव पड़ा, इसलिए इन्हें 'आधुनिक कला का जन्मदाता' कहा जाता है। [[चित्रकार]] सोरा, वान गॉग एवं गॉगिन, सेजां आदि थे जिन्हें उत्तर प्रभाववादी के नाम से विश्लेषित किया गया। ये सभी कलाकार प्रभाववाद से असंतुष्ट थे। सेजां ने अपने अधिकांश विख्यात चित्र 1870 ई. से 1900 ई. के मध्य बनाए।
{कोलॉज चित्र का माध्यम क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-168,प्रश्न-17
|type="()"}
-भूसा
-गोबर
-बुरादा
+काग़ज़ की कतरन
{[[सुमित्रानन्दन पंत]] कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-183,प्रश्न-17
|type="()"}
-[[चित्रकार]]
-[[मूर्तिकार]]
+[[कवि]]
-[[संगीतकार]]
||[[सुमित्रानन्दन पंत]] [[कवि]] थे। वे हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक थे। इनका जन्म [[20 मई]], [[1900]] में [[कौसानी]] (वर्तमान [[उत्तराखंड]]) में तथा [[28 दिसंबर]], [[1977]] में इलाहाबाद में निधन हो गया।
{[[सी.वी. रमन]] को [[नोबेल पुरस्कार]] किस लिए दिया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-190,प्रश्न-48
|type="()"}
+रमन प्रभाव
-रमन विज्ञान
-रमन रसायन
-इनमें से कोई नहीं
||चंद्रशेखर वेंकट रमन ([[सी.वी. रमन]]) को [[28 फरवरी]], 1928 ई. को 'रमन प्रभाव' की खोज के लिए वर्ष 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। इनका जन्म तिरुचिरापल्ली में [[7 नवंबर]] [[1888]] ई. को हुआ। वर्ष [[1926]] में उन्होंने 'इंडियन जर्नल ऑफ़ फिजिक्स' की स्थापना की थी। {{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[सी.वी. रमन]]
{गांधार शैली मिश्रण है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-218,प्रश्न-239
|type="()"}
-भारतीय-ईरानी
+ग्रेको-रोमन
-भारतीय-चीनी
-ग्रीको-ईरानी
||भारतीय और यूनानी आकृति की सम्मिश्रण शैली गांधार शैली है। इस [[मूर्तिकला गांधार शैली|मूर्तिकला शैली]] के प्रमुख संरक्षक [[शक]] एवं [[कुषाण]] थे। गांधार कला शैली कुषाणों के समय पनपी थी। गांधार कला [[पाकिस्तान]] एवं पूर्वी [[अफगानिस्तान]] के बीच विकसित हुई। भारत में यह कला कुषाण वंश के दौरान फली-फूली तथा कुषाण कला का एक महत्त्वपूर्ण अंग बन गई। इन कला का विषय मात्र बौद्ध होने के कारण इसे 'यूनानी बौद्ध', 'इंडो-ग्रीक', या 'ग्रीको-रोमन' भी कहा जाता है।
{[[उत्तर प्रदेश]] में दृश्य कला गतिविधियों के लिए कौन-सी सर्वोच्च संस्था है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-170,प्रश्न-28
|type="()"}
-[[संगीत नाटक अकादमी]]
-[[ललित कला अकादमी]]
+[[राज्य ललित कला अकादमी]]
-राज्य संस्कृति केंद्र
||[[राज्य ललित कला अकादमी]] ([[लखनऊ]]), [[उत्तर प्रदेश]] में दृश्य कला गतिविधियों के लिए सर्वोच्च  संस्था है। इसकी स्थापना वर्ष [[1926]] में की गई थी।
{'ढ़ाई दिन का झोपड़ा' कहां है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-195,प्रश्न-74
|type="()"}
+[[अजमेर]]
-[[अहमदाबाद]]
-[[उदयपुर]]
-[[जोधपुर]]
||'ढाई दिन का झोपड़ा' राजस्थान के [[अजमेर]] में स्थित है। यह मूलत: एक मंदिर था। [[कुतुबुद्दीन ऐबक]] ने इसे तुड़वाकर इसके स्थान पर एक मस्जिद का निर्माण करवाया जिसे ढाई दिन का झोपड़ा कहा गया। इसकी दीवारों पर [[बीसलदेव]] द्वारा रचित हरिकेल नाटक की कुछ पंक्तियां आज भी उत्कीर्ण हैं।
{'[[ढोला मारू]]' चित्र का संबंध निम्न में से किससे है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-207,प्रश्न-166
{'[[ढोला मारू]]' चित्र का संबंध निम्न में से किससे है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-207,प्रश्न-166
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12:06, 24 दिसम्बर 2017 का अवतरण

1 'ढोला मारू' चित्र का संबंध निम्न में से किससे है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-207,प्रश्न-166

किशनगढ़
मेवाड़
उदयपुर
जोधपुर

2 भीमबेटका की शिला उत्कीर्ण चित्रकारी किस अवधि की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-19,प्रश्न-11

निओलिथिक
पैलिओलिथिक
चैलकोलिथिक
मेसोलिथिक

3 बाघ की गुफ़ा में कितनी गुफाएं हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-27,प्रश्न-33

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