"प्रयोग:राधिका सोनी": अवतरणों में अंतर
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- भारतीय वस्तुएँ आक्सर नदी एवं कैस्पियन सागर होकर पूर्वी यूरोप पहुँचती थी | - भारतीय वस्तुएँ आक्सर नदी एवं कैस्पियन सागर होकर पूर्वी यूरोप पहुँचती थी | ||
- उत्तर-पूर्व एंव पश्चिम से आने वाले व्यापारिक मार्ग | - उत्तर-पूर्व एंव पश्चिम से आने वाले व्यापारिक मार्ग पोष्कलावती में मिलते थे | ||
- भारतीय व्यापार के लिए बैक्ट्रिया निकास द्वार का काम करता था | - भारतीय व्यापार के लिए [[बैक्ट्रिया]] निकास द्वार का काम करता था | ||
+ उपर्युक्त सभी सत्य है | + उपर्युक्त सभी सत्य है | ||
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- वैजंयती की पहचान बिजाड्रोंग से की गयी है। | - वैजंयती की पहचान बिजाड्रोंग से की गयी है। | ||
- टिण्डिस एंव मुजहरिस बन्दर मलयालम भाषी प्रदेश के अंतर्गत थे। | - टिण्डिस एंव मुजहरिस बन्दर मलयालम भाषी प्रदेश के अंतर्गत थे। | ||
+तामलुक नामक बन्दरगाह की पहचान ताम्रपर्णी से की गयी है। | +तामलुक नामक बन्दरगाह की पहचान [[ताम्रपर्णी]] से की गयी है। | ||
{निम्न्लिखित बन्दरगाहों में से कौन अत्यन्त महत्वपूर्ण रोमन व्यापार से जुड़े हुए है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न979) | {निम्न्लिखित बन्दरगाहों में से कौन अत्यन्त महत्वपूर्ण रोमन व्यापार से जुड़े हुए है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न979) | ||
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- अरिकमेडु | - [[अरिकमेडु]] | ||
- मुजरिस | - [[मुजरिस]] | ||
- कावेरीपत्तनम | - कावेरीपत्तनम | ||
+ ये तीनों ही | + ये तीनों ही | ||
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- यह 28 फुट लम्बा, 16.4 इंच व्यास वाला एंव 6 टन वजन का है। | - यह 28 फुट लम्बा, 16.4 इंच व्यास वाला एंव 6 टन वजन का है। | ||
- यह गुप्तकालीन | - यह गुप्तकालीन शिल्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। | ||
- इसकी प्रमुख विशेषता अभी तक इसका संक्षारण न होना है। | - इसकी प्रमुख विशेषता अभी तक इसका संक्षारण न होना है। | ||
+ उपर्युक्त तीनों कथन सत्य है। | + उपर्युक्त तीनों कथन सत्य है। | ||
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{निम्न्लिखित में से किस गुप्त सम्राट तक सोने की शुद्धता उनके सिक्को में पूर्ववत् रही-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न982) | {निम्न्लिखित में से किस गुप्त सम्राट तक सोने की शुद्धता उनके सिक्को में पूर्ववत् रही-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न982) | ||
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- समुद्रगुप्त | - [[समुद्रगुप्त]] | ||
- चंद्रगुप्त-II | - चंद्रगुप्त-II | ||
+ स्कन्दगुप्त | + [[स्कन्दगुप्त]] | ||
- बुधगुप्त | - [[बुधगुप्त]] | ||
{गुप्तकालीन ग्रंथो में | {गुप्तकालीन ग्रंथो में ‘भ्राष्ट्रमिंध’ शब्द प्रयुक्त हुआ है, | ||
जिसका आशय है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न983) | जिसका आशय है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न983) | ||
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{श्रेणियों के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न986) | {श्रेणियों के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न986) | ||
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-श्रेणियों के अपने चिन्ह, पाताकायें एंव ध्वज थे। | -श्रेणियों के अपने चिन्ह, पाताकायें एंव [[ध्वज]] थे। | ||
- राजनीति में उनका हस्तक्षेप बहुत कम था। | - राजनीति में उनका हस्तक्षेप बहुत कम था। | ||
-श्रेणियों ने धर्मिक गतिविधियों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया। | -श्रेणियों ने धर्मिक गतिविधियों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया। | ||
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{निम्नलिखित में से किस शासक ने वीणा-वादन प्रकार की मुद्राएँ चलाईं-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न987) | {निम्नलिखित में से किस शासक ने वीणा-वादन प्रकार की मुद्राएँ चलाईं-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न987) | ||
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- चंद्रगुप्त | - [[चंद्रगुप्त]] | ||
+ | + [[समुद्रगुप्त]] | ||
- | - [[स्कन्दगुप्त]] | ||
- रामगुप्त | - [[रामगुप्त]] | ||
{निम्नलिखित में से किस राज्य को रोम के साथ व्यापार का सर्वाधिक लाभ हुआ | {निम्नलिखित में से किस [[राज्य]] को रोम के साथ व्यापार का सर्वाधिक लाभ हुआ?(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न988) | ||
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+ सातवाहन | + [[सातवाहन]] | ||
- | - [[चोल]] | ||
- पाण्डय | - पाण्डय | ||
- कुषाण | - [[कुषाण]] | ||
{रेशम मार्ग की कुल तीन शाखाएँ थीं, निम्नलिखित में से कौन सत्य नही है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न989) | {[[रेशम मार्ग]] की कुल तीन शाखाएँ थीं, निम्नलिखित में से कौन सत्य नही है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न989) | ||
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- मर्व से फरात नदी से होकर रुम सागर तक का | - [[मर्व]] से फरात नदी से होकर रुम सागर तक का मार्ग | ||
- भारत से लाल सागर तक जाने वाला | - भारत से [[लाल सागर]] तक जाने वाला मार्ग् | ||
-वैक्ट्रिय, कैस्पियन सागर से होकर जाने वाला | -वैक्ट्रिय, कैस्पियन सागर से होकर जाने वाला मार्ग | ||
+ शूपरिक से बारबेरिकम होकर जाने वाला | + शूपरिक से बारबेरिकम होकर जाने वाला मार्ग | ||
{निम्नलिखित में से किसका साम्राज्य | {निम्नलिखित में से किसका साम्राज्य अंतर्राष्ट्रय था?(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न990) | ||
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+ कुषाण | + कुषाण |
05:23, 2 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
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