"सदिश राशि": अवतरणों में अंतर
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कुछ भौतिक राशियों को निरूपित करने के लिए, परिमाण के साथ–साथ दिशा की भी आवश्यकता होती है। जैसे यदि हम कहें कि किसी वस्तु का वेग दो | कुछ भौतिक राशियों को निरूपित करने के लिए, परिमाण के साथ–साथ दिशा की भी आवश्यकता होती है। जैसे यदि हम कहें कि किसी वस्तु का वेग दो किमी. प्रति घण्टा है तो हमारा यह कथन अपर्याप्त है। हमें वेग को निरूपित करने के लिए यह बताना आवश्यक है कि वेग किस दिशा में है। अतः जिन भौतिक राशियों को पूर्णतया निरूपित करने के लिए परिमाण के साथ–साथ दिशा की भी आवश्यकता पड़ती है, उन्हें '''सदिश राशियाँ''' कहते हैं। उदाहरण—[[संवेग]], [[आवेग]], [[त्वरण]], [[बल]], [[विस्थापन]], [[वेग]], [[भार]], वैद्युत क्षेत्र, बल आघूर्ण, चुम्बकीय क्षेत्र, चुम्बकीय प्रेरण, चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता, चुम्बकीय आघूर्ण, चाल प्रवणता, ताप प्रवणता, विद्युत तीव्रता, विद्युत धारा घनत्व आदि। | ||
09:58, 25 अगस्त 2010 का अवतरण
कुछ भौतिक राशियों को निरूपित करने के लिए, परिमाण के साथ–साथ दिशा की भी आवश्यकता होती है। जैसे यदि हम कहें कि किसी वस्तु का वेग दो किमी. प्रति घण्टा है तो हमारा यह कथन अपर्याप्त है। हमें वेग को निरूपित करने के लिए यह बताना आवश्यक है कि वेग किस दिशा में है। अतः जिन भौतिक राशियों को पूर्णतया निरूपित करने के लिए परिमाण के साथ–साथ दिशा की भी आवश्यकता पड़ती है, उन्हें सदिश राशियाँ कहते हैं। उदाहरण—संवेग, आवेग, त्वरण, बल, विस्थापन, वेग, भार, वैद्युत क्षेत्र, बल आघूर्ण, चुम्बकीय क्षेत्र, चुम्बकीय प्रेरण, चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता, चुम्बकीय आघूर्ण, चाल प्रवणता, ताप प्रवणता, विद्युत तीव्रता, विद्युत धारा घनत्व आदि।
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