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| कृष्णा नदी के दक्षिण में पल्लव वंशी राज्य की स्थापना। | | कृष्णा नदी के दक्षिण में पल्लव वंशी राज्य की स्थापना। | ||
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| 335–376 | | 335–376 ई॰ | ||
| समुद्र गुप्त का शासनकाल। | | समुद्र गुप्त का शासनकाल। | ||
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| 330–375 | | 330–375 ई॰ | ||
| सम्पूर्ण उत्तर भारत में [[समुद्रगुप्त]] का शासन। पूर्व में [[असम]], पश्चिम में [[काबुल]], उत्तर में [[नेपाल]] तथा दक्षिण में पल्लवों तक, केवल [[उज्जैन]] स्वतंत्र (शक वंश के अधीन)। | | सम्पूर्ण उत्तर भारत में [[समुद्रगुप्त]] का शासन। पूर्व में [[असम]], पश्चिम में [[काबुल]], उत्तर में [[नेपाल]] तथा दक्षिण में पल्लवों तक, केवल [[उज्जैन]] स्वतंत्र (शक वंश के अधीन)। | ||
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| 350 | | 350 ई॰ | ||
| मयूरशर्मन द्वारा कदम्ब वंश की स्थापना जो अगले 200 वर्षों तक विद्यमान रहा। | | मयूरशर्मन द्वारा कदम्ब वंश की स्थापना जो अगले 200 वर्षों तक विद्यमान रहा। | ||
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| 375–413 | | 375–413 ई॰ | ||
| चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य द्वारा [[उज्जैन]], [[मालवा]] तथा [[गुजरात]] पर विजय, राजधानी [[पाटलिपुत्र]] से [[अयोध्या]] और तत्पश्चात कौशाम्बी स्थानान्तरित, चीनी यात्री [[फाह्यान]] का [[भारत]] आगमन। | | चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य द्वारा [[उज्जैन]], [[मालवा]] तथा [[गुजरात]] पर विजय, राजधानी [[पाटलिपुत्र]] से [[अयोध्या]] और तत्पश्चात कौशाम्बी स्थानान्तरित, चीनी यात्री [[फाह्यान]] का [[भारत]] आगमन। | ||
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| 415–454 | | 415–454 ई॰ | ||
| कुमारगुप्त प्रथम का शासनकाल, [[नालन्दा]] में बौद्ध विहार तथा विश्वविद्यालय की स्थापना, हुणों के आक्रमण का ख़तरा। | | कुमारगुप्त प्रथम का शासनकाल, [[नालन्दा]] में बौद्ध विहार तथा विश्वविद्यालय की स्थापना, हुणों के आक्रमण का ख़तरा। | ||
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| 455–467 | | 455–467 ई॰ | ||
| स्कन्दगुप्त का शासनकाल, हूणों का भारत पर प्रथम आक्रमण तथा उनकी पराजय। | | स्कन्दगुप्त का शासनकाल, हूणों का भारत पर प्रथम आक्रमण तथा उनकी पराजय। | ||
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| 477–496 | | 477–496 ई॰ | ||
| बुद्धगुप्त-[[गुप्तवंश]] का अन्तिम सम्राट, गुप्तवंश का विघटन प्रारम्भ। | | बुद्धगुप्त-[[गुप्तवंश]] का अन्तिम सम्राट, गुप्तवंश का विघटन प्रारम्भ। | ||
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| 500–502 | | 500–502 ई॰ | ||
| हूणों के प्रथम शासक तोरमण द्वारा भारत में राज्य स्थापना तथा मध्यवर्ती भाग (मालवा में एरण) तक उसका विस्तार। | | हूणों के प्रथम शासक तोरमण द्वारा भारत में राज्य स्थापना तथा मध्यवर्ती भाग (मालवा में एरण) तक उसका विस्तार। | ||
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| 502–528 | | 502–528 ई॰ | ||
| तोरमण का उत्तराधिकारी मिहिरकुल भारत में गुप्त शासक भानुगुप्त द्वारा पराजित, एरन पर गुप्तवंश का पुनः अधिकार, (510)। | | तोरमण का उत्तराधिकारी मिहिरकुल भारत में गुप्त शासक भानुगुप्त द्वारा पराजित, एरन पर गुप्तवंश का पुनः अधिकार, (510)। | ||
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| 533 | | 533 ई॰ | ||
| [[मंदसौर]] के यशोधर्मन की मिहिरकुल पर विजय। | | [[मंदसौर]] के यशोधर्मन की मिहिरकुल पर विजय। | ||
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| 540 | | 540 ई॰ | ||
| परवर्ती गुप्त तथा गुप्त वंश की मुख्य शाखा का अन्त। | | परवर्ती गुप्त तथा गुप्त वंश की मुख्य शाखा का अन्त। | ||
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| 13 | | 13 | ||
| 606–647 | | 606–647 ई॰ | ||
| हर्ष (पुष्यभुति या कान्यकुब्ज वंश) का शासनकाल। चीनी बौद्ध यात्री [[ह्वेनसांग]] का भारत आगमन (630-44), [[बाणभट्ट]] ने 'हर्षचरित' की रचना की। | | हर्ष (पुष्यभुति या कान्यकुब्ज वंश) का शासनकाल। चीनी बौद्ध यात्री [[ह्वेनसांग]] का भारत आगमन (630-44), [[बाणभट्ट]] ने 'हर्षचरित' की रचना की। | ||
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| 647 | | 647 ई॰ | ||
| [[तिब्बत]] से [[कन्नौज]] आते हुए ह्वेनसांग पर किसी स्थानीय सामंत के द्वारा हमला। | | [[तिब्बत]] से [[कन्नौज]] आते हुए ह्वेनसांग पर किसी स्थानीय सामंत के द्वारा हमला। | ||
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| 700 | | 700 ई॰ | ||
| [[कन्नौज]] में यशोवर्मन (मौखरी वंश) सिंहासनारूढ़, संस्कृत नाट्यकार भवभूति तथा प्राकृत कवि वाक्पतिराज को उसके राजदरबार में संरक्षण। | | [[कन्नौज]] में यशोवर्मन (मौखरी वंश) सिंहासनारूढ़, संस्कृत नाट्यकार भवभूति तथा प्राकृत कवि वाक्पतिराज को उसके राजदरबार में संरक्षण। | ||
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| 16 | | 16 | ||
| 600–1200 | | 600–1200 ई॰ | ||
| मौखरी वंश के शासक यशोवर्मन की मृत्यु (752), उत्तर, मध्य, पश्चिम तथा दक्षिण भारत में अनेक सामंतों के द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा, अनेक छोटे-बड़े राज्यों का उदय, [[बंगाल]] में गौड़, खंग, वर्मन, [[पाल वंश|पाल]] तथा सेन वंश, [[उज्जैन]] में गुर्जर-प्रतिहार, [[कन्नौज]] में प्रतिहार, [[उड़ीसा]] में भौम, भंज, सोम तथा पूर्वी [[गंग वंश]], [[असम]] में भास्कर वर्मा, [[गुजरात]] में [[चालुक्य]], धारा में परमार, नर्मदा-त्रिपुरी तथा उत्तर प्रदेश में कलचुरी, [[राजस्थान]] में चाहमान (चौहान), [[बुंदेलखण्ड]] में चंदेल, [[कन्नौज]] में गहड़वाल, [[कश्मीर]] में कार्कोट, उत्पल तथा लोहार, [[अफ़ग़ानिस्तान]]- [[पंजाब]] में हिन्दूशाही वंश। | | मौखरी वंश के शासक यशोवर्मन की मृत्यु (752), उत्तर, मध्य, पश्चिम तथा दक्षिण भारत में अनेक सामंतों के द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा, अनेक छोटे-बड़े राज्यों का उदय, [[बंगाल]] में गौड़, खंग, वर्मन, [[पाल वंश|पाल]] तथा सेन वंश, [[उज्जैन]] में गुर्जर-प्रतिहार, [[कन्नौज]] में प्रतिहार, [[उड़ीसा]] में भौम, भंज, सोम तथा पूर्वी [[गंग वंश]], [[असम]] में भास्कर वर्मा, [[गुजरात]] में [[चालुक्य]], धारा में परमार, नर्मदा-त्रिपुरी तथा उत्तर प्रदेश में कलचुरी, [[राजस्थान]] में चाहमान (चौहान), [[बुंदेलखण्ड]] में चंदेल, [[कन्नौज]] में गहड़वाल, [[कश्मीर]] में कार्कोट, उत्पल तथा लोहार, [[अफ़ग़ानिस्तान]]- [[पंजाब]] में हिन्दूशाही वंश। | ||
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| 1191 | | 1191 ई॰ | ||
| तराईन के प्रथम युद्ध में राजपूत शासक [[पृथ्वीराज तृतीय|पृथ्वीराज चौहान]] के हाथों मुहम्मद गोरी पराजित। | | तराईन के प्रथम युद्ध में राजपूत शासक [[पृथ्वीराज तृतीय|पृथ्वीराज चौहान]] के हाथों मुहम्मद गोरी पराजित। | ||
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| 1192 | | 1192 ई॰ | ||
| तराईन का दूसरा युद्ध, [[मोहम्मद गौरी]] के हाथों पृथ्वीराज तृतीय की हार, गौरी का ग़ुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक भारत का सूबेदार नियुक्त, [[मेरठ]] एवं कौल ([[अलीगढ़]]) पर अधिकार। | | तराईन का दूसरा युद्ध, [[मोहम्मद गौरी]] के हाथों पृथ्वीराज तृतीय की हार, गौरी का ग़ुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक भारत का सूबेदार नियुक्त, [[मेरठ]] एवं कौल ([[अलीगढ़]]) पर अधिकार। | ||
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| 3 | | 3 ई॰ | ||
| 1192–1193 | | 1192–1193 | ||
| [[दिल्ली]] पर कुतुबुद्दीन ऐबक का आधिपत्य। | | [[दिल्ली]] पर कुतुबुद्दीन ऐबक का आधिपत्य। | ||
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| 1197 | | 1197 ई॰ | ||
| द्वैतवादी सम्प्रदाय के आचार्य महादेव मध्वाचार्य का जन्म। | | द्वैतवादी सम्प्रदाय के आचार्य महादेव मध्वाचार्य का जन्म। | ||
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| 5 | | 5 | ||
| 1200 | | 1200 ई॰ | ||
| मुहम्मद गोरी की मृत्यु। | | मुहम्मद गोरी की मृत्यु। | ||
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| 1206 | | 1206 ई॰ | ||
| कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा 'दिल्ली सल्तनत' की स्थापना; दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले प्रथम वंश- 'इल्बरी वंश' की स्थापना; कुतुबमीनार का निर्माण आरम्भ। | | कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा 'दिल्ली सल्तनत' की स्थापना; दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले प्रथम वंश- 'इल्बरी वंश' की स्थापना; कुतुबमीनार का निर्माण आरम्भ। | ||
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| 1210 | | 1210 ई॰ | ||
| ऐबक की मृत्यु, आरामशाह उत्तराधिकारी बना। | | ऐबक की मृत्यु, आरामशाह उत्तराधिकारी बना। | ||
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| 1211–1236 | | 1211–1236 ई॰ | ||
| [[इल्तुतमिश]] का शासनकाल, रणथम्भौर विजय (1226)। | | [[इल्तुतमिश]] का शासनकाल, रणथम्भौर विजय (1226)। | ||
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| 1221 | | 1221 ई॰ | ||
| भारत पर चंगेज़ ख़ाँ का हमला। | | भारत पर चंगेज़ ख़ाँ का हमला। | ||
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| 1228 | | 1228 ई॰ | ||
| बगदाद के ख़लीफ़ा से इल्तुतमिश को खिल्लत अर्थात् इस्लामी शासक के रूप में मान्यता। | | बगदाद के ख़लीफ़ा से इल्तुतमिश को खिल्लत अर्थात् इस्लामी शासक के रूप में मान्यता। | ||
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| 11 | | 11 | ||
| 1229 | | 1229 ई॰ | ||
| प्रथम यूरोपीय यात्री मान्टे कैर्बनो (इटली) का भारत आगमन। | | प्रथम यूरोपीय यात्री मान्टे कैर्बनो (इटली) का भारत आगमन। | ||
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| 12 | | 12 | ||
| 1236 | | 1236 ई॰ | ||
| इल्तुतमिश के उत्तराधिकारी रूकनुद्दीन फ़िरोज की मृत्यु, रजिया सुल्तान गद्दी पर बैठी। | | इल्तुतमिश के उत्तराधिकारी रूकनुद्दीन फ़िरोज की मृत्यु, रजिया सुल्तान गद्दी पर बैठी। | ||
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| 13 | | 13 | ||
| 1239 | | 1239 ई॰ | ||
| मलिक अल्तुनिया का विद्रोह। | | मलिक अल्तुनिया का विद्रोह। | ||
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| 14 | | 14 | ||
| 1240 | | 1240 ई॰ | ||
| रजिया सुल्तान की हत्या। | | रजिया सुल्तान की हत्या। | ||
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| 15 | | 15 | ||
| 1241 | | 1241 ई॰ | ||
| भारत पर मंगोलों का प्रथम आक्रमण। | | भारत पर मंगोलों का प्रथम आक्रमण। | ||
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| 16 | | 16 | ||
| 1246 | | 1246 ई॰ | ||
| सुल्तान नसीरुद्दीन गद्दी पर आसीन, 1265 में उसकी मृत्यु। | | सुल्तान नसीरुद्दीन गद्दी पर आसीन, 1265 में उसकी मृत्यु। | ||
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| 17 | | 17 | ||
| 1253 | | 1253 ई॰ | ||
| अमीर ख़ुसरो का जन्म। | | अमीर ख़ुसरो का जन्म। | ||
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| 18 | | 18 | ||
| 1266 | | 1266 ई॰ | ||
| गयासुद्दीन बलबल गद्दी पर बैठा। | | गयासुद्दीन बलबल गद्दी पर बैठा। | ||
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| 19 | | 19 | ||
| 1279 | | 1279 ई॰ | ||
| महाराष्ट्र में संत सम्मेलन का आयोजन। | | महाराष्ट्र में संत सम्मेलन का आयोजन। | ||
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| 20 | | 20 | ||
| 1279 | | 1279 ई॰ | ||
| बंगाल में तुगरिल खाँ का विद्रोह। | | बंगाल में तुगरिल खाँ का विद्रोह। | ||
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| 21 | | 21 | ||
| 1286 | | 1286 ई॰ | ||
| बलबन की मृत्यु। | | बलबन की मृत्यु। | ||
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| 22 | | 22 | ||
| 1288–1293 | | 1288–1293 ई॰ | ||
| प्रसिद्ध वेनिश यात्री मार्कोपोलो की भारत यात्रा। | | प्रसिद्ध वेनिश यात्री मार्कोपोलो की भारत यात्रा। | ||
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| | | 23 | ||
| | | 1290 ई॰ | ||
| | | जलालुद्दीन खिलजी दिल्ली का सुल्तान, खिलजी वंश की स्थापना। | ||
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| | | 1294 ई॰ | ||
| | | अलाउद्दीन खिलजी का देवगिरि अभियान। | ||
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| | | 25 | ||
| | | 1295–1316 ई॰ | ||
| | | अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का सुल्तान, राज्य-विस्तार अभियान प्रारम्भ; गुजरात (1299), रणथम्भौर (1301), चित्तौड़ (1303), मालवा (1305), मलिक काफ़ूर क नेतृत्व में दक्कन अभियान, 1320-1325-अलाउद्दीन की मृत्यु | ||
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| | | 26 | ||
| | | 1320–1325 ई॰ | ||
| | | गयासुद्दीन तुगलक (गाज़ी मलिक) दिल्ली का सुल्तान बना, तुगलक वंश की स्थापना, काकतीय तथा पाण्ड्यों के राज्य का दिल्ली सल्तनत में विलय (1321-1323)। | ||
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| | | 27 | ||
| | | 1325 ई॰ | ||
| | | गयासुद्दीन की मृत्यु, मुहम्मद बिन तुग़लक़ गद्दी पर आसीन, अमीर ख़ुसरो की मृत्यु, फैंसिस्कन पादरी आडोरिक आफ़ पोर्डेनॉन की भारत यात्रा। | ||
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| | | 28 | ||
| | | 1326–1327 ई॰ | ||
| | | मुहम्मद तुगलक द्वारा दिल्ली से दौलताबाद राजधानी का स्थानान्तरण। | ||
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| | | 29 | ||
| | | 1330 ई॰ | ||
| | | मुहम्मद तुगलक द्वारा प्रयोग के तौर पर सोने के स्थान पर ताँबे के सिक्के जारी किए गए। | ||
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| | | 30 | ||
| | | 1333 ई॰ | ||
| | | अफ़्रीकी यात्री इब्नबबूता की भारत यात्रा। | ||
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| | | 31 | ||
| | | 1336 ई॰ | ||
| | | हरिहर एवं बुक्का द्वारा विजयनगर राज्य की स्थापना। | ||
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| | | 32 | ||
| | | 1342 | ||
| | | इब्नबबूता का चीन को प्रस्थान। | ||
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| | | 33 | ||
| | | 1347 ई॰ | ||
| | | बहमनशाह के द्वारा बहमनी राज्य की स्थापना। | ||
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| | | 34 | ||
| | | 1350 ई॰ | ||
| | | विद्यापति का जन्म, संत नामदेव का निधन। | ||
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| | | 35 | ||
| | | 1351 ई॰ | ||
| | | मुहम्मद तुगलक की मृत्यु, फ़िरोज तुगलक उत्तराधिकारी बना। | ||
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| 35 | |||
| 1351–1388 ई॰ | |||
| सुल्तान फ़िरोज तुगलक का राज्यकाल, बंगाल अभियान (1353-54, 1359, 1369), कांगड़ा विजय (1360-61), थट्टा विजय (1371-72), फ़िरोज की मृत्यु। | |||
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| 36 | |||
| 1388–1414 ई॰ | |||
| परवर्ती तुगलक शासकों का शासनकाल। | |||
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| 37 | |||
| 1398 ई॰ | |||
| तैमूरलंग का भारत पर आक्रमण, दिल्ली पर अधिकार, भारत में अराजकता। | |||
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| 38 | |||
| 1399 ई॰ | |||
| दिल्ली सल्तनत का विघटन प्रारम्भ, सूबेदारों द्वारा स्वतंत्र राज्यों की स्थापना, दिल्ली-दोआब में इक़बाल खाँ, गुजरात में जफ़र खाँ, सिंध-मुल्तान में खिज्र खाँ, महोबा-काल्पी में महमूद खाँ, कन्नौज अथवा बिहार में ख्वाजा जान, धारा (इन्दौर) में दिलावर खाँ, समन में गालिब खाँ, बयाना में शख्स खाँ तथा ग्वालियर में भीमदेव द्वारा स्वतंत्र राज्य स्थापित। | |||
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08:06, 12 अगस्त 2010 का अवतरण
ईसा पूर्व
क्रम | ईसवी/वर्ष | विवरण |
---|---|---|
1 | 325 ई॰ | कृष्णा नदी के दक्षिण में पल्लव वंशी राज्य की स्थापना। |
2 | 335–376 ई॰ | समुद्र गुप्त का शासनकाल। |
3 | 330–375 ई॰ | सम्पूर्ण उत्तर भारत में समुद्रगुप्त का शासन। पूर्व में असम, पश्चिम में काबुल, उत्तर में नेपाल तथा दक्षिण में पल्लवों तक, केवल उज्जैन स्वतंत्र (शक वंश के अधीन)। |
4 | 350 ई॰ | मयूरशर्मन द्वारा कदम्ब वंश की स्थापना जो अगले 200 वर्षों तक विद्यमान रहा। |
5 | 375–413 ई॰ | चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य द्वारा उज्जैन, मालवा तथा गुजरात पर विजय, राजधानी पाटलिपुत्र से अयोध्या और तत्पश्चात कौशाम्बी स्थानान्तरित, चीनी यात्री फाह्यान का भारत आगमन। |
6 | 415–454 ई॰ | कुमारगुप्त प्रथम का शासनकाल, नालन्दा में बौद्ध विहार तथा विश्वविद्यालय की स्थापना, हुणों के आक्रमण का ख़तरा। |
7 | 455–467 ई॰ | स्कन्दगुप्त का शासनकाल, हूणों का भारत पर प्रथम आक्रमण तथा उनकी पराजय। |
8 | 477–496 ई॰ | बुद्धगुप्त-गुप्तवंश का अन्तिम सम्राट, गुप्तवंश का विघटन प्रारम्भ। |
9 | 500–502 ई॰ | हूणों के प्रथम शासक तोरमण द्वारा भारत में राज्य स्थापना तथा मध्यवर्ती भाग (मालवा में एरण) तक उसका विस्तार। |
10 | 502–528 ई॰ | तोरमण का उत्तराधिकारी मिहिरकुल भारत में गुप्त शासक भानुगुप्त द्वारा पराजित, एरन पर गुप्तवंश का पुनः अधिकार, (510)। |
11 | 533 ई॰ | मंदसौर के यशोधर्मन की मिहिरकुल पर विजय। |
12 | 540 ई॰ | परवर्ती गुप्त तथा गुप्त वंश की मुख्य शाखा का अन्त। |
13 | 606–647 ई॰ | हर्ष (पुष्यभुति या कान्यकुब्ज वंश) का शासनकाल। चीनी बौद्ध यात्री ह्वेनसांग का भारत आगमन (630-44), बाणभट्ट ने 'हर्षचरित' की रचना की। |
14 | 647 ई॰ | तिब्बत से कन्नौज आते हुए ह्वेनसांग पर किसी स्थानीय सामंत के द्वारा हमला। |
15 | 700 ई॰ | कन्नौज में यशोवर्मन (मौखरी वंश) सिंहासनारूढ़, संस्कृत नाट्यकार भवभूति तथा प्राकृत कवि वाक्पतिराज को उसके राजदरबार में संरक्षण। |
16 | 600–1200 ई॰ | मौखरी वंश के शासक यशोवर्मन की मृत्यु (752), उत्तर, मध्य, पश्चिम तथा दक्षिण भारत में अनेक सामंतों के द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा, अनेक छोटे-बड़े राज्यों का उदय, बंगाल में गौड़, खंग, वर्मन, पाल तथा सेन वंश, उज्जैन में गुर्जर-प्रतिहार, कन्नौज में प्रतिहार, उड़ीसा में भौम, भंज, सोम तथा पूर्वी गंग वंश, असम में भास्कर वर्मा, गुजरात में चालुक्य, धारा में परमार, नर्मदा-त्रिपुरी तथा उत्तर प्रदेश में कलचुरी, राजस्थान में चाहमान (चौहान), बुंदेलखण्ड में चंदेल, कन्नौज में गहड़वाल, कश्मीर में कार्कोट, उत्पल तथा लोहार, अफ़ग़ानिस्तान- पंजाब में हिन्दूशाही वंश। |
दक्षिण भारत2
क्रम | ईसवी/वर्ष | विवरण | 1 | 1191 ई॰ | तराईन के प्रथम युद्ध में राजपूत शासक पृथ्वीराज चौहान के हाथों मुहम्मद गोरी पराजित। | |
---|---|---|---|---|---|---|
2 | 1192 ई॰ | तराईन का दूसरा युद्ध, मोहम्मद गौरी के हाथों पृथ्वीराज तृतीय की हार, गौरी का ग़ुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक भारत का सूबेदार नियुक्त, मेरठ एवं कौल (अलीगढ़) पर अधिकार। | ||||
3 ई॰ | 1192–1193 | दिल्ली पर कुतुबुद्दीन ऐबक का आधिपत्य। | ||||
4 | 1197 ई॰ | द्वैतवादी सम्प्रदाय के आचार्य महादेव मध्वाचार्य का जन्म। | ||||
5 | 1200 ई॰ | मुहम्मद गोरी की मृत्यु। | ||||
6 | 1206 ई॰ | कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा 'दिल्ली सल्तनत' की स्थापना; दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले प्रथम वंश- 'इल्बरी वंश' की स्थापना; कुतुबमीनार का निर्माण आरम्भ। | ||||
7 | 1210 ई॰ | ऐबक की मृत्यु, आरामशाह उत्तराधिकारी बना। | ||||
8 | 1211–1236 ई॰ | इल्तुतमिश का शासनकाल, रणथम्भौर विजय (1226)। | ||||
9 | 1221 ई॰ | भारत पर चंगेज़ ख़ाँ का हमला। | ||||
10 | 1228 ई॰ | बगदाद के ख़लीफ़ा से इल्तुतमिश को खिल्लत अर्थात् इस्लामी शासक के रूप में मान्यता। | ||||
11 | 1229 ई॰ | प्रथम यूरोपीय यात्री मान्टे कैर्बनो (इटली) का भारत आगमन। | ||||
12 | 1236 ई॰ | इल्तुतमिश के उत्तराधिकारी रूकनुद्दीन फ़िरोज की मृत्यु, रजिया सुल्तान गद्दी पर बैठी। | ||||
13 | 1239 ई॰ | मलिक अल्तुनिया का विद्रोह। | ||||
14 | 1240 ई॰ | रजिया सुल्तान की हत्या। | ||||
15 | 1241 ई॰ | भारत पर मंगोलों का प्रथम आक्रमण। | ||||
16 | 1246 ई॰ | सुल्तान नसीरुद्दीन गद्दी पर आसीन, 1265 में उसकी मृत्यु। | ||||
17 | 1253 ई॰ | अमीर ख़ुसरो का जन्म। |
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18 | 1266 ई॰ | गयासुद्दीन बलबल गद्दी पर बैठा। |
19 | 1279 ई॰ | महाराष्ट्र में संत सम्मेलन का आयोजन। | ||||
20 | 1279 ई॰ | बंगाल में तुगरिल खाँ का विद्रोह। | ||||
21 | 1286 ई॰ | बलबन की मृत्यु। | ||||
22 | 1288–1293 ई॰ | प्रसिद्ध वेनिश यात्री मार्कोपोलो की भारत यात्रा। | ||||
23 | 1290 ई॰ | जलालुद्दीन खिलजी दिल्ली का सुल्तान, खिलजी वंश की स्थापना। | ||||
24 | 1294 ई॰ | अलाउद्दीन खिलजी का देवगिरि अभियान। | ||||
25 | 1295–1316 ई॰ | अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का सुल्तान, राज्य-विस्तार अभियान प्रारम्भ; गुजरात (1299), रणथम्भौर (1301), चित्तौड़ (1303), मालवा (1305), मलिक काफ़ूर क नेतृत्व में दक्कन अभियान, 1320-1325-अलाउद्दीन की मृत्यु | ||||
26 | 1320–1325 ई॰ | गयासुद्दीन तुगलक (गाज़ी मलिक) दिल्ली का सुल्तान बना, तुगलक वंश की स्थापना, काकतीय तथा पाण्ड्यों के राज्य का दिल्ली सल्तनत में विलय (1321-1323)। | ||||
27 | 1325 ई॰ | गयासुद्दीन की मृत्यु, मुहम्मद बिन तुग़लक़ गद्दी पर आसीन, अमीर ख़ुसरो की मृत्यु, फैंसिस्कन पादरी आडोरिक आफ़ पोर्डेनॉन की भारत यात्रा। | ||||
28 | 1326–1327 ई॰ | मुहम्मद तुगलक द्वारा दिल्ली से दौलताबाद राजधानी का स्थानान्तरण। | ||||
29 | 1330 ई॰ | मुहम्मद तुगलक द्वारा प्रयोग के तौर पर सोने के स्थान पर ताँबे के सिक्के जारी किए गए। | ||||
30 | 1333 ई॰ | अफ़्रीकी यात्री इब्नबबूता की भारत यात्रा। | ||||
31 | 1336 ई॰ | हरिहर एवं बुक्का द्वारा विजयनगर राज्य की स्थापना। | ||||
32 | 1342 | इब्नबबूता का चीन को प्रस्थान। | ||||
33 | 1347 ई॰ | बहमनशाह के द्वारा बहमनी राज्य की स्थापना। | ||||
34 | 1350 ई॰ | विद्यापति का जन्म, संत नामदेव का निधन। | ||||
35 | 1351 ई॰ | मुहम्मद तुगलक की मृत्यु, फ़िरोज तुगलक उत्तराधिकारी बना। | ||||
35 | 1351–1388 ई॰ | सुल्तान फ़िरोज तुगलक का राज्यकाल, बंगाल अभियान (1353-54, 1359, 1369), कांगड़ा विजय (1360-61), थट्टा विजय (1371-72), फ़िरोज की मृत्यु। | ||||
36 | 1388–1414 ई॰ | परवर्ती तुगलक शासकों का शासनकाल। | ||||
37 | 1398 ई॰ | तैमूरलंग का भारत पर आक्रमण, दिल्ली पर अधिकार, भारत में अराजकता। | ||||
38 | 1399 ई॰ | दिल्ली सल्तनत का विघटन प्रारम्भ, सूबेदारों द्वारा स्वतंत्र राज्यों की स्थापना, दिल्ली-दोआब में इक़बाल खाँ, गुजरात में जफ़र खाँ, सिंध-मुल्तान में खिज्र खाँ, महोबा-काल्पी में महमूद खाँ, कन्नौज अथवा बिहार में ख्वाजा जान, धारा (इन्दौर) में दिलावर खाँ, समन में गालिब खाँ, बयाना में शख्स खाँ तथा ग्वालियर में भीमदेव द्वारा स्वतंत्र राज्य स्थापित। |