"पुष्यमित्र शुंग": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (1 अवतरण) |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
==पुष्यमित्र शुंग / Pushyamitra Shung== | ==पुष्यमित्र शुंग / Pushyamitra Shung== | ||
[[मौर्य काल|मौर्य]] युगीन साम्राज्य की समाप्ति के बाद [[शुंग]] वंश का प्रतापी राजा पुष्यमित्र हुआ । जिसने 36 वर्षों तक शासन किया । | [[मौर्य काल|मौर्य]] युगीन साम्राज्य की समाप्ति के बाद [[शुंग]] वंश का प्रतापी राजा पुष्यमित्र हुआ । जिसने 36 वर्षों तक शासन किया । | ||
पंक्ति 14: | पंक्ति 10: | ||
*भागवत | *भागवत | ||
*देवभूति । | *देवभूति । | ||
[[Category:इतिहास कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:16, 27 मार्च 2010 का अवतरण
पुष्यमित्र शुंग / Pushyamitra Shung
मौर्य युगीन साम्राज्य की समाप्ति के बाद शुंग वंश का प्रतापी राजा पुष्यमित्र हुआ । जिसने 36 वर्षों तक शासन किया । बौद्धिक ग्रन्थ में पुष्यमित्र को मौर्य वंश का अन्तिम शासक बतलाया गया है । मौर्य साम्राज्य के अन्तिम शासक वृहद्रथ की हत्या करके 184 ई.पू. में पुष्यमित्र ने मौर्य साम्राज्य के राज्य पर अधिकार कर जिस नये राजवंश की स्थापना की उसे पूरे देश में शुंग राजवंश के नाम से जाना जाता है । शुंग ब्राह्मण थे । पुष्यमित्र अन्तिम मौर्य शासक वृहद्रथ का प्रधान सेनापति था । पुष्यमित्र शुंग के पश्चात इस वंश में नौ शासक और हुए जिनके नाम थे -
- अग्निमित्र
- वसुज्येष्ठ
- वसुमित्र
- भद्रक
- तीन अज्ञात शासक
- भागवत
- देवभूति ।