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*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 39| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार | |||
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08:17, 3 मई 2018 का अवतरण
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एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अरिष्ट (बहुविकल्पी) |
- वाल्मीकि रामायण सुन्दर काण्ड[1] के अनुसार लंका में समुद्र तट पर स्थित एक पर्वत, जिस पर चढ़कर हनुमान ने लंका से लौटते समय, समुद्र को कूद कर पार किया था-
'आरुरोह गिरिश्रेष्ठमरिष्टमरिमर्दन:,
तुंगपद्मकजुष्टाभिर्नीलाभिर्वनराजिभि:'।
- इसी के सामने भारत में समुद्र के दूसरे तट पर महेंद्र पर्वत स्थित था।[2]
- हनुमान के अरिष्ट पर आरूढ़ होने के पश्चात् इस पर्वत की दशा का अद्भुत वर्णन वाल्मीकि ने किया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 39| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ सुन्दर काण्ड वा. रा. 56,26
- ↑ सुन्दर काण्ड वा. रा. 27, 29