"रमेश भाई": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
|मृत्यु स्थान=[[सर्वोदय आश्रम टडियांवा]], हरदोई
|मृत्यु स्थान=[[सर्वोदय आश्रम टडियांवा]], हरदोई
|अविभावक=
|अविभावक=
|पति/पत्नी=
|पति/पत्नी=[[उर्मिला बहन]]
|संतान=
|संतान=अनुराग और स्व0 रश्मि
|गुरु=
|गुरु=[[विनोबा भावे]]
|कर्म भूमि=
|कर्म भूमि=
|कर्म-क्षेत्र=समाज सुधारक
|कर्म-क्षेत्र=समाज सुधारक
पंक्ति 42: पंक्ति 42:
रमेश भाई का जन्म [[हरदोई]] जनपद के थमरवा गांव में वर्ष [[1951]] को [[मजदूर दिवस]] (1 मई) के दिन हुआ था। रमेश भाई का मूल नाम '''रमेश चन्द श्रीवास्तव''' था।
रमेश भाई का जन्म [[हरदोई]] जनपद के थमरवा गांव में वर्ष [[1951]] को [[मजदूर दिवस]] (1 मई) के दिन हुआ था। रमेश भाई का मूल नाम '''रमेश चन्द श्रीवास्तव''' था।
*इनका सम्पूर्ण जीवन विनोवा जी की विचारधारा को समर्पित रहा।
*इनका सम्पूर्ण जीवन विनोवा जी की विचारधारा को समर्पित रहा।
*एक शिक्षक परिवार में जन्म लेकर उनको यह तो पता चल ही गया था कि समाज का जो स्वरूप आस-पास दिखाई देता है वह प्रयासपूर्वक बदला भी जा सकता है
*सर्वोदय कार्यकर्ता के लिए गाँधी विचार द्वारा जो खाका तैयार किया गया है, जिसमें उसके चिन्तनशील मष्तिष्क, करूणाशील हृदय एव सजृनशील हाथों की अपेक्षा की गयी है, पर रमेश भाई खरे उतरते हैं।
*सर्वोदय कार्यकर्ता के लिए गाँधी विचार द्वारा जो खाका तैयार किया गया है, जिसमें उसके चिन्तनशील मष्तिष्क, करूणाशील हृदय एव सजृनशील हाथों की अपेक्षा की गयी है, पर रमेश भाई खरे उतरते हैं।
==आश्रम की नीव==
==आश्रम की नीव==
*इन्होंने [[विनोबा भावे|आचार्य विनोबा भावे]] जी की मृत्यु के उपरांत [[1983]] में [[गांधीजी]] व विनोवा जी के दर्शन से प्रेरित [[सर्वोदय आश्रम टडियांवा]] की नींव रखी।  
*इन्होंने [[विनोबा भावे|आचार्य विनोबा भावे]] जी की मृत्यु के उपरांत [[1983]] में [[गांधीजी]] व विनोवा जी के दर्शन से प्रेरित [[सर्वोदय आश्रम टडियांवा]] की नींव रखी।  
*विनोबा जी के [[भूदान यज्ञ आन्दोलन]] से प्रेरित होकर [[उत्तर प्रदेश]] के 25 जनपदों में श्री रमेश भाई के नेतृत्व में उसर भूमि सुधार कार्यक्रम सफलता पूर्वक चलाया गया।
* वास्तव में यह आश्रम एक सामुदायिक सहजीवन की कल्पना करके बना जिसमें सामाजिक कार्य करने वाले लोग अपने अनुसार कार्य कर सकें।
*विनोबा जी के [[भूदान यज्ञ आन्दोलन]] से प्रेरित होकर [[उत्तर प्रदेश]] के 25 जनपदों में श्री रमेश भाई के नेतृत्व में उसर भूमि सुधार कार्यक्रम सफलता पूर्वक चलाया गया।  
==संगठन कुशलता==
*उनकी संगठन कुशलता एवं संवेदनशील प्रशासन ने उन्हें बहुत अधिक लोकप्रिय बनाया। परमश्रद्धेय दीदी [[निर्मला देशपाण्डेय]] जी को उनके अन्दर नेतृत्व क्षमता के दर्शन बहुत पहले हो गये थे। जब-जब दीदी से जुडे किसी राष्ट्रीय सम्मेलन का नेतृत्व उनको मिला तब-तब उनके धीर-गम्भीर संतुलित एवं सार्थक वक्तव्य कौशल को लोगों ने सराहा।
*अनेक मोर्चों पर रमेश भाई उनके विश्वस्ततम् साथी थे। दीदी को रमेश भाई में आन्दोलन को आगे ले जाने की क्षमता दिखाई देती थी।
==मृत्यु==
==मृत्यु==
[[19 नवम्बर]] [[2008]] को इन्होंने [[सर्वोदय आश्रम टडियांवा]] परिसर में अपनी नश्वर देह त्याग दी।
[[19 नवम्बर]] [[2008]] को इन्होंने [[सर्वोदय आश्रम टडियांवा]] परिसर में अपनी नश्वर देह त्याग दी। रमेश भाईपरंपराओं और विद्यमान सामाजिक रूढियों के विरूद्ध मरकर भी खडे रहे और ज्येष्ठ पुत्र अनुराग के उपस्थित होने के बावजूद उनकी नश्वर देह को मुखाग्नि उनकी पुत्री रश्मि ने ही दी
 


{{seealso|मजदूर दिवस|हृदयाकाश का धु्रवतारा -अलख भाई}}   
{{seealso|मजदूर दिवस|हृदयाकाश का धु्रवतारा -अलख भाई}}   


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==चित्र वीथिका==
==चित्र वीथिका==और स्व0 रश्मि
<gallery>
<gallery>
चित्र:Vinowa_jayantee_1983.png|[[आश्रम]] का प्रारम्भ,नवनिर्मित झोपडी में हुई पहली विनोबा जयन्ती  
चित्र:Vinowa_jayantee_1983.png|[[आश्रम]] का प्रारम्भ,नवनिर्मित झोपडी में हुई पहली विनोबा जयन्ती  

02:33, 29 अप्रैल 2013 का अवतरण

रमेश भाई
रमेश भाई (किशोरावस्था में)
रमेश भाई (किशोरावस्था में)
पूरा नाम रमेश चन्द श्रीवास्तव
अन्य नाम रमेश भाई
जन्म 1 मई 1951
जन्म भूमि थमरवा गांव, हरदोई (उत्तर प्रदेश)
मृत्यु 19 नवम्बर 2008
मृत्यु स्थान सर्वोदय आश्रम टडियांवा, हरदोई
पति/पत्नी उर्मिला बहन
संतान अनुराग और स्व0 रश्मि
गुरु विनोबा भावे
कर्म-क्षेत्र समाज सुधारक
प्रसिद्धि सर्वोदय आश्रम टडियांवा के संस्थापक
नागरिकता भारतीय

रमेश भाई (अंग्रेज़ी:Ramesh bhai, जन्म: 1 मई , 1951 - मृत्यु: 19 नवम्बर 2008) विनोबा भावे के आदरणीय अनुयायी, भारत के जाने-माने समाज सुधारक एवं सर्वोदय आश्रम टडियांवा के संस्थापक थे।

जीवन परिचय

रमेश भाई का जन्म हरदोई जनपद के थमरवा गांव में वर्ष 1951 को मजदूर दिवस (1 मई) के दिन हुआ था। रमेश भाई का मूल नाम रमेश चन्द श्रीवास्तव था।

  • इनका सम्पूर्ण जीवन विनोवा जी की विचारधारा को समर्पित रहा।
  • एक शिक्षक परिवार में जन्म लेकर उनको यह तो पता चल ही गया था कि समाज का जो स्वरूप आस-पास दिखाई देता है वह प्रयासपूर्वक बदला भी जा सकता है
  • सर्वोदय कार्यकर्ता के लिए गाँधी विचार द्वारा जो खाका तैयार किया गया है, जिसमें उसके चिन्तनशील मष्तिष्क, करूणाशील हृदय एव सजृनशील हाथों की अपेक्षा की गयी है, पर रमेश भाई खरे उतरते हैं।

आश्रम की नीव

संगठन कुशलता

  • उनकी संगठन कुशलता एवं संवेदनशील प्रशासन ने उन्हें बहुत अधिक लोकप्रिय बनाया। परमश्रद्धेय दीदी निर्मला देशपाण्डेय जी को उनके अन्दर नेतृत्व क्षमता के दर्शन बहुत पहले हो गये थे। जब-जब दीदी से जुडे किसी राष्ट्रीय सम्मेलन का नेतृत्व उनको मिला तब-तब उनके धीर-गम्भीर संतुलित एवं सार्थक वक्तव्य कौशल को लोगों ने सराहा।
  • अनेक मोर्चों पर रमेश भाई उनके विश्वस्ततम् साथी थे। दीदी को रमेश भाई में आन्दोलन को आगे ले जाने की क्षमता दिखाई देती थी।

मृत्यु

19 नवम्बर 2008 को इन्होंने सर्वोदय आश्रम टडियांवा परिसर में अपनी नश्वर देह त्याग दी। रमेश भाईपरंपराओं और विद्यमान सामाजिक रूढियों के विरूद्ध मरकर भी खडे रहे और ज्येष्ठ पुत्र अनुराग के उपस्थित होने के बावजूद उनकी नश्वर देह को मुखाग्नि उनकी पुत्री रश्मि ने ही दी

इन्हें भी देखें: मजदूर दिवस एवं हृदयाकाश का धु्रवतारा -अलख भाई


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

==चित्र वीथिका==और स्व0 रश्मि

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख