"काँच गैलरी उदयपुर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('उदयपुर की काँच गैलेरी धन के अपव्‍यय को दर्शाती है। [[...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
उदयपुर की काँच गैलेरी धन के अपव्‍यय को दर्शाती है। [[उदयपुर]] के [[राणा सज्‍जन सिंह]] ने 1877 ई. में [[इंग्‍लैण्‍ड]] की एफ. एंड. सी. ओसलर एण्‍ड कंपनी से काँच के सामानों की खरीददारी की थी। इन सामानों में काँच की कुर्सी, बेड, सोफा, डिनर सेट आदि शामिल था। इनके बाद के शासकों ने इन सामानों को सुरक्षित रखा। अब इन सामानों को फतह प्रकाश भवन के दरबार हॉल में पर्यटकों को देखने के लिए रखा गया है।
उदयपुर की काँच गैलेरी धन के अपव्‍यय को दर्शाती है। [[उदयपुर]] के [[राणा सज्‍जन सिंह]] ने 1877 ई. में [[इंग्‍लैण्‍ड]] की एफ. एंड. सी. ओसलर एण्‍ड कंपनी से काँच के सामानों की खरीददारी की थी। इन सामानों में काँच की कुर्सी, बेड, सोफा, डिनर सेट आदि शामिल था। इनके बाद के शासकों ने इन सामानों को सुरक्षित रखा। अब इन सामानों को फतह प्रकाश भवन के दरबार हॉल में पर्यटकों को देखने के लिए रखा गया है।
[[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]]__INDEX__
[[Category:राजस्थान]][[Category:उदयपुर_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]]__INDEX__

12:36, 25 मई 2010 का अवतरण

उदयपुर की काँच गैलेरी धन के अपव्‍यय को दर्शाती है। उदयपुर के राणा सज्‍जन सिंह ने 1877 ई. में इंग्‍लैण्‍ड की एफ. एंड. सी. ओसलर एण्‍ड कंपनी से काँच के सामानों की खरीददारी की थी। इन सामानों में काँच की कुर्सी, बेड, सोफा, डिनर सेट आदि शामिल था। इनके बाद के शासकों ने इन सामानों को सुरक्षित रखा। अब इन सामानों को फतह प्रकाश भवन के दरबार हॉल में पर्यटकों को देखने के लिए रखा गया है।