"बिन्दुसार": अवतरणों में अंतर
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*यूनानी सूत्रों में उनका उल्लेख ‘अमिट्रोचेट्स’ नाम से हुआ है, जो संभवत: [[संस्कृत]] शब्द 'अमित्रघट' से लिया गया है, जिसका अर्थ है, 'शत्रुनाशक'। | *यूनानी सूत्रों में उनका उल्लेख ‘अमिट्रोचेट्स’ नाम से हुआ है, जो संभवत: [[संस्कृत]] शब्द 'अमित्रघट' से लिया गया है, जिसका अर्थ है, 'शत्रुनाशक'। | ||
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11:33, 30 मई 2010 का अवतरण
- ये मौर्य सम्राट थे जिन्होंने 297 ई.पू. के आसपास गद्दी पर बैठकर शासन किया था।
- यूनानी सूत्रों में उनका उल्लेख ‘अमिट्रोचेट्स’ नाम से हुआ है, जो संभवत: संस्कृत शब्द 'अमित्रघट' से लिया गया है, जिसका अर्थ है, 'शत्रुनाशक'।
- यह उपाधि दक्षिण में उनके सफल सैनिक अभियानों के लिये दी गई होगी, क्योंकि उत्तर भारत पर तो उनके पिता चंद्रगुप्त मौर्य ने पहले ही विजय प्राप्त कर ली थी।
- बिंदुसार का विजय अभियान कर्नाटक के आसपास जाकर रूका और वह भी संभवत: इसलिये कि दक्षिण के चोल, पांड्य व चेर सरदारों और राजाओं के मौर्यो से अच्छे संबंध थे।
- इनका पुत्र अशोक महान था।