"साँचा:सूक्ति और कहावत-20": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('<noinclude>{| width="51%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5" |-</noinclude> | class="headbg8" style="border:1px solid #efb77f;p...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो ("साँचा:सूक्ति और कहावत-20" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (बेमियादी) [move=sysop] (बेमियादी)))
 
(कोई अंतर नहीं)

13:30, 4 मई 2011 के समय का अवतरण

  • मनुष्य में तीनों चीज़ें वास करती हैं- मनुष्यता, पशुता और दिव्यता। -शिवानंद (दिव्योपदेश 2।26)
  • जीवन स्वयं में न तो अच्छा होता है, न बुरा। जैसा तुम इसे बना दो, यह तो वैसा ही अच्छा या बुरा बन जाता है। -मांतेन (निबंध) .... और पढ़ें